बरसात को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षित यात्रा के मद्देनगर केदारनाथ यात्रा 27 जून तक रोक दी है। इसके साथ ही गंगोत्री, बदरीनाथ एवं हेमकुंड के तीर्थयात्रियों को भी सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। केदारनाथ से गौरीकुंड तक अलग-अलग पड़ाव पर 760 यात्री रोके गए हैं। बदरीनाथ धाम में तीन हजार और हेमकुंड यात्रा पर जा रहे करीब हजार यात्रियों को घांघरिया में ही रोक दिया गया।
सोनप्रयाग से आगे नहीं होगी आवाजाही
केदारनाथ धाम में बुधवार रात 10.30 बजे से लगातार बारिश जारी है। खराब मौसम को देखते हुए बृहस्पतिवार तड़के ही जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने सभी पड़ाव पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट को केदारनाथ यात्रा संचालन नहीं करने के निर्देश दिए। यात्रियों की सुरक्षा कारणों से गुप्तकाशी, फाटा सोनप्रयाग, गौरीकुंड, भीमबली और लिनचौली में यात्रियों को रोक दिया गया।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार केदारनाथ से गौरीकुंड तक अलग-अलग पड़ाव पर 760 यात्री हैं। इसमें केदारनाथ में 469, लिनचौली में 150, भीमबली/जंगलचट्टी में 100 और गौरीकुंड में 50 यात्री ठहरे हुए हैं। उधर, केदारनाथ में मंदाकिनी नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। निम के अनुसार बीते तीन दिन की तुलना में नदी में तीन गुना पानी बढ़ गया है।गोपेश्वर। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़, रडांग बैंड और कंचन गंगा में बंद होने से प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ और जोशीमठ में रोक दिया है। बदरीनाथ धाम में तीन हजार तीर्थयात्री रोके गए हैं। हेमकुंड यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों को भी गोविंदघाट और घांघरिया में रोक लिया गया है।
इस मार्ग पर घांघरिया में करीब 13 सौ तीर्थयात्री को रोके गए हैं। बीआरओ के मजदूर और मशीनें बदरीनाथ हाईवे को खोलने में जुटी हैं। लेकिन लगतार हो रही बारिश हाईवे को सुचारु करने में परेशानियां पैदा कर रहा है।
बृहपतिवार सुबह करीब 10 बजे रडांगबैंड पर पत्थर और मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया। कुछ देर बाद लामबगड में भी हाईवे बाधित हो गया। प्रभारी जिलाधिकारी व सीडीओ संजय कुमार खेतवाल ने बताया कि बारिश को देखते हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। बारिश बंद होते ही तीर्थयात्रा सुचारु कर दी जाएगी। उन्होंने बताया की बीआरओ हाईवे के बंद हिस्सों को सुचारु करने में जुटा है। गोपेश्वर। हेमकुंड पैदल मार्ग पर लक्ष्मण गंगा के जल स्तर बढ़ने से पैदल मार्ग पर बनाए गए तीन पैदल पुल बह गए हैं। इससे चार हजार सौ सिख तीर्थयात्री फंस गए हैं। जबकि पैदल मार्ग पर कई अन्य तीर्थयात्रियों के निर्जन स्थानों पर फंसे होने की सूचना है।
पुलों के बहने के बाद से प्रशासन ने यहां आवाजाही बंद कर दी है। बुधवार रात से हो रही बारिश से लक्ष्मण गंगा के जल स्तर बढ़ने से यहां निर्मित अस्थायी पुल लक्ष्मण गंगा के बहाव में बह गए हैं।
सूचना की पुष्टि करते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि पैदल मार्ग पर भ्यूडांर में बनाए गए तीनों अस्थायी पुल बह गए हैं। मार्ग में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए काम शुरू कर दिया है।उत्तरकाशी। बारिश का असर यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम की यात्रा पर भी पड़ने लगा है। बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे सुक्की नाले में हाईवे अवरुद्ध होने पर प्रशासन ने भटवाड़ी में यात्रियों को रोक दिया है।
बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे सुक्की नाले में मलबा आने तथा सड़क दलदली होने से यातायात ठप हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने भटवाड़ी और उत्तरकाशी में यात्रियों को रोकना शुरू कर दिया है। एक बजे से पहले 859 यात्री गंगोत्री की ओर गए थे, इनमें से कई यात्री आगे सड़क बंद होने पर लौट आए। फिलहाल यमुनोत्री हाईवे पर यातायात तो चालू है, लेकिन बारिश के चलते यहां तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आ गई है।
बृहस्पतिवार को 745 तीर्थयात्री यमुनोत्री दर्शन के लिए गए। एडीएम बीके मिश्रा ने बताया कि बारिश से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध होने पर फिलहाल यात्रियों को उत्तरकाशी, भटवाड़ी ही रुकने को कहा गया है।
सोनप्रयाग से आगे नहीं होगी आवाजाही
केदारनाथ धाम में बुधवार रात 10.30 बजे से लगातार बारिश जारी है। खराब मौसम को देखते हुए बृहस्पतिवार तड़के ही जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने सभी पड़ाव पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट को केदारनाथ यात्रा संचालन नहीं करने के निर्देश दिए। यात्रियों की सुरक्षा कारणों से गुप्तकाशी, फाटा सोनप्रयाग, गौरीकुंड, भीमबली और लिनचौली में यात्रियों को रोक दिया गया।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार केदारनाथ से गौरीकुंड तक अलग-अलग पड़ाव पर 760 यात्री हैं। इसमें केदारनाथ में 469, लिनचौली में 150, भीमबली/जंगलचट्टी में 100 और गौरीकुंड में 50 यात्री ठहरे हुए हैं। उधर, केदारनाथ में मंदाकिनी नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। निम के अनुसार बीते तीन दिन की तुलना में नदी में तीन गुना पानी बढ़ गया है।गोपेश्वर। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़, रडांग बैंड और कंचन गंगा में बंद होने से प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को बदरीनाथ और जोशीमठ में रोक दिया है। बदरीनाथ धाम में तीन हजार तीर्थयात्री रोके गए हैं। हेमकुंड यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों को भी गोविंदघाट और घांघरिया में रोक लिया गया है।
इस मार्ग पर घांघरिया में करीब 13 सौ तीर्थयात्री को रोके गए हैं। बीआरओ के मजदूर और मशीनें बदरीनाथ हाईवे को खोलने में जुटी हैं। लेकिन लगतार हो रही बारिश हाईवे को सुचारु करने में परेशानियां पैदा कर रहा है।
बृहपतिवार सुबह करीब 10 बजे रडांगबैंड पर पत्थर और मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया। कुछ देर बाद लामबगड में भी हाईवे बाधित हो गया। प्रभारी जिलाधिकारी व सीडीओ संजय कुमार खेतवाल ने बताया कि बारिश को देखते हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। बारिश बंद होते ही तीर्थयात्रा सुचारु कर दी जाएगी। उन्होंने बताया की बीआरओ हाईवे के बंद हिस्सों को सुचारु करने में जुटा है। गोपेश्वर। हेमकुंड पैदल मार्ग पर लक्ष्मण गंगा के जल स्तर बढ़ने से पैदल मार्ग पर बनाए गए तीन पैदल पुल बह गए हैं। इससे चार हजार सौ सिख तीर्थयात्री फंस गए हैं। जबकि पैदल मार्ग पर कई अन्य तीर्थयात्रियों के निर्जन स्थानों पर फंसे होने की सूचना है।
पुलों के बहने के बाद से प्रशासन ने यहां आवाजाही बंद कर दी है। बुधवार रात से हो रही बारिश से लक्ष्मण गंगा के जल स्तर बढ़ने से यहां निर्मित अस्थायी पुल लक्ष्मण गंगा के बहाव में बह गए हैं।
सूचना की पुष्टि करते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि पैदल मार्ग पर भ्यूडांर में बनाए गए तीनों अस्थायी पुल बह गए हैं। मार्ग में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए काम शुरू कर दिया है।उत्तरकाशी। बारिश का असर यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम की यात्रा पर भी पड़ने लगा है। बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे सुक्की नाले में हाईवे अवरुद्ध होने पर प्रशासन ने भटवाड़ी में यात्रियों को रोक दिया है।
बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे सुक्की नाले में मलबा आने तथा सड़क दलदली होने से यातायात ठप हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने भटवाड़ी और उत्तरकाशी में यात्रियों को रोकना शुरू कर दिया है। एक बजे से पहले 859 यात्री गंगोत्री की ओर गए थे, इनमें से कई यात्री आगे सड़क बंद होने पर लौट आए। फिलहाल यमुनोत्री हाईवे पर यातायात तो चालू है, लेकिन बारिश के चलते यहां तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आ गई है।
बृहस्पतिवार को 745 तीर्थयात्री यमुनोत्री दर्शन के लिए गए। एडीएम बीके मिश्रा ने बताया कि बारिश से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध होने पर फिलहाल यात्रियों को उत्तरकाशी, भटवाड़ी ही रुकने को कहा गया है।
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