स्निफर डॉग के बारे में तो जानते ही होंगे आप। इन कुत्तों का काम होता है आर्मी या पुलिसवालों की मदद करना। तेज सूंघने की शक्ति से ये जल्द से जल्द आरोपियों या उनके छोड़े गए सुरागों को फौरन पकड़ लेते हैं।
इन कुत्तों को आर्मी या पुलिसवाले ही देखते हैं। उनके खाने-पीने से लेकर सोने और उठने तक सभी कुछ वही करते हैं। इन कुत्तों की जिंदगी किसी ट्रेन किए गए अफसरों जैसी ही होती है।
बोर्डपांडा के मुताबिक ये कुत्ते चीन से हैं। पुलिस वाले इन्हें पूरे तरह से अनुशासन में रखते हैं। उनके अनुशासन में रहने की ये तस्वीर फिलहाल वायरल हो रखी है।जानकारी के मुताबिक इन कुत्तों को बम को डिफ्यूज करना भी सिखाया जाता है। वो खाने के वक्त खुद ही लाइन में लग जाते हैं और अपना हिस्सा लेकर आगे बढ़ते हैं।
ये जो आप तस्वीर देख रहे हैं वो फिनिश बॉर्डर पैट्रोल सर्विस कुत्तों की है। ये फोटो 1940 के आस-पास ली गई है। फोटो फिनलैंड के है।
तो आप ये समझ सकते हैं कि कुत्तों से ऐसा काम लिए जाने का सिलसिला कब से चला आ रहा है? ये वाकई दंग करने वाला नजारा है।
इन कुत्तों को आर्मी या पुलिसवाले ही देखते हैं। उनके खाने-पीने से लेकर सोने और उठने तक सभी कुछ वही करते हैं। इन कुत्तों की जिंदगी किसी ट्रेन किए गए अफसरों जैसी ही होती है।
बोर्डपांडा के मुताबिक ये कुत्ते चीन से हैं। पुलिस वाले इन्हें पूरे तरह से अनुशासन में रखते हैं। उनके अनुशासन में रहने की ये तस्वीर फिलहाल वायरल हो रखी है।जानकारी के मुताबिक इन कुत्तों को बम को डिफ्यूज करना भी सिखाया जाता है। वो खाने के वक्त खुद ही लाइन में लग जाते हैं और अपना हिस्सा लेकर आगे बढ़ते हैं।
ये जो आप तस्वीर देख रहे हैं वो फिनिश बॉर्डर पैट्रोल सर्विस कुत्तों की है। ये फोटो 1940 के आस-पास ली गई है। फोटो फिनलैंड के है।
तो आप ये समझ सकते हैं कि कुत्तों से ऐसा काम लिए जाने का सिलसिला कब से चला आ रहा है? ये वाकई दंग करने वाला नजारा है।
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