सरकार ने अगले� बजट में शिक्षा के बाद सरकार ने स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है। ढाई वर्षों में अस्पतालों में 10 हजार बिस्तर बढ़ाने की योजना तैयार की है।
ऐसा होने पर स्थानीय अस्पतालों में� बिस्तरों की कुल संख्या 20,994 हो जाएगी। वहीं, 10 नए अस्पताल खोलने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण से जमीन खरीदने की योजना है।
बजट में स्वास्थ्य पर 4787 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्लान बजट में 3138 करोड़ रुपये का प्रावधान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 45 फीसदी ज्यादा है। सरकार ने पहली बार 1000 मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने का निर्णय लिया है।इसमें 500 क्लीनिक इसी वित्त वर्ष में शुरू किया जाएगा। मरीजों के सैंपल जांच के लिए सेंट्रलाइज्ड लैब खोलने की भी योजना है। इसके लिए 125 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
द्वारका में बन रहे अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज में बिस्तर की संख्या 700 से बढ़ाकर 1500 करने की तैयारी है। बुराड़ी अस्पताल में बिस्तर की संख्या 200 से बढ़ाकर 800, अंबेडकर नगर अस्पताल में बिस्तर की संख्या 200 से 600 और अशोक विहार स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 200 से 400 करने की योजना है।
इसके अलावा नांगलोई, सीरसपुर और मादीपुर में तीन नए अस्पताल के निर्माण की योजना है। जबकि, 10 नए अस्पताल के निर्माण के लिए डीडीए से भूमि खरीदने की तैयारी है।इसके लिए 210 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। ये अस्पताल पीतमपुरा, मेहरौली, महीपालपुर, मंडावली-फजलपुर, गीता कॉलोनी, पांडव नगर और द्वारका में बनेंगे।
बजट में सरकार ने आठ नई डिस्पेंसरी शुरू करने का प्रावधान किया है। ये मोलरबंद, मदनपुर खादर फेज वन, फेज टू, बिंदापुर पॉकेट तीन, स्कूल ब्लॉक शकरपुर, रोहिणी सेक्टर तीन, रोहिणी सेक्टर 21 और सावदा घेवरा में खोले जाएंगे।
मरीजों का हेल्थ कार्ड बनाने की योजना है। इस योजना के अनुसार जो मरीज दिल्ली सरकार के अस्पताल में इलाज कराने आएंगे, उनकी बीमारी की पूरी जानकारी अस्पताल में उपलब्ध होगी। मरीज को एक नंबर दिया जाएगा, उस नंबर को सिस्टम में डालने से पता चल जाएगा कि मरीज ने कब-कब इलाज कराया और उसे क्या बीमारी है।
ऐसा होने पर स्थानीय अस्पतालों में� बिस्तरों की कुल संख्या 20,994 हो जाएगी। वहीं, 10 नए अस्पताल खोलने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण से जमीन खरीदने की योजना है।
बजट में स्वास्थ्य पर 4787 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। प्लान बजट में 3138 करोड़ रुपये का प्रावधान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में करीब 45 फीसदी ज्यादा है। सरकार ने पहली बार 1000 मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने का निर्णय लिया है।इसमें 500 क्लीनिक इसी वित्त वर्ष में शुरू किया जाएगा। मरीजों के सैंपल जांच के लिए सेंट्रलाइज्ड लैब खोलने की भी योजना है। इसके लिए 125 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
द्वारका में बन रहे अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज में बिस्तर की संख्या 700 से बढ़ाकर 1500 करने की तैयारी है। बुराड़ी अस्पताल में बिस्तर की संख्या 200 से बढ़ाकर 800, अंबेडकर नगर अस्पताल में बिस्तर की संख्या 200 से 600 और अशोक विहार स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 200 से 400 करने की योजना है।
इसके अलावा नांगलोई, सीरसपुर और मादीपुर में तीन नए अस्पताल के निर्माण की योजना है। जबकि, 10 नए अस्पताल के निर्माण के लिए डीडीए से भूमि खरीदने की तैयारी है।इसके लिए 210 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। ये अस्पताल पीतमपुरा, मेहरौली, महीपालपुर, मंडावली-फजलपुर, गीता कॉलोनी, पांडव नगर और द्वारका में बनेंगे।
बजट में सरकार ने आठ नई डिस्पेंसरी शुरू करने का प्रावधान किया है। ये मोलरबंद, मदनपुर खादर फेज वन, फेज टू, बिंदापुर पॉकेट तीन, स्कूल ब्लॉक शकरपुर, रोहिणी सेक्टर तीन, रोहिणी सेक्टर 21 और सावदा घेवरा में खोले जाएंगे।
मरीजों का हेल्थ कार्ड बनाने की योजना है। इस योजना के अनुसार जो मरीज दिल्ली सरकार के अस्पताल में इलाज कराने आएंगे, उनकी बीमारी की पूरी जानकारी अस्पताल में उपलब्ध होगी। मरीज को एक नंबर दिया जाएगा, उस नंबर को सिस्टम में डालने से पता चल जाएगा कि मरीज ने कब-कब इलाज कराया और उसे क्या बीमारी है।
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