बरेली। सेना भर्ती बोर्ड बरेली ने बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। फर्जी शैक्षिक प्रमाण-पत्रों के सहारे घुसपैठ करने वाले 27 युवकों को ट्रेनिंग पर भेजने से रोककर वैकेंसी सरेंडर करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इनके फर्जी शैक्षिक प्रमाण-पत्रों को अलग-अलग जिले व प्रदेश से आदेश गुर्जर गैंग ने तैयार कराया है।
भारतीय सेना में घुसपैठ कराने की कोशिश में जुटे आदेश गुर्जर गैंग का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। मूल निवास, चरित्र और जाति प्रमाण पत्र के साथ-साथ शैक्षिक प्रमाण पत्र भी फर्जी बनवाने शुरू कर दिए गए हैं। गैंग के सदस्यों ने 27 युवकों को फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों से सेना भर्ती में शामिल करा दिया।
ये युवक सात जनवरी, 2015 से फतेहगढ़ में आयोजित भर्ती में शामिल हुए थे। भर्ती की तीनों परीक्षाएं पास करने वाले युवकों का रिजल्ट 20 मई को आया। इसमें ये सभी पास थे। इसलिए ट्रेनिंग पर भेजने को बुलाया गया था, लेकिन उनके पहुंचते ही फर्जी शैक्षिक प्रमाण-पत्रों का खुलासा हो गया। इस पर इन्हें ट्रेनिंग से रोक दिया गया है।
सेना भर्ती बोर्ड बरेली के निदेशक कर्नल राजीव दीक्षित का कहना है कि 27 युवकों के शैक्षणिक प्रमाण संदिग्ध हैं, जो दूसरे प्रदेश-जिलों से बने हैं। युवकों को खुद भी शिक्षण संस्थान का नाम मालूम नहीं हैं। इसलिए ट्रेनिंग से रोक दिया गया। इस मामले में जांच चल रही है।
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