Friday, 10 July 2015

अमनमणि को नहीं मिली जमानत, भेजे गए जेल

दुघर्टना में बीवी की मौत के बाद एक अन्य अपराधिक मामले में कोर्ट में पेश किए अमनमणि त्रिपाठी को जमानत नहीं मिल पाई है। फिरोजाबाद हुई दुर्घटना के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 

अमनमणि राजधानी में अपहरण के एक मामले में आरोपी है। उसने गोरखुपर के व्यवसायी का अपहरण किया था। 16 जून को कोर्ट ने उसे फरार घोषित करते हुए समर्पण करने का आदेश दिया था लेकिन वह कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुआ। कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। 

फिरोजाबाद हुई दुर्घटना के बाद पुलिस ने अमनमणि को अपनी गिरफ्तर में ले लिया। दुर्घटना के बाद अमन‌मणि त्रिपाठी को लखनऊ लाया गया। जहां सिविल अस्पताल में उनका मेडिकल हुआ। मेडिकल में वह बिल्कुल सही हालत में पाए गए। 

मेडिकल के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। जिस समय अमनमणि‌ त्रिपाठी को लेकर कोर्ट में बहस चल रही थी उसी वक्त उनकी मृतक बीवी की शवयात्रा गोमती नगर के उनके आवास से बैकुंठ धाम पहुंच रही थी। अमनमणि बीवी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। 

इसके पहले लखनऊ के सिविल अस्पताल में उनका मेडिकल हुआ।जहां उनके समर्थकों ने अस्पताल परिसर में हंगामा काटा और मारपीट की। स्वयं अमरमणि त्रिपाठी ने मीडिया के साथ अभद्रता करते हुए उनके कैमरे तोड़ने की कोशिश की। 

मालूम हो कि यूपी के फिरोजाबाद में अमनमणि त्रिपाठी की कार सड़क दुर्घटना का शिकार हुई थी। इस हादसे में अमनमणि त्रिपाठी की बीवी सारा की मौत हो गई थी। फिरोजाबाद के अस्पताल में हुए चेकअप के बाद अमनमणि को शुक्रवार को सुबह सात बजे लखनऊ के सिविल अस्पताल में लाया गया।

लखनऊ के सिविल अस्पताल में अमनमणि के साथ उसके समर्थक भी पहुंच गए। अमनमणि के समर्थकों ने यहां जमकर हंगामा किया। वहीं अमनमणि बार-बार बेहोश होने का नाटक कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अमनमणि भी किसी तरह अस्पताल में भर्ती होना चाह रहा था।इस पूरी घटना की कवरेज के लिए आए मीडिया वालों और पुलिस कर्मियों पर अमनमणि के समर्थकों ने हमला भी किया। समर्थकों ने मीडिया वालों के कैमरे तोड़ दिए और मारपीट भी की।

इस हंगामे और मारपीट के बाद अमनमणि के दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही सारा के घरवालों ने भी इसे हादसा ना बताकर हत्या बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।गुरुवार को हुए इस हादसे के बाद यूपी पुलिस ने फिरोजाबाद में अमनमणि को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पुलिस सुबह सात बजे लखनऊ लेकर आई। फिरोजाबाद की पुलिस अमनमणि को लखनऊ के गौतमपल्ली थाने की पुलिस को सौंप दिया।

वहीं हादसे में जान गंवाने वाली अमनमणि की पत्नी सारा के शव को लखनऊ में विभूति खंड स्थित उसके परिवारीजन को सौंप दिया गया। 
फिरोजाबाद के सिरसागंज में गुंजन चौराहा के समीप पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की पुत्रवधु सारा की सड़क हादसे में मौत हो गई वहीं पुत्र अमनमणि घायल हो गए। दंपति कार से लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे। यह हादसा इतना अजीब था कि अमनमणि को मामूली चोटें आईं तो वहीं सारा की मौके पर मौत हो गई।

लखनऊ के विभूति खंड गोमतीनगर निवासी सारा (27) पति अमनमणि त्रिपाठी के साथ शिफ्ट डिजायर कार से लखनऊ से नई दिल्ली जा रही थीं। कार अमनमणि चला रहे थे। उनके मुताबिक गुरुवार दोपहर करीब एक बजे वह सिरसागंज के गुंजन चौराहा के समीप पहुंचे तभी सड़क पार कर रही बच्ची को बचाने के प्रयास में कार बेकाबू होकर सड़क किनारे खंदी में पलट गई।

आसपास के लोगों ने कार में फंसे दंपति को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस भी आ गई। दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया वहां सारा को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सारा गृह सचिव एसके रघुवंशी की भांजी थीं। उनकी अमनमणि से शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी। अमन ने महाराजगंज की नौशंगाबाद से विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गए थे।

पूर्व मंत्री अमरमणि का बेटा अमनमणि राजधानी में अपहरण के एक मामले में आरोपी है। 16 जून को कोर्ट ने उसे फरार घोषित करते हुए समर्पण करने का आदेश दिया था लेकिन वह कोर्ट के समक्ष पेश नहीं हुआ।

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