Friday, 3 July 2015

ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बाजी मार ले गए कप्तान धोनी

क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारूप टेस्‍ट मैच में आप जल्द ही रंगीन बॉल के साथ गेंदबाज को गेंदबाजी करते देखेंगे। ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में गुलाबी गेंद (पिंक बॉल) के साथ मैच खेलने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। इसी साल के अंत में वह क्रिकेट इतिहास में पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी भी करने जा रहा है। यह ऐतिहासिक मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच गुलाबी गेंद के साथ कृत्रिम रोशनी में पहला दिन-रात्रि टेस्ट नवंबर में एडिलेड ओवल में होगा।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार, 27 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की सीरीज का अंतिम टेस्ट इस लिहाज से ऐतिहासिक हो सकता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट मैच होने से दर्शकों की संख्या बढ़ेगी। स्टेडियम और टीवी पर ज्यादा दर्शक टेस्ट मैच को देख सकेंगे। हालांकि डे-नाइट टेस्ट मैच को लेकर कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में विरोधाभास है क्योंकि उनका मानना है कि रात में उन्हें गुलाबी गेंद देखने में दिक्कत आएगी।

भले ही कुछ खिलाड़ी गुलाबी गेंद के साथ मैच में उतरने से डरते हों लेकिन टीम इंडिया के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उनसे काफी तेज निकले और बहुत पहले ही इस गेंद के साथ दो-दो हाथ कर चुके हैं।टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद की चर्चा पिछले कुछ सालों से बनी ‌हुई है और अब इसके धरातल पर आने का समय तेजी से निकट आ रहा है। इस साल नवंबर में एडिलेड में पहली बार डे-नाइट का टेस्‍ट मैच खेला जा सकता है।

गुलाबी गेंद के साथ खेलने के मामले में भारतीय टीम के वनडे कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी मेजबान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से काफी आगे निकल गए। टीम इंडिया 2014-15 में जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी तभी धोनी ने इस गेंद का प्रयोग किया था।

धोनी ने गुलाबी गेंद का प्रयोग साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज के अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के बाद एक ट्रायल के दौरान किया। इस ट्रायल का आयोजन चैनल नाइन ने किया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद के साथ धोनी को गेंदबाजी करता एक वीडियो जारी किया है जिसमें भारतीय कप्तान गुलाबी गेंद के साथ एक स्‍थानीय बल्लेबाज को गेंड डाल रहे हैं।

बीसीसीआई और टीम इंडिया के वनडे कप्तान धोनी अब तक डीआरएस का विरोध करते रहे हैं लेकिन अब अगला सवाल सबके सामने है कि क्या भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद के साथ खेलने की योजना को आगे बढ़ाएगी? फिलहाल इस सवाल का जवाब तो किसी के पास नहीं है। हालांकि धोनी यह जवाब देने में सक्षम हैं।

धोनी ने पिछले साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के बीच ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अब वह टीम इंडिया में वनडे और टी-20 टीम के कप्तान हैं।

अभी डे-नाइट टेस्ट मैच में खेल के शुरू होने का समय तय नहीं हुआ है, हालांकि चर्चा है कि एडिलेड के समय के मुताबिक मैच दोपहर 2.30 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 9.30 बजे तक चल सकता है। परंपरागत लंच ब्रेक की जगह दूसरे और तीसरे सत्र के बीच में डिनर ब्रेक हो सकता है। इसी तरह चायकाल पहले सत्र के बाद किया जा सकता है।

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