कोयंबटूर शहर में यह इस साल छठा नवजात शिशु था जो इस तरह लवारिस अवस्था में मिला है. एक प्राइवेट एमबुलेंस के स्टाफ को यह बच्चा शॉपिंग बैग में पड़ा मिला. इस नवजात शिशु को कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अस्पताल में आरएमओ के पद पर कार्यरत डॉ. साउंद्रवल ने बताया कि एक प्राइवेट एमबुलेंस के स्टाफ ने बुधवार रात को वल्लनकुलम टैंक के पास बच्चे की रोने की आवाज सुनी फिर उसने गौर किया कि वहां पड़े एक शॉपिंग बैग में कुछ हिल रहा है. वह तुरंत ही इस बच्चे को सीएमसीएच अस्पताल में ले आया. इस शिशु का वजन 2.5 किलो है और इसे शिशुओं के आईसीयू में रखा गया है.
जांच में पता चला है कि बच्चे के शरीर पर कहीं भी चोट आदि के निशान नहीं है और वह ठीक से आहार ग्रहण कर रहा है. हालांकि सघन जांच में पता चला है कि शिशु को हृदय संबंधित कुछ समस्या है.डॉक्टरों का कहना है कि शिशु के हृदय में छिद्र हो सकता है. यह छिद्र बड़ा है या छोटा है यह जांचने के लिए शिशु का इकोकार्डियोग्राम किया जाएगा. आमतौर पर अगर हृदय का छिद्र बहुत छोटा होता है तो वह समय के साथ अपने आप भर जाता है. शिशु को अभी डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है, एक बार शिशु का स्वास्थ स्थिर हो जाए तो इकोकार्डियोग्राम किया जाएगा.
इस साल शहर में यह लावारिस शिशु में मिलने वाला छठा शिशु है. इसमें तीन शिशु लड़के हैं तो तीन लड़कियां. तीन बच्चों को पहले ही पोलची स्थित अनाथ आश्रम ‘शरणालयम’ को सौंपा जा चुका है. वर्तमान में दो नर शिशु और एक कन्या शिशु का सीएमसीएच अस्पताल में इलाज चल रहा है. इलाज के बाद इन तीन शिशुओं को भी शरणालयम को सौंप दिया जाएगा.
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