Sunday 9 August 2015
क्रिकेट के मैदान पर शायद ही आपने कभी ऐसा देखा हो!
नई दिल्लीः क्रिकेट के मैदान पर शायद ही आपने पहले कभी ऐसी घटना देखी होगी जिसमें अपने ही टीम के खिलाफ टीम का प्लेयर फील्डिंग करे. इतना ही नहीं टीम को अपने प्लेयर के अलावा न सिर्फ विरोधी टीम बल्कि अपने वीडियो विश्लेष्क को भी मैदान पर उतारना पड़ा.ये अजूबा रविवार को चेन्नई में खेले गए इंडिया ए और साउथ अफ्रीका ए के बीच ट्राई सीरीज के मैच में देखने को मिला. इंडिया ए को रविवार के खेले गए मैच में बोनस अंक के साथ बड़ी जीत मिली. लेकिन मैदान पर उस समय सभी हैरान हो गए जब साउथ अफ्रीका ए को फील्डिंग के लिए खिलाड़ी बाहर से लाने पड़े.
क्यों हुआ ऐसा -
साउथ अफ्रीका ‘ए’ के कई खिलाड़ी पेट की तकलीफ और ऐंठन से परेशान थे. आलम यह था जब भारतीय टीम बल्लेबाजी कर रही थी तब उसके वीडियो विश्लेषक और फिर बाद में भारतीय खिलाड़ी मनदीप सिंह को साउथ अफ्रीकी टीम की तरफ से फील्डिंग के लिये उतरना पड़ा. मनदीप जब अफ्रीकी कपड़े में मैदान पर आए तो सभी हैरान हो गए.
शहीद के परिवार ने मांगे एक करोड़ और 2 सरकारी नौकरी
उधमपुर में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए रॉकी के परिजनों ने अंबाला सांसद रतनलाल कटारिया ने मांगपत्र देकर मांग की कि उन्हें एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता, पेट्रोल पंप और रॉकी के भाई तथा बहन को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही गांव का मुख्यद्वार और स्टेडियम रॉकी के नाम पर बने।
इसके अलावा गांव फतेगढ़ तुंबी में मंजूर सरकारी कॉलेज भी उसके नाम पर हो। कटारिया शनिवार को रामगढ़ माजरा में रॉकी के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे। उन्होंने हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। कटारिया के साथ, मुख्य संसदीय सचिव नायब सैनी, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने भी रॉकी के परिवार को सांत्वना दी।
कटारिया ने शहीद रॉकी के परिवार से कहा कि इस दुख की घड़ी में उनकी पार्टी परिवार के साथ है। उनका प्रयास है कि वह मुख्यमंत्री को भी गांव रामगढ़ माजरा में लाएं व परिजनों से मिलवाएं। उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री से विस्तार से बात की है। वह कोशिश करेंगे कि परिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलाया जाए। उन्होंने कहा कि रॉकी की शहादत को वह सलाम करते हैं। रॉकी गांव रामगढ़ माजरा का सपूत ही नहीं, बल्कि पूरे देश का वीर सपूत है। उन्होंने कहा कि यह रॉकी की ही बहादुरी का परिचय है कि कसाब के बाद नावेद पाकिस्तानी आतंकवादी को पकड़ने में सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि वे संसद के अपने बड़े नेताओं व गृहमंत्री राजनाथ से विचार-विमर्श कर परिवार को हरसंभव मदद दिलाने की कोशिश करेंगे। इस मौके पर एसडीएम बिलासपुर पूजा चांवरिया, डीएसपी सुभाष चद, तहसीलदार सुरेश कुमार, एसएचओ दलीप सिंह, ग्राम सचिव राजेश, विजयंत अशोक मेहता, सुभाष तुंबी� मौजूद रहे।
धन्य है ऐसी मां...
सांसद रतनलाल कटारिया व मुख्य संसदीय सचिव नायब सैनी तथा यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा शहीद रॉकी की मां अग्रेजों व बहन नेहा से भी मिले और उन्हें हिम्मत रखने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसा पुत्र हर किसी माता की कोख से जन्म नहीं लेता है। उन्होंने कहा कि धन्य है ऐसी माता जिन्होंने ऐसे सपूत को जन्म दिया। उन्होंने रॉकी की बहन नेहा को भी सांत्वना दी और उन्हें अच्छी पढ़ाई करने को कहा और उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया।
इसके अलावा गांव फतेगढ़ तुंबी में मंजूर सरकारी कॉलेज भी उसके नाम पर हो। कटारिया शनिवार को रामगढ़ माजरा में रॉकी के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे। उन्होंने हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। कटारिया के साथ, मुख्य संसदीय सचिव नायब सैनी, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने भी रॉकी के परिवार को सांत्वना दी।
कटारिया ने शहीद रॉकी के परिवार से कहा कि इस दुख की घड़ी में उनकी पार्टी परिवार के साथ है। उनका प्रयास है कि वह मुख्यमंत्री को भी गांव रामगढ़ माजरा में लाएं व परिजनों से मिलवाएं। उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री से विस्तार से बात की है। वह कोशिश करेंगे कि परिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलाया जाए। उन्होंने कहा कि रॉकी की शहादत को वह सलाम करते हैं। रॉकी गांव रामगढ़ माजरा का सपूत ही नहीं, बल्कि पूरे देश का वीर सपूत है। उन्होंने कहा कि यह रॉकी की ही बहादुरी का परिचय है कि कसाब के बाद नावेद पाकिस्तानी आतंकवादी को पकड़ने में सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि वे संसद के अपने बड़े नेताओं व गृहमंत्री राजनाथ से विचार-विमर्श कर परिवार को हरसंभव मदद दिलाने की कोशिश करेंगे। इस मौके पर एसडीएम बिलासपुर पूजा चांवरिया, डीएसपी सुभाष चद, तहसीलदार सुरेश कुमार, एसएचओ दलीप सिंह, ग्राम सचिव राजेश, विजयंत अशोक मेहता, सुभाष तुंबी� मौजूद रहे।
धन्य है ऐसी मां...
सांसद रतनलाल कटारिया व मुख्य संसदीय सचिव नायब सैनी तथा यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा शहीद रॉकी की मां अग्रेजों व बहन नेहा से भी मिले और उन्हें हिम्मत रखने को कहा। उन्होंने कहा कि ऐसा पुत्र हर किसी माता की कोख से जन्म नहीं लेता है। उन्होंने कहा कि धन्य है ऐसी माता जिन्होंने ऐसे सपूत को जन्म दिया। उन्होंने रॉकी की बहन नेहा को भी सांत्वना दी और उन्हें अच्छी पढ़ाई करने को कहा और उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया।
सरहद पार जाना चाहती हैं करीना कपूर
मुंबई। करीना कपूर की हालिया रिलीज फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ भारत और पाकिस्तान की पृष्ठभूमि पर बनी है। पाकिस्तान से करीना का भी कनेक्शन है। दरअसल, करीना के पति सैफ अली खान के कई रिश्तेदार वहां रहते हैं। करीना अभी तक पाकिस्तान नहीं गई हैं, लेकिन एक बार वहां जाने की ख्वाहिश रखती हैं। रणबीर-दीपिका की पार्टी में पहुंचकर कट्रीना ने किया 'तमाशा' दरअसल, करीना कपूर ने सैफ अली खान से पाकिस्तानी रिश्तेदारों और वहां के खानपान की खूब तारीफें सुन रखीं हैं। वे बताती हैं, ‘बहुत बार पाकिस्तान से बुलावा आया है। सैफ के परिवार के कई लोग लाहौर में हैं। मैं भी वहां जाने की ख्वाहिशमंद हूं। मुझे वहां का खान-पान बहुत पसंद हैं। बहुत लोग कहते हैं कि हमारी फैन फॉलोइंग वहां पर बहुत है। अभी वहां जाने का कोई प्लान नहीं बना है लेकिन मैं वहां जाना पसंद करूंगी।’ करीना ने कॉमर्शियल हो या ऑफबीट, सभी प्रकार की फिल्मों में अपना लोहा मनवाया है। शादीशुदा होने के बावजूद वे डिमांड में बनी हैं। इन दिनों नायिका प्रधान फिल्मों को खासा पसंद किया जा रहा है। ऐसी फिल्मों के चयन को लेकर करीना कहती हैं, ‘जब तक कंटेंट अच्छा नहीं होगा, मैं हीरोइन ओरिएंटेड फिल्म का हिस्सा नहीं बनना चाहूंगी। हाल में रिलीज ‘तनु वेड्स मनु रिटन्र्स’ जैसी फिल्में कंटेंट की वजह से ही हिट हुई हैं। हालांकि ऐसी फिल्मों की संख्या गिनती की है। ‘चमेली’ हो या ‘हीरोइन’ मैं स्क्रिप्ट पर ही फोकस करती हूं। अगर स्क्रिप्ट मुझे पसंद आती है तभी फिल्म करती हूं
पीेएम मोदी की आज गया में रैली, अमित शाह भी होंगे साथ
9 अगस्त): बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले ही बिहार के सियासी फिजा में चुनावी रंग घुल चुका है। पीएम मोदी मुजफ्फरपुर के बाद आज गया में दूसरी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। ये वो इलाका है जहां से जीतन राम मांझी आते हैं और दलितों की अच्छी आबादी है।
पीएम मोदी गया के गांधी मैदान में 1 बजे सभा को संबोधित करेंगे। बीजेपी नेताओं का दावा है कि गया कि अबतक सबसे बड़ी रैली होगी। इसके साथ ही पीएम मोदी के विरोध में नक्सलियों ने गया बंद का भी अहवान किया है। पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार को बड़ी बारीकियों से देखे हैं। इस बिहार ने लोकसभा की 40 में से 31 सीटें मोदी की झोली डाली हैं और अब विधानसभा की 243 सीटों का सवाल है।
पीएम मोदी के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी होंगे। बता दें इससे पहले उन्होंने 25 जुलाई को पटना का दौरा किया था और वहां कई केंद्रीय योजनाओं को शुरू किया था। गया रैली के बाद पीएम मोदी बिहार में जीत सुनिश्चित करने के लिए अगस्त में दो और रैली को संबोधित करेंगे। 19 अगस्त को सहरसा में और 30 अगस्त को भागलपुर में सभा को संबोधित करेंगे ।
आप विधायक अलका लाम्बा पर हमला
दिल्ली ( 9 अगस्त):आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा पर आज कश्मीरी गेट के यमुना बाजार इलाके में हमला हुआ। अलका नशे के खिलाफ कैंपन करने यमुना बाजार इलाके में पहुंची थीं। चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा इलाके में 'नशा मुक्त भारत' अभियान चला रही हैं। हमले में अलका लांबा के सिर पर चोट आई है।
अलका ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपने ऊपर हुए हमले के बाद अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा की 9 अगस्त क्रांति दिवस है। नशे के खिलाफ हमारी ये जंग जारी रहेगी।
गौहत्या का खुला समर्थन तो मुगल भी नहीं करते थे'
नई दिल्ली (8 अगस्त):केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कृषि मंत्रालय के सहयोग से आयोजित गोरक्षा पर एक सम्मेलन में बोलते हुए गोरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने इतिहास का उदाहरण देते हुए कहा कि मुगलों तक को पता था कि यदि उन्हें शासन करना है तो गोवध को खुला समर्थन व्यावहारिक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश लोग इस पहलू को समझने में विफल रहे।
वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में उन्होंने बांग्लादेश को होने वाली मवेशियों की तस्करी रोंकने के लिए काम किया है। उन्होंने इसे सुनिश्चित किए जाने के लिए बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने इसके लिए लगातार प्रयास किए। सिंह ने कहा कि मेरे पास मुगल शासकों के बारे में जो भी अल्प जानकारी है, मैं कह सकता हूं कि मुगल शासकों को ये बात पता थी। वो समझते थे कि गोवध कर और गोवध को खुला समर्थन कर वे लंबे समय तक शासन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यहां तक कि बाबर ने भी अपनी वसीयत में लिखा कि हम एक बार में दो चीजें नहीं कर सकते। या तो जनता के दिलों पर राज करो या गोमांस खाओ। केवल एक बात हो सकती है, साथ साथ ये दोनों काम नहीं हो सकते।
राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय गोधन महासंघ में बोलते हुए कहा कि जब ब्रिटिश भारत आए, भारतीय परंपरा का जिस तरह आदर होना चाहिए था वैसा नहीं हुआ। इसलिए ये स्थिति और खराब हो गई। आजादी की पहली लड़ाई (1857) की वजहों में से एक मुख्य वजह गाय की चर्बी थी, जो कारतूस में इस्तेमाल होती थी। इससे गाय के प्रति जनता की आस्था का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि जब मैंने कार्यभार संभाला, महीने भर के भीतर तय किया कि मैं गाय की तस्करी का भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौके पर जाकर जायजा लूंगा। तस्करी रोकना बेहद मुश्किल था। राजनाथ ने कहा कि वह बीएसएफ जवानों के पास गये और कहा कि जब हम तस्करी रोक लें तभी इस बैठक को सफल माना जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने गोरक्षा के लिए 500 करोड़ रूपए का आवंटन किया है। इसके अलावा भारतीय नस्ल की गायों पर अनुसंधान के लिए दो केन्द्र बनाए गए हैं।