Thursday, 11 June 2015
टूट रहा सोमनाथ भारती का परिवार, पत्नी ने लगाए बड़े आरोप
आम आदमी पार्टी के विधायक व पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती फिर विवादों में हैं। उनकी पत्नी ने आरोप लगाया है कि सोमनाथ लंबे समय से उनके साथ मारपीट करते आ रहे हैं। उन्होंने इस सिलसिले में दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) को लिखित शिकायत दी है, जिसके आधार पर आयोग ने भारती को 26 जून को पेश होने का नोटिस भेजा है। बता दें कि उनकी पत्नी लिपिका पिछले तीन साल से उनसे अलग द्वारका में रह रही हैं।आईटीओ स्थित दिल्ली महिला आयोग मुख्यालय में लिपिका ने फूट-फूटकर रोते हुए पति के खिलाफ मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने शिकायत की। उन्होंने कहा, ‘मैं सालों से घरेलू हिंसा सह रही थी, क्योंकि अलग होने का असर बच्चों पर भी पड़ता है। वर्ष 2010 से मेरे साथ मारपीट हो रही थी। मैं यह शादी तोड़ना चाहती हूं। बच्चों के साथ इज्जत से जीना चाहती हूं। भारती अब दोनों बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार करने लगे हैं। मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती।’भारती की पत्नी बुधवार शाम को महिला आयोग की एक सदस्य के साथ दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) दीपक मिश्रा से आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय में मिलीं। मिश्रा ने बताया कि लिपिका ने उन्हें अपनी परेशानी बताई है। उनसे लिखित में शिकायत देने के लिए कहा गया है। माना जा रहा है कि� लिपिका एक-दो दिन में दिल्ली पुलिस को शिकायत दे सकती हैं।बता दें कि वर्ष 2014 में 49 दिनों की आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान सोमनाथ भारती कानून मंत्री थे। उस दौरान उन्होंने खिड़की एक्सटेंशन में नाइजीरिया की महिलाओं के घर आधी रात को छापा मारा था। भारती का कहना था कि वहां संदिग्ध गतिविधियों के चलते छापा मारा गया था। महिलाओं की शिकायत पर भारती के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला ने कहा है कि पूर्व कानून मंत्री व विधायक की पत्नी ने घरेलू हिंसा की शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वे उनसे सालों से मारपीट कर रहे हैं।
गिरफ्त में आया '700 अरब का दावेदार', खुले गहरे राज
विश्व प्रसिद्ध बरसाना के श्रीजी मंदिर और मंदिर से जुड़ी 700 अरब की संपत्तियों पर कब्जे के प्रयास के मामले में दिनेश कुमार दास सहित दस लोगों को पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा है। पकड़े गए लोगों से पुलिस ने तीन तमंचे, सात बम और विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
इन शातिरों ने कोर्ट का फर्जी आदेश बनाकर मंदिर और उसकी संपत्तियों पर दावा किया था। मामले में मंदिर के सेवायतों को छह माह से डराया धमकाया जा रहा था। गोवर्धन के सोंख अड्डा निवासी दिनेश कुमार दास ने अपने पुरखों को मंदिर बनवाने वाले राजाओं का सेवक बताया था। उनका कहना था कि मंदिर और मंदिर से जुड़ी 700 अरब की संपत्ति पुरखों के नाम है।
धमाके के जरिए दहशत फैलाकर श्रीजी के मंदिर में काबिज होने वालों की चाल बेनकाब करते हुए एसएसपी डा. राकेश सिंह ने बताया कि इसके लिए दिनेश ने छाता तहसील की जेएम क्रिमिनल कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट से जारी किए आदेश में फर्जीवाड़ा कर उसने खुद के पक्ष में आदेश बना लिया। आदेश को आधार बनाकर वह पुलिस-प्रशासन को गुमराह करता रहा और मंदिर सेवायतों को डराता-धमकाता रहा।
मामले में चार दिन पूर्व से कब्जे का प्रयास चल रहा था। इसे देखते हुए मंदिर में पीएसी तैनात कर दी गई थी। मंगलवार की शाम गोकुलेश कटारा और मंदिर रिसीवर कृष्ण मुरारी ने बरसाना पुलिस को तहरीर दी। इस पर पुलिस ने दिनेश कुमार दास और होमगार्ड ब्रिजेन्द्र सहित 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों के कब्जे और निशानदेही पर पुलिस ने तीन तमंचे, 15 कारतूस और सात देशी बम बरामद किए हैं। पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम दिया गया है।
इन शातिरों ने कोर्ट का फर्जी आदेश बनाकर मंदिर और उसकी संपत्तियों पर दावा किया था। मामले में मंदिर के सेवायतों को छह माह से डराया धमकाया जा रहा था। गोवर्धन के सोंख अड्डा निवासी दिनेश कुमार दास ने अपने पुरखों को मंदिर बनवाने वाले राजाओं का सेवक बताया था। उनका कहना था कि मंदिर और मंदिर से जुड़ी 700 अरब की संपत्ति पुरखों के नाम है।
धमाके के जरिए दहशत फैलाकर श्रीजी के मंदिर में काबिज होने वालों की चाल बेनकाब करते हुए एसएसपी डा. राकेश सिंह ने बताया कि इसके लिए दिनेश ने छाता तहसील की जेएम क्रिमिनल कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट से जारी किए आदेश में फर्जीवाड़ा कर उसने खुद के पक्ष में आदेश बना लिया। आदेश को आधार बनाकर वह पुलिस-प्रशासन को गुमराह करता रहा और मंदिर सेवायतों को डराता-धमकाता रहा।
मामले में चार दिन पूर्व से कब्जे का प्रयास चल रहा था। इसे देखते हुए मंदिर में पीएसी तैनात कर दी गई थी। मंगलवार की शाम गोकुलेश कटारा और मंदिर रिसीवर कृष्ण मुरारी ने बरसाना पुलिस को तहरीर दी। इस पर पुलिस ने दिनेश कुमार दास और होमगार्ड ब्रिजेन्द्र सहित 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों के कब्जे और निशानदेही पर पुलिस ने तीन तमंचे, 15 कारतूस और सात देशी बम बरामद किए हैं। पुलिस टीम को पांच हजार का इनाम दिया गया है।
Wednesday, 10 June 2015
भारतीय सेना ने म्यांमार में घुसकर मणिपुर हमले में शामिल 100 उग्रवादियों को किया ढेर
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने म्यांमार सीमा में दो किलोमीटर अंदर घुसकर उग्रवादियों के दो कैंप पुरी तरह तबाह कर डाले। सेना की इस कार्रवाई में करीब 100 उग्रवादियों के मारे जाने की खबर है।
सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि ये प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया ऐतिहासिक और साहसिक फैसला था। ये उन पड़ोसी देशों के लिये भी एक कड़ा संदेश है जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चार जून को मणिपुर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया था जिससे सेना के 18 जवान शहीद हो गए। इसके बाद सरकार ने तय किया कि उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उसी का नतीजा रहा कि सेना को पक्की खबर मिली कि मणिपुर और नगालैंड सीमा पर उग्रवादी फिर से हमले की साजिश रचने में लगे हैं। फिर क्या था, म्यांमार सरकार के सहयोग से योजनाबद्ध तरीके से सेना ने उग्रवादी कैंपों पर सुबह साढ़े नौ बजे हमला बोल दिया।
सेना की इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा उग्रवादी मारे गए हैं। इनमें ज्यादातर वही उग्रवादी थे जो घात लगाकर 18 जवानों की हत्या करने में शामिल थे। इस अभियान में उग्रवादियों के दो कैंप पूरी तरह से बरबाद कर दिए गए हैं। 18 जवानों की हत्या के बाद निराश और क्रोधित भारतीय सेना के लिए इस कार्रवाई को मनोबल ऊंचा करने वाला बताया जा रहा है। इस कार्रवाई में सेना ने MI-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया।
सेना के सूत्रों का कहना है कि 1993 के बाद भारतीय सेना ने म्यांमार बॉर्डर पार करके ऐसे कार्रवाई को अंजाम दिया और इसमें वहां की सरकार व सेना ने भी भारतीय सेना का भरपूर सहयोग किया। सूत्रों के अनुसार भारतीय पैरा कमांडो सुबह MI-17 हेलीकॉप्टर से म्यांमार सीमा में गए और ऑपरेशन को अंजाम देकर वापस लौट आए। खास बात ये भी कि इस कार्रवाई में कोई भी कमांडो घायल तक नहीं हुआ।
इससे पहले 2003 में सेना ने ऐसा ऑपरेशन भूटान सीमा में घुसकर उल्फा के खिलाफ किया था। सेना ने जिस तरह की कार्रवाई की है, ऐसे ही हालात 2008 में मुंबई हमले के वक्त भी बन गए थे। उस समय भी एलओसी पार करके पीओके में ऐसी ही कार्रवाई की बात कही जा रही थी, लेकिन सरकार की ओर से ग्रीन सिग्नल न मिलने की वजह सेना सरहद पार बैठे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाई।
सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि ये प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया ऐतिहासिक और साहसिक फैसला था। ये उन पड़ोसी देशों के लिये भी एक कड़ा संदेश है जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चार जून को मणिपुर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया था जिससे सेना के 18 जवान शहीद हो गए। इसके बाद सरकार ने तय किया कि उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उसी का नतीजा रहा कि सेना को पक्की खबर मिली कि मणिपुर और नगालैंड सीमा पर उग्रवादी फिर से हमले की साजिश रचने में लगे हैं। फिर क्या था, म्यांमार सरकार के सहयोग से योजनाबद्ध तरीके से सेना ने उग्रवादी कैंपों पर सुबह साढ़े नौ बजे हमला बोल दिया।
सेना की इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा उग्रवादी मारे गए हैं। इनमें ज्यादातर वही उग्रवादी थे जो घात लगाकर 18 जवानों की हत्या करने में शामिल थे। इस अभियान में उग्रवादियों के दो कैंप पूरी तरह से बरबाद कर दिए गए हैं। 18 जवानों की हत्या के बाद निराश और क्रोधित भारतीय सेना के लिए इस कार्रवाई को मनोबल ऊंचा करने वाला बताया जा रहा है। इस कार्रवाई में सेना ने MI-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया।
सेना के सूत्रों का कहना है कि 1993 के बाद भारतीय सेना ने म्यांमार बॉर्डर पार करके ऐसे कार्रवाई को अंजाम दिया और इसमें वहां की सरकार व सेना ने भी भारतीय सेना का भरपूर सहयोग किया। सूत्रों के अनुसार भारतीय पैरा कमांडो सुबह MI-17 हेलीकॉप्टर से म्यांमार सीमा में गए और ऑपरेशन को अंजाम देकर वापस लौट आए। खास बात ये भी कि इस कार्रवाई में कोई भी कमांडो घायल तक नहीं हुआ।
इससे पहले 2003 में सेना ने ऐसा ऑपरेशन भूटान सीमा में घुसकर उल्फा के खिलाफ किया था। सेना ने जिस तरह की कार्रवाई की है, ऐसे ही हालात 2008 में मुंबई हमले के वक्त भी बन गए थे। उस समय भी एलओसी पार करके पीओके में ऐसी ही कार्रवाई की बात कही जा रही थी, लेकिन सरकार की ओर से ग्रीन सिग्नल न मिलने की वजह सेना सरहद पार बैठे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाई।
पीएम से लेकर क्रिकेट खिलाड़ी तक इसी होटल में ठहरते हैं
बांग्लादेश के जिस होटल में पीएम मोदी ठहरे थे, वहीं टीम इंडिया भी ठहरी है. दरअसल होटल है ही कुछ ऐसा की हर किसी का ठहरने का जी करे.भारतीय टीम एक टेस्ट और तीन वनडे खेलने के लिए बांग्लादेश पहुंच गई है. खिलाड़ियों को ढाका के फाइव स्टार होटल पैन पेसेफिक में ठहराया गया है.हाल ही में बांग्लादेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसी होटल में ठहराया गया था. भारतीय टीम पूरे दौरे में इसी होटल में ठहरेगी.भारतीय टीम बांग्लादेश से एकमात्र टेस्ट मैच 10 जून से खेलेगी.कितना है यहां एक रात का किराया- इस होटल में एक रात का किराया 8969 रुपए से लेकर 38,759 रुपए तक है. क्रिकेट बोर्ड की ओर से एक कमरे में दो खिलाड़ियों को ठहराया गया है.यहां पहले भी टीम इंडिया ठहर चुकी है. उनके अलावा श्रीलंकाई और पाकिस्तानी टीम को भी यहीं ठहराया गया था.सिक्युरिटी के लिहाज से यह बांग्लादेश का सबसे बेहतर होटल माना जाता है. होटल में कई लग्जरियस सुविधाएं हैं. स्टेडियम के करीब होटलों में सबसे बेहतर. स्टे करने वाले लोगों के लिए एयरपोर्ट करीब.
बिजली-पानी के लिए यूपी की सड़कों पर हुआ ‘तांडव’, तस्वीरें
कहर बरपाती गर्मी में राजधानी की बिजली व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। यह दोहरा सितम जनता बर्दाश्त न कर सकी तो सब्र का बांध टूट गया। गर्मी से बेहाल लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने सड़क जाम की और तोड़-फोड़ शुरू कर दी।खास बात है कि एक पखवारे में दूसरी बार शहर का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूबा और यह इस गर्मी में अब तक का यह सबसे बड़ा संकट भी थ
बत्ती गुल होने के विरोध में हुसैनगंज के बर्लिंग्टन चौराहे से लेकर अवध हास्पिटल चौराहे के बीच तीन जगहों पर आक्रोशित लोग सड़क पर उतर आए।
'तनु वेडस मनु रिटर्न्स' के बाद कंगना ने मुड़वाए बाल, देखिए तस्वीरें
'तनु वेडस मनु रिटर्न्स' की कामयाबी के बाद कंगना रनौत चौंकाने वाला कदम उठाने जा रही हैं। ये उसकी अनुमानित तस्वीर है।बॉलीवुड लाइफ डॉट कॉम की खबर के मुताबिक कंगना जल्द ही अपने बाल मुड़वाने जा रही हैं।
पीएम मोदी की टिप्पणी पर ट्विंकल खन्ना का जवाब...!
मुंबई। आम लोगों से लेकर बॉलीवुड स्टार्स तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया पर बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर की गई टिप्पणी पर घेर रहे हैं। ट्विटर पर तो पीएम मोदी की कड़ी आलोचनाएं हो रही हैं। दरअसल, पीएम मोदी यह कह कर महिलाओं के निशाने पर आ गए कि शेख हसीना ने एक 'महिला होने के बावजूद' आतंकवाद से लड़ने का संकल्प लिया है।
इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बॉलीवुड अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना ने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया, 'हा हा! नहीं, हम महिला हैं फिर भी हमारे लिए सारे मर्द हर सुबह चोरी-छिपे बड़ी सावधानी से अपनी मूंछें साफ करते हैं।'