नई दिल्ली (24 जुलाई) :देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई के बीच की दूरी ट्रेन से तय करने में अभी 17 घंटे वक्त लगता है। लेकिन स्पेन में बनी ट्रेन की मदद से ये दूरी अब सिर्फ 12 घंटे में ही पूरी हो सकेगी।
दिल्ली और मुंबई के बीच रेलवे ट्रैक भले ही पुराना पड़ गया है, लेकिन अक्टूबर में इस ट्रैक पर स्पेन की एक ट्रेन दौड़ सकती है। मोदी सरकार ने स्पेन की लोकोमोटिव मेकर ताल्गो को अपनी हल्की और तेज रफ्तार वाली ट्रेनों के ट्रायल रन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इन ट्रेनों से पुरानी रेल पटरियों को बदले बिना यात्रा का समय 40 फीसदी तक कम किया जा सकता है। ताल्गो की पैसेंजर ट्रेनें दुनिया के कई देशों में पुराने रेल ट्रैक्स पर दौड़ रही हैं।
ताल्गो के सीईओ जोस ओरियोल ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद बताया कि उन्हें अक्टूबर या नवंबर की शुरुआत तक अपनी ट्रायल ट्रेन भारत लाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन कंपनी अपने खर्च और जोखिम पर भारत लाएगी।
जोस ने बताया कि इसका मकसद यह दिखाना है कि इससे मुंबई और दिल्ली के बीच की दूरी 17 की बजाय 12 घंटों में पूरी हो सकती है। इसकी स्पीड 160 से 220 किलोमीटर के बीच होगी। ट्रेन को भारत लाने के लिए औपचारिक मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कंपनी ट्रायल के लिए अपने खर्चे पर ट्रेन और टेक्निशियंस को भारत लाएगी। भारतीय रेलवे की 125 अरब डॉलर के निवेश की महत्वाकांक्षी योजना के मद्देनजर ताल्गो देश में एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है। सरकार ने हाल ही में रेलवे सेक्टर में 100 फीसद एफडीआई का रास्ता खोला था।
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