नोएडा जुनपत में नरेंद्र शर्मा की हत्या में पैरोकार पिता राजकुमार शर्मा और सुरक्षाकर्मी नितिन वर्मा पर मंगलवार शाम हुए हमले के दौरान एक सिपाही घर के अंदर मौजूद था।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमले के दौरान गोलियों की आवाज सुनकर सिपाही अपनी थ्री नॉट थ्री रॉयफल लेकर घर के बरामदे से वापस घर के अंदर घुस गयाघर में महिलाओं और बच्चों ने मिन्नतें कर बाहर जाकर दोनों को बचाने की बात कही लेकिन सिपाही बाहर नहीं निकला।
जुनपत में डबल मर्डर मामले में दो सुरक्षाकर्मी उमेश कुमार और विजय गौतम को बिना बताए चले जाने पर एसएसपी ने निलंबित कर जांच के आदेश दिए थे।
वहीं, एक अन्य कांस्टेबल प्रेमपाल ने उस दौरान नहाने जाने की बात बताई थी। शनिवार को अमर उजाला टीम से परिजन कुलदीप शर्मा और अरुण शर्मा ने आरोप लगाया कि अभी तक उनकी सुरक्षा में वही कांस्टेबल लगा हुआ है जो वारदात के दौरान घर में छिप गया था।परिजनों का कहना है कि उन्हें उस कांस्टेबल को प्रतिदिन देखना पड़ रहा है जो वारदात के समय अपनी जानबचाकर छुप गया था। पीड़ित परिजनों ने बताया कि वारदात वाले दिन उन्होंने एसएसपी से इस बारे में शिकायत भी की थी।
वह जल्द ही इस मामले में एसएसपी से मुलाकात करेंगे। वहीं पुलिस यह तलाशने की कोशिश कर रही है कि जुनपत में दोहरे हत्याकांड में कहीं सुंदर भाटी गैंग का हाथ तो नहीं है। सूत्रों के अनुसार गौतमबुद्ध नगर पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स इस एंगल से भी जांच कर रही है।
पूर्व में भी दोनों गैंग पर एक दूसरे को अन्य मामलों में फंसाने के आरोप लगे हैं। शुक्रवार को पेशी पर ग्रेटर नोएडा आए दुजाना ने भी सुंदर भाटी पर फंसाने का आरोप लगाया था। हालांकि, एसटीएफ को अभी तक इस मामले की लिखित में जांच नहीं सौंपी गई है।
लेकिन संगठित अपराधियों द्वारा की गई इस वारदात के बारे में स्वयं एसटीएफ अपनी ओर से छानबीन करने में जुटी है। बेटे की हत्या के मामले में पैरोकारी करने वाले राजकुमार शर्मा और सुरक्षाकर्मी नितिन की हत्या के दौरान गैंग के हमले का तरीका क्या था और किन हथियारों का उपयोग किया गया।यह तरीका किस गैंग द्वारा की जाने वाली वारदात से मेल खाता है इसका पता लगाने में एसटीएफ लगी हुई है। नरेंद्र शर्मा हत्याकांड में अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गैंग के गुर्गों पर एसटीएफ और पुलिस की नजर है।
कुछ दिन पहले हरेंद्र दुजाना की हत्या में सामने आने वाले नाम अनिल तोता का भी इस हत्या में शामिल होने का संदेह है। इसके अलावा अनिल दुजाना गैंग से हाल में अलग हुए एक गैंग पर भी इस दोहरे हत्याकांड के शक की सुई जा रही है।
हालांकि, एसटीएफ मुख्य रूप से दुजाना गैंग पर ही अपना ध्यान केंद्रित कर रही है साथ ही एसटीएफ इस बात का पता लगाने की कोशिश में लगी है कि कहीं किसी दूसरे गैंग ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए तो वारदात को अंजाम नहीं दिया है।
बताया जा रहा है कि पहले भी दोनों गैंग एक-दूसरे को फंसाने के लिए वारदात करते रहे हैं।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमले के दौरान गोलियों की आवाज सुनकर सिपाही अपनी थ्री नॉट थ्री रॉयफल लेकर घर के बरामदे से वापस घर के अंदर घुस गयाघर में महिलाओं और बच्चों ने मिन्नतें कर बाहर जाकर दोनों को बचाने की बात कही लेकिन सिपाही बाहर नहीं निकला।
जुनपत में डबल मर्डर मामले में दो सुरक्षाकर्मी उमेश कुमार और विजय गौतम को बिना बताए चले जाने पर एसएसपी ने निलंबित कर जांच के आदेश दिए थे।
वहीं, एक अन्य कांस्टेबल प्रेमपाल ने उस दौरान नहाने जाने की बात बताई थी। शनिवार को अमर उजाला टीम से परिजन कुलदीप शर्मा और अरुण शर्मा ने आरोप लगाया कि अभी तक उनकी सुरक्षा में वही कांस्टेबल लगा हुआ है जो वारदात के दौरान घर में छिप गया था।परिजनों का कहना है कि उन्हें उस कांस्टेबल को प्रतिदिन देखना पड़ रहा है जो वारदात के समय अपनी जानबचाकर छुप गया था। पीड़ित परिजनों ने बताया कि वारदात वाले दिन उन्होंने एसएसपी से इस बारे में शिकायत भी की थी।
वह जल्द ही इस मामले में एसएसपी से मुलाकात करेंगे। वहीं पुलिस यह तलाशने की कोशिश कर रही है कि जुनपत में दोहरे हत्याकांड में कहीं सुंदर भाटी गैंग का हाथ तो नहीं है। सूत्रों के अनुसार गौतमबुद्ध नगर पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स इस एंगल से भी जांच कर रही है।
पूर्व में भी दोनों गैंग पर एक दूसरे को अन्य मामलों में फंसाने के आरोप लगे हैं। शुक्रवार को पेशी पर ग्रेटर नोएडा आए दुजाना ने भी सुंदर भाटी पर फंसाने का आरोप लगाया था। हालांकि, एसटीएफ को अभी तक इस मामले की लिखित में जांच नहीं सौंपी गई है।
लेकिन संगठित अपराधियों द्वारा की गई इस वारदात के बारे में स्वयं एसटीएफ अपनी ओर से छानबीन करने में जुटी है। बेटे की हत्या के मामले में पैरोकारी करने वाले राजकुमार शर्मा और सुरक्षाकर्मी नितिन की हत्या के दौरान गैंग के हमले का तरीका क्या था और किन हथियारों का उपयोग किया गया।यह तरीका किस गैंग द्वारा की जाने वाली वारदात से मेल खाता है इसका पता लगाने में एसटीएफ लगी हुई है। नरेंद्र शर्मा हत्याकांड में अनिल दुजाना और सुंदर भाटी गैंग के गुर्गों पर एसटीएफ और पुलिस की नजर है।
कुछ दिन पहले हरेंद्र दुजाना की हत्या में सामने आने वाले नाम अनिल तोता का भी इस हत्या में शामिल होने का संदेह है। इसके अलावा अनिल दुजाना गैंग से हाल में अलग हुए एक गैंग पर भी इस दोहरे हत्याकांड के शक की सुई जा रही है।
हालांकि, एसटीएफ मुख्य रूप से दुजाना गैंग पर ही अपना ध्यान केंद्रित कर रही है साथ ही एसटीएफ इस बात का पता लगाने की कोशिश में लगी है कि कहीं किसी दूसरे गैंग ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए तो वारदात को अंजाम नहीं दिया है।
बताया जा रहा है कि पहले भी दोनों गैंग एक-दूसरे को फंसाने के लिए वारदात करते रहे हैं।
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