भारत में मैगी पर पाबंदी क्या लगी, नेस्ले के साइंटिस्ट प्लान बी की तरफ बढ़ गए हैं। प्लान बी के तहत ऐसा स्नैक बनाया जा रहा है जो मैगी नूडल्स की जगह ले सकेगा। आपको बता दें कि भारत में मैगी में लेड और कुछ अन्य चीजों की मात्रा अधिक पायी जाने की वजह से पाबंदी लगा दी गई है।
द इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार मैगी के विकल्प पर काम किए जाने की खबर उन्हें मिली है। एक सूत्र ने बताया कि स्नैक के बाजार में बड़े मौके हैं, जिन्हें कंपनी किसी भी हालत में गंवाना नहीं चाहती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मैगी का आने वाला नया स्ननैक रेडी टू ईट या फिर रेडी टू कुक हो सकता है। इतना ही नहीं, मैगी को भी किसी दूसरे फॉर्मेट में भी दोबारा से लॉन्च किया जा सकता है, बशर्ते भारत सरकार कंपनी को इस बात की मंजूरी दे दे।कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार वह ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश में हैं और जल्द से जल्द इस मामले का हल निकालना चाहते हैं। वे बोले कि कंपनी जल्द ही मार्केट में वापसी की तैयारी में है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वह बोले कि नेस्ले दुनिया की किसी भी यूनिट से अधिक फूड टेस्टिंग करती है। कंपनी के प्रोडक्ट्स की क्वालिटी और सेफ्टी की जांच के लिए दुनिया भर में 8000 लोग काम करते हैं।
आपको बता दें कि मैगी नूडल्स नेस्ले ब्रैंड का काफी अहम प्रोडक्ट है, जिसकी सालाना सेल्स 2000 करोड़ रुपए से भी अधिक की है। नेस्ले के कुल भारतीय बिजनेस में सिर्फ मैगी की हिस्सेदारी एक तिहाई की है।
द इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार मैगी के विकल्प पर काम किए जाने की खबर उन्हें मिली है। एक सूत्र ने बताया कि स्नैक के बाजार में बड़े मौके हैं, जिन्हें कंपनी किसी भी हालत में गंवाना नहीं चाहती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मैगी का आने वाला नया स्ननैक रेडी टू ईट या फिर रेडी टू कुक हो सकता है। इतना ही नहीं, मैगी को भी किसी दूसरे फॉर्मेट में भी दोबारा से लॉन्च किया जा सकता है, बशर्ते भारत सरकार कंपनी को इस बात की मंजूरी दे दे।कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार वह ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश में हैं और जल्द से जल्द इस मामले का हल निकालना चाहते हैं। वे बोले कि कंपनी जल्द ही मार्केट में वापसी की तैयारी में है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वह बोले कि नेस्ले दुनिया की किसी भी यूनिट से अधिक फूड टेस्टिंग करती है। कंपनी के प्रोडक्ट्स की क्वालिटी और सेफ्टी की जांच के लिए दुनिया भर में 8000 लोग काम करते हैं।
आपको बता दें कि मैगी नूडल्स नेस्ले ब्रैंड का काफी अहम प्रोडक्ट है, जिसकी सालाना सेल्स 2000 करोड़ रुपए से भी अधिक की है। नेस्ले के कुल भारतीय बिजनेस में सिर्फ मैगी की हिस्सेदारी एक तिहाई की है।
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