Sunday 13 September 2015
जब तक बेटी घर नहीं आ जाती चिंता लगी रहती है: केजरीवाल
नई दिल्ली(14 सितंबर):दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है। केजरीवाल ने कहा कि वुमेन राइट्स बिल को विधानसभा के अगले सत्र में पेश किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक उनकी बेटी आईआईटी कैंपस से वापस नहीं लौट आती है तब तक वह और उनका परिवार चिंतित रहता है।
केजरीवाल ने कहा, "जब मेरी बेटी आईआईटी कैंपस से देरी से आती है और जब तक सुरक्षित घर नहीं पहुंचती तब तक मैं और मेरा परिवार परेशान रहता है। अगर मुझे मुख्यमंत्री होने के बाद ऐसा महसूस होता है तो मैं सोच सकता हूं और लोगों को कैसा लगता होगा। सुरक्षा की भावना को सुनिश्चित करने के लिए हमे स्थिति को बदलने की दिशा में काम करना होगा।"
दिल्ली सीएम ने आगे कहा कि दिल्ली महिला आयोग को और पावर दी जाएगी। उन्होंने कहा, "महिलाओं और उनकी परिवार को सुरक्षित महसूस कराने के लिए हमे जल्द उपाय ढूंढने होंगे। हमे ऐसा वातावरण बनाना होगा जिसमें रात में भी महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें।"
ये समझाते हुए कि उनकी सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी लगाने जैसे कुछ कदम उठाए हैं केजरीवाल ने कहा, इन कदमों का सही असर तब दिखेगा जब महिलाओं के साथ क्राइम रने वाले लोगों को जल्द से दंडित किया जाएगा।
इस भोजपुरी गाने का अमेरिकी वर्जन सुन चौंक जाएंगे आप!
नई दिल्ली (13 सितंबर): भोजपुरी संगीत पसंद करने वाले लोगों ने कई हिंदी गानों को भोजपुरी में बदलकर गाए गए वर्जन्स को सुना होगा। इसके अलावा सुपर हिट भोजपुरी गाने 'लॉलीपॉप लागेलू' को तो आपमें से लगभग सभी ने सुना होगा। लेकिन कभी आपने किसी भोजपुरी गाने का अमेरिकी वर्जन सुना है?
दरअसल, इसी सुपरहिट गाने 'लॉलीपॉप लागेलू' को रिवाइज कर इसका अमेरिकी वर्जन इन दिनों खूब पसंद किया जा रहा है। इस गाने का अमेरिकी वर्जन सिद्धार्थ स्लैथिया ने गाया है। यह असली गाने से बिल्कुल अलग ढंग से गाया गया है। इस गाने को 7 सितंबर को यूट्यूब पर रिलीज किया गया। इसे सोशल मीडिया पर काफी लोग पसंद कर रहे हैं।
कल का वॉचमैन, सेल्समैन और वेटर आज है सुपरस्टार
सही कहा है किसी ने जीवन में सब कुछ आसान नहीं होता है लेकिन यह भी सही है कि इंसानी हौसलों के आगे कुछ भी असंभव नहीं होता है. इस कथन को सत्यापित करने के लिए बॉलीवुड से बेहतर मिसाल और क्या हो सकता है! बॉलीवुड में आज ऐसे कई जाने-माने चेहरे हैं जो कभी वॉचमैन, सेल्समैन, वेटर जैसी जिंदगी जी चुके हैं. जब एक साधारण सा व्यक्ति अपने सपनों को सकार करने के लिए मायानगरी मुंबई में आकर अपने अभिनय से लाखों, करोड़ों दर्शकों के दिल को जीत सकता है तो सचमुच असंभव कुछ भी नहीं है. जानिए इस फेहरिस्त में ऐसे कौन-कौन से अभिनेता हैं.
संजय मिश्रा- संजय मिश्रा अपने जीवंत अभिनय के लिय जाने जाते हैं. लेकिन आपको जानकार आश्चर्य होगा कि पिता के निधन के बाद संजय एक ढ़ाबा पर ऑमलेट बेचा करते थे.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी- किसी भी फिल्म में नवाजुद्दीन की इंट्री पर सिनेमा प्रेमी तालियों और सीटियों के साथ उनका स्वागत करता है. इनके बोले गए संवाद दर्शकों के जुवान पर चढ़ जाता है. लेकिन शुरुआती दिनों में अपने पोकेट खर्च के लिए नवाजुद्दीन दिल्ली में वॉचमैन की नौकरी करते थे.
अक्षय कुमार- हरफन मौला अभिनेता अक्षय कुमार आज एक फिल्म के लिए 40 से 45 करोड़ रूपए तक लेते हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब अक्षय बैंकॉक के एक होटल में प्लेट साफ किया करते थे.
बोमन ईरानी- फिल्म जगत में बोमन ईरानी अलग अभिनय के लिए जाने जाते हैं. किसी भी चरित्र को अपने अभिनय से जीवंत बना देते हैं. लेकिन एक जमाने में बोमन ताज महल प्लेस होटल में वेटर और रूम सिर्विस स्टाफ की नौकरी किया करते थे.
अरशद वारसी- सर्किट की भूमिका को अपने अभिनय से कालजई बनाने वाले अरशद वारसी कभी मुंबई के बसों में लिपिस्टिक और नेल पॉलिश बेचा करते थे.
मनोज वाजपेयी- मनोज वाजपेयी अभिनय में बहुत ही मंझे हुए और गंभीर अभिनेता के रूप में जाने जाते हैं. इतने बेहतरीन कलाकार होने के बावजूद भी इन्हें एन.एस.डी (NSD) ने चार बार रिजेक्ट किया था.
रजनीकांत- दक्षिण भारत के सबसे चर्चित अभिनेता रजनीकांत के लिए फिल्मी पर्दे पर कुछ भी असंभव नहीं होता है. फिल्म में आने से पहले रजनीकांत कारपेंटर, कूली और बस कंडक्टर भी रह चुके हैं.
महमूद- फिल्मी पर्दे पर महमूद की उपस्थिति मात्र से दर्शक हंस-हंस कर लोट-पोत हो जाते हैं. सब को हँसाने वाले महमूद फिल्म में आने से पहले ड्राईवर और पोल्ट्री विक्रेता हुआ करते थे.
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