गोरखपुर(30 अगस्त): दुनियाभर में धार्मिक किताबों को सस्ती दर पर छापने को लेकर मशहूर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का गीता प्रेस इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहा है। बीते दिनों ऐसी खबरें आ रहीं थी कि गीता प्रेस होने वाला है लेकिन प्रबंधन ने इन सभी खबरों को निराधार बताते हुए कहा है कि गीताप्रेस न तो बंद होने की स्थिति में है और न ही इसे बंद होने दिया जाएगा। प्रबंधन का कहना है कि कुछ कर्मचारी हड़ताल पर गए हुए हैं, जिसकी वजह से काम बंद है।
प्रबंधन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मीडिया में दिखाई जा रही खबरें भ्रामक व असत्य हैं। प्रेस बंद नहीं हुआ है। केवल कर्मचारियों की हड़ताल के कारण काम बंद है। कर्मचारियों की उद्दंडता के कारण कुछ कर्मचारियों को निलंबित किए जाने से कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों की हड़ताल का भी मतलब यह नहीं है कि कि गीताप्रेस बंद कर दिया जाए।
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