Sunday, 19 July 2015

मीनाक्षी मर्डरः केजरीवाल ने पांच लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने राजधानी के आनन्द पर्वत इलाके में चाकू से किए गए हमले में जान गंवाने वाली एक लड़की के परिवार के लिए आज पांच लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की और मामले की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया. साथ ही केजरीवाल ने कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए दिल्ली पुलिस को आड़े हाथ लिया हैमुख्यमंत्री अपने सहयोगी मनीष सिसौदिया के साथ लड़की के घर गए और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. 19 वर्षीय मीनाक्षी की बृहस्पतिवार को एक व्यक्ति और उसके भाई ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी.

केजरीलवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति दिन प्रति दिन बदतर हो रही है. दिल्ली पुलिस प्रधानमंत्री के अधीन आती है. या तो उन्हें कुछ करना चाहिए अथवा दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार को सौंप दिया जाना चाहिए.’’ दिल्ली पुलिस को राज्य सरकार को सौंपे जाने की जोरदार पैरवी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यदि पुलिस दिल्ली सरकार के प्रति उत्तरदायी नहीं होगी तो उसे जवाबदेह कैसे बनाया जाएगा. फिलहाल, दिल्ली पुलिस अपने में एक कानून है.’’

इससे पूर्व दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन ने दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी को एक पत्र लिखकर इस बात का स्पष्टीकरण मांगा कि आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की गई जबकि पीड़िता ने कई बार शिकायत दर्ज करवाई थी.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘’हमने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं. दिल्ली के गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से 48 घंटे में रिपोर्ट तलब की है.’’ उन्होंने लड़की के परिवार के लिए पांच लाख रूपये के मुआवजे की घोषणा की. केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने सोमवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त को इस मामले तथा कानून व्यवस्था पर विचार करने को कहा.

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि मीनाक्षी को सुरक्षा मुहैया कराने में दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ नहीं किये जाने के कारण ही उसकी हत्या हुई. मीनाक्षी पर जयप्रकाश एवं उसके भाई ने चाकू से 35 बार प्रहार किये जिससे उसकी जान चली गई. जयप्रकाश काफी समय से लड़की का पीछा कर रहा था. आम आदमी पार्टी ने शहर में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए पुलिस को दोषी ठहराया है.

आप के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडेय ने कहा, ‘‘पिछले कुछ हफ्तों में महिलाओं के खिलाफ अपराध की कई घटनाएं सामने आई. इनमें से अधिकतर जघन्य प्रकृति की और महिलाओं के खिलाफ थीं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘’एक किशोरी की उसे परेशान करने वाले लोगों द्वारा चाकू मारकर जान लेने की खबर है जबकि पुलिस द्वारा अभिभावकों की शिकायत को दर्ज करने से इंकार कर देना एक स्तब्ध करने वाली घटना है. इससे यह बात प्रकाश में आयी है कि दिल्ली पुलिस लोगों की रक्षा करने में अक्षम और बेपरवाह है.’’ जैन ने अपने पत्र में पुलिस से पूछा है कि 16 दिसंबर 2012 के सामूहिक बलात्कार के बाद राजधानी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में क्या बदलाव हुए हैं.

उन्होंने दावा किया, ‘‘मृतक लड़की के परिवार ने आरोपी जयप्रकाश के खिलाफ 2013 से पुलिस से कई शिकायतें की थीं और आरोप लगाया था कि वह लड़की का पीछा करता है और उसे धमकाता है, लेकिन पुलिस द्वारा कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी.’’ दिल्ली महिला आयोग की नव नियुक्त अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी मीनाक्षी के घर गईं और उसके परिजन से मुलाकात की.

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