ग़ज़ियाबाद खोड़ा के नेहरू गार्डन में शुक्रवार सुबह हाइटेंशन लाइन को छूकर गिर रही पानी की धार की चपेट में आने से एक बाउंसर की मौत हो गई। घटना के दौरान बाउंसर अपनी बाइक छज्जे के नीचे खड़ी कर रहा था।
नेहरू गार्डन निवासी शेखर खंडेलवाल (32) एक मॉल में बाउंसर है। वह यहां परिवार के साथ रहता हैं। सुबह शेखर� पत्नी को ऑफिस छोड़ने गया था। लौटने के बाद� वह बाइक घर के बाहर खड़ी कर रहा था।
इस दौरान दूसरी मंजिल स्थित छत से गिर रही बारिश के पानी ंकी धार पहली� मंजिल की बालकनी के पास से गुजर रही हाइटेंशन लाइन से छूती हुई उसके ऊपर गिरी, जिससे उसे करंट लग गया।
इस दौरान स्पार्किंग हुई। लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी और शेखर को अस्पताल लेकर दौड़े। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शेखर की मौत के बाद उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। शेखर के दो साल के बच्चे की मौत दो साल पहले हो चुकी है।
पानी की धार बनी कंडक्टर
पानी विद्युत का अच्छा सुचालक है। ऐसे में हाईटेंशन लाइन से होते हुए लगातार टपक रही पानी की धार एक तार के रूप में काम करती है, जिसमें करंट बहता है। इसकी चपेट में आने पर करंट लग सकता है।
कई इलाकों में है मौत की लाइन
अर्थला, महाराजपुर, वैशाली और प्रहलादगढ़ी में भी हाइटेंशन� लाइनें छतों के पास से गुजर रही हैं। बारिश के दौरान लोग लाइन को छूते हुए गिर रहे पानी से दूर रहें।
नेहरू गार्डन निवासी शेखर खंडेलवाल (32) एक मॉल में बाउंसर है। वह यहां परिवार के साथ रहता हैं। सुबह शेखर� पत्नी को ऑफिस छोड़ने गया था। लौटने के बाद� वह बाइक घर के बाहर खड़ी कर रहा था।
इस दौरान दूसरी मंजिल स्थित छत से गिर रही बारिश के पानी ंकी धार पहली� मंजिल की बालकनी के पास से गुजर रही हाइटेंशन लाइन से छूती हुई उसके ऊपर गिरी, जिससे उसे करंट लग गया।
इस दौरान स्पार्किंग हुई। लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी और शेखर को अस्पताल लेकर दौड़े। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शेखर की मौत के बाद उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। शेखर के दो साल के बच्चे की मौत दो साल पहले हो चुकी है।
पानी की धार बनी कंडक्टर
पानी विद्युत का अच्छा सुचालक है। ऐसे में हाईटेंशन लाइन से होते हुए लगातार टपक रही पानी की धार एक तार के रूप में काम करती है, जिसमें करंट बहता है। इसकी चपेट में आने पर करंट लग सकता है।
कई इलाकों में है मौत की लाइन
अर्थला, महाराजपुर, वैशाली और प्रहलादगढ़ी में भी हाइटेंशन� लाइनें छतों के पास से गुजर रही हैं। बारिश के दौरान लोग लाइन को छूते हुए गिर रहे पानी से दूर रहें।
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