नई दिल्ली मध्यप्रदेश के सबसे बड़े भर्ती घोटाले व्यापम में एक के बाद एक हो रही लगातार संदिग्ध मौतों के बाद आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
आप द्वारा दायर के बारे में बताते हुए आप नेता कुमार विश्वास ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से विनती की है कि वो व्यापम मामले में हो रही मौतों की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में संज्ञान ले।
कुमार विश्वास ने कहा कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसआईटी का गठन किया जो इसकी जांच कर रहा है। विश्वास ने आगे कहा कि लेकिन तमाम पहल करने के बाद भी इस मामले में अब तक 45 मौतें हो चुकीं हैं।इस विषय में विश्वास ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा है। कुमार विश्वास लिखते हैं कि, 'माननीय उच्चतम न्यायलय के दरवाज़े पर जनहित याचिका ले कर आया हूँ। #ख़ूनी व्यापमं के बारे में अपील करने। ऐसा कैसे हो सकता है कि एक ही घोटाले की जाँच से जुड़े 45/46 लोग अलग-अलग संदिग्ध अवस्था में मृत पाए जाएँ और सरकार उच्च स्तरीय जाँच करवाने की बजाए स्तरहीन बयानबाज़ी में उलझी रहे?'
'कल दिवंगत पत्रकार अक्षय की अन्त्येष्टि में गया था। पहले भी दो बार मिल चुका था उससे। खुद में अजीब सा लगा - 46 अक्षय? 46 मौतें और कोई गंभीरता नहीं? उसपर भी अहंकार में डूबे मंत्रीजी कह रहे हैं -' हमसे बड़ा पत्रकार थोड़ी था?"!!?? आज माननीय उच्चतम न्यायलय में PIL दाखिल किया है कि उच्चतम न्यायलय पूरी जाँच को अपने हाथों में ले लें । उम्मीद है कि आगे जानें बच सकेंगी, मामले की तह तक पहुँचा जा सकेगा।'
आप द्वारा दायर के बारे में बताते हुए आप नेता कुमार विश्वास ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से विनती की है कि वो व्यापम मामले में हो रही मौतों की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में संज्ञान ले।
कुमार विश्वास ने कहा कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसआईटी का गठन किया जो इसकी जांच कर रहा है। विश्वास ने आगे कहा कि लेकिन तमाम पहल करने के बाद भी इस मामले में अब तक 45 मौतें हो चुकीं हैं।इस विषय में विश्वास ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा है। कुमार विश्वास लिखते हैं कि, 'माननीय उच्चतम न्यायलय के दरवाज़े पर जनहित याचिका ले कर आया हूँ। #ख़ूनी व्यापमं के बारे में अपील करने। ऐसा कैसे हो सकता है कि एक ही घोटाले की जाँच से जुड़े 45/46 लोग अलग-अलग संदिग्ध अवस्था में मृत पाए जाएँ और सरकार उच्च स्तरीय जाँच करवाने की बजाए स्तरहीन बयानबाज़ी में उलझी रहे?'
'कल दिवंगत पत्रकार अक्षय की अन्त्येष्टि में गया था। पहले भी दो बार मिल चुका था उससे। खुद में अजीब सा लगा - 46 अक्षय? 46 मौतें और कोई गंभीरता नहीं? उसपर भी अहंकार में डूबे मंत्रीजी कह रहे हैं -' हमसे बड़ा पत्रकार थोड़ी था?"!!?? आज माननीय उच्चतम न्यायलय में PIL दाखिल किया है कि उच्चतम न्यायलय पूरी जाँच को अपने हाथों में ले लें । उम्मीद है कि आगे जानें बच सकेंगी, मामले की तह तक पहुँचा जा सकेगा।'
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