पूर्व विधायक का बेटा हैवानियत पर उतर आया। पत्नी से अनबन होने के बाद उसने अपने 11 साल के बेटे को नहर में फेंककर मौत के घाट उतार दिया। यह सनसनीखेज मामला हिमाचल के पांवटा का है। पांवटा हलके के पूर्व विधायक फतह सिंह के पोते हिमांशु का हत्यारा उसका पिता ही निकला। हांलाकि मामला कुछ दिन पहले का है मगर अब जाकर पुलिस इसे सुलझा पाई।
आरोपी राकेश कुमार ने 31 मई को पुलिस में दिए बयान में बेटे को जिस नहर में फेंकने की बात कही थी, उसी के समीप से शुक्रवार तड़के हिमांशु का शव बरामद किया गया। आरोपी पिता न्यायिक हिरासत में नाहन के सेंट्रल जेल में बंद है। उस पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। डीएसपी पांवटा योगेश रोल्टा ने इसकी पुष्टि की। हिमांशु का शव पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेज दिया है।उत्तर प्रदेश पुलिस से सूचना मिलने पर डीएसपी, एसएचओ समेत पुलिस टीम यूपी के खारा प्रोजेक्ट स्थल पर गई। वहां परिजनों ने शव की पहचान की। सुबह शौच करने गए मजदूरों ने हिमांशु का शव देखा। इसके बाद डीएसपी योगेश रोल्टा, एसएचओ लायकराम सिसौदिया और मामले की जांच कर रहे एएसआई मोहर सिंह टीम सहित पहुंचे।
पूर्व विधायक के परिजनों को भी सूचित किया गया। शव उत्तर प्रदेश के खारा प्रोजेक्ट से कुछ दूरी पर नहर के पानी के साथ झाड़ियों में फंसा था। डीएसपी योगेश रोल्टा ने कहा कि आरोपी पिता राकेश कुमार पर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज कर लिया है। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए शिमला भेज दिया गया है।11 वर्षीय हिमांशु 30 मई को पहचान पत्र के लिए फोटो खिंचवाने पांवटा आया था। मां रीना देवी ने पांवटा थाने में बेटे के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। मामले में शक के आधार पर आरोपी पिता राकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था।
हिमांशु को आखिरी बार पिता के साथ देखा गया था। माता-पिता के बीच बेटे को लेकर लंबे समय से अनबन थी। आरोपी पिता अपनी पत्नी पर शक करता था। एक बार मामला तलाक तक पहुंच गया था। पिता ने 31 मई की रात बेटे को खाता नहर में धकेलने की बात पुलिस में स्वीकार की थी। इसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया, लेकिन हिमांशु का पता नहीं चल पाया था।
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