इंदिरापुरम में मोबाइल चुराने के बाद अब चोरों ने आई फोन का लॉक खोलने के लिए नई ट्रिक इस्तेमाल की है। शक्ति खंड निवासी महिला के दूसरे नंबर पर कॉल कर लुटेरों ने कॉल सेंटर कर्मी बनकर लॉक कोड पूछा।
हालांकि महिला उनकी चालबाजी समझ गई और लॉक कोड नहीं बताया है। महिला ने पुलिस को मामले की शिकायत दी है।
शक्ति खंड-4 निवासी अंजू सिंह पति वीरेंद्र सिंह के साथ रहती हैं। अंजू ने बताया कि नौ जून को हर्षा मॉल चौराहे के पास से बाइक सवार दो बदमाश उनका आई फोन लूट कर ले गए थे।पुलिस फोन को सर्विलांस पर लगाकर बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इस बीच बुधवार को बदमाशों ने एप्पल कॉल सेंटर कर्मी बनकर महिला के दूसरे नंबर पर कॉल किया।
महिला के अनुसार बदमाशों ने उनसे अंग्रेजी में बात की और बताया कि दो युवक उनका मोबाइल बेचने आए हैं। अगर यह मोबाइल चोरी हुआ है तो उसका लॉक कोड बताकर वेरीफाई करें।
महिला बदमाशों की चालबाजी समझ गई और उन्हें कोड नंबर नहीं बताया। इसके बाद उनके भाई ने जब बदमाशों के नंबर पर कॉल किया तो वह नंबर बंद था।हिला ने बृहस्पतिवार को थाना इंदिरापुरम पहुंचकर शिकायत दी। उधर, शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने महिला को लॉक कोड बदमाशों को बताने की नसीहत दे डाली।
सर्विलांस टीम ने उन्हें कहा कि लॉक खुलने के बाद ही वे मोबाइल का प्रयोग करेंगे, जिसके बाद पुलिस उन्हें दबोच लेगी। एसएचओ गोरखनाथ यादव ने बताया कि सर्विलांस टीम बदमाशों को पकड़ने के बेहद करीब है।
हालांकि महिला उनकी चालबाजी समझ गई और लॉक कोड नहीं बताया है। महिला ने पुलिस को मामले की शिकायत दी है।
शक्ति खंड-4 निवासी अंजू सिंह पति वीरेंद्र सिंह के साथ रहती हैं। अंजू ने बताया कि नौ जून को हर्षा मॉल चौराहे के पास से बाइक सवार दो बदमाश उनका आई फोन लूट कर ले गए थे।पुलिस फोन को सर्विलांस पर लगाकर बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इस बीच बुधवार को बदमाशों ने एप्पल कॉल सेंटर कर्मी बनकर महिला के दूसरे नंबर पर कॉल किया।
महिला के अनुसार बदमाशों ने उनसे अंग्रेजी में बात की और बताया कि दो युवक उनका मोबाइल बेचने आए हैं। अगर यह मोबाइल चोरी हुआ है तो उसका लॉक कोड बताकर वेरीफाई करें।
महिला बदमाशों की चालबाजी समझ गई और उन्हें कोड नंबर नहीं बताया। इसके बाद उनके भाई ने जब बदमाशों के नंबर पर कॉल किया तो वह नंबर बंद था।हिला ने बृहस्पतिवार को थाना इंदिरापुरम पहुंचकर शिकायत दी। उधर, शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने महिला को लॉक कोड बदमाशों को बताने की नसीहत दे डाली।
सर्विलांस टीम ने उन्हें कहा कि लॉक खुलने के बाद ही वे मोबाइल का प्रयोग करेंगे, जिसके बाद पुलिस उन्हें दबोच लेगी। एसएचओ गोरखनाथ यादव ने बताया कि सर्विलांस टीम बदमाशों को पकड़ने के बेहद करीब है।
0 comments:
Post a Comment