नई दिल्ली (2 अगस्त): दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से दस साल के एक बच्चे को अपनी एक टांग गंवानी पड़ी। 10 साल के बिलाल के एक पांव में शीशा चुभ गया था, घरवालों ने पहले उसे कॉलोनी के एक डॉक्टर से दिखाया। जब परेशानी बढ़ी तो बिलाल को इलाज के लिए हिंदूराव अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में डॉक्टरों ने एक्स-रे कराया और बताया की बिलाल के पांव में शीशा नहीं है। डॉक्टरों ने उसे ओपीडी में आकर इलाज कराने के लिए कहा। दूसरे दिन फिर बिलाल का एक्स रे किया गया, पैर में शीशा दिख रहा था। तीन दिन अस्पताल में रखने के बाद डॉक्टरों ने बिलाल के पैर से शीशा निकाल दिया लेकिन संक्रमण से बचाव के लिए इंजेक्शन नहीं लगाया। इससे बिलाल के पैर में संक्रमण हो गया और उसका एक पैर काटना पड़ा।
बिलाल के परिवार की शिकायत पर दिल्ली मेडिकल काउंसिल ने इलाज करनेवाले चारों डाक्टरों को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है। बिलाल के परिवार ने चारों डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
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