Sunday, 28 June 2015

जिम्बाब्वे दौरा : धोनी और विराट को दिया जा सकता है आराम

नई दिल्ली : राष्ट्रीय चयनकर्ता सोमवार को यहां जब जिम्बाब्वे दौरे के लिए सीमित ओवरों की श्रृंखला की टीम का चयन करेंगे तो खिलाड़ियों की थकान को ध्यान में रखते हुए भारत दूसरे दर्जे की टीम उतार सकता है और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों को ब्रेक दिया जा सकता है।हाल में भारत के बांग्लादेश के निराशाजनक दौर का अंत हुआ जिसमें टीम को 1-2 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम पिछले सात महीने से लगातार क्रिकेट खेल रही है। चयनकर्ता ऐसे में युवा खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं। सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि वनडे कप्तान धोनी के अलावा टेस्ट कप्तान विराट कोहली और शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी आराम दिया जा सकता है।
10 जुलाई से शुरू हो रही इस श्रृंखला में रोहित शर्मा और सुरेश रैना ऐसे में कप्तानी के दावेदार होंगे। इस साल मुंबई इंडियन्स की अगुआई करते हुए उसे आईपीएल खिताब दिलाने के बाद रोहित कप्तानी के प्रबल दावेदार हैं। रैना इससे पहले सीमित ओवर के मैचों में कार्यवाहक कप्तान की भूमिका निभा चुके हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, ‘अश्विन और कोहली दोनों प्रारूपों में खेल रहे हैं। आस्ट्रेलिया दौरे के बाद विश्व कप और फिर आईपीएल के साथ धोनी पर भी काफी बोझ रहा। इन तीनों को आराम की जरूरत है। श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट के लिए तरोताजा कोहली और अश्विन जरूरी हैं क्योंकि यह काफी कड़ा दौरा है।’ 
अश्विन को आराम दिया जाता है तो आफ स्पिनर के स्थान के लिए युवा परवेज रसूल और अनुभवी हरभजन सिंह के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। हालांकि चयनकर्ता अगर जूनियर टीम को प्राथमिकता देते हैं तो रसूल को तवज्जो मिल सकती है। रोबिन उथप्पा भी टीम में जगह बना सकते हैं। स्टुअर्ट बिन्नी, अंबाती रायुडू और मोहित शर्मा का टीम में जगह बनाना लगभग तय है। तेज गेंदबाज उमेश यादव को हालांकि आराम दिया जा सकता है।
भारत को जिम्बाब्वे दौरे पर तीन वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं। इस दौरे को लेकर शुरू में अनिश्चितता थी लेकिन कल बीसीसीआई की विज्ञप्ति ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। जिम्बाब्वे क्रिकेट ने हालांकि विज्ञप्ति के कहा था कि उसे भारतीय दौरा जारी रहने की उम्मीद है।
हैमिल्टन मसाकाद्जा की अगुआई वाली जिम्बाब्वे की टीम ने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम ने हाल में पाकिस्तान को तीन वनडे और दो टी20 की श्रृंखला के दौरान कड़ी टक्कर दी थी लेकिन दोनों ही श्रृंखलाओं में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
सुरेश रैना ने 2010 में जिंबाब्वे दौरे पर सीमित ओवरों की टीम की अगुआई की थी जबकि 2013 में कोहली ने कप्तान की भूमिका निभाई थी। रैना की अगुआई वाली भारतीय टीम जिंबाब्वे और श्रीलंका की मौजूदगी वाली त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही थी जबकि कोहली की टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 5-0 से हराया था।
चयन समिति इसके साथ ही भारत ‘ए’ टीम का चयन भी करेगी जो 19 जुलाई से चेन्नई और वायनाड में आस्ट्रेलिया ‘ए’ और दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के साथ त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में हिस्सा लेगी।

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