दरअसल बिल्डिंग के निर्माण के लिए रात में आया रेत से भरा टिपर वहां रह रहे मजदूरों की झोपड़ियों पर पलटने से हुआ। इससे एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई है और दो मजदूर घायल हो गए। मरने वालों में पति-पत्नी व उनके चार बच्चे शामिल हैं। मृतक परिवार यूपी के जिला बदायूं का रहने वाला था। थाना सिविल लाइन पुलिस ने टिपर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे मेडिकल कालेज में लड़कियों के हास्टल के निर्माण के संबंध में रेत से भरा टिपर आया था। ड्राइवर जब टिपर बैक कर रहा था। इसी दौरान टिपर अचानक से पास ही निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की झोपड़ियों पर पलट गया।इस हादसे में मजदूर राजू (32), उसकी पत्नी मानसी (30), इनका लड़का आशु (10), निहाल (5)� शीतल (3) व खुशी (1) की मौत हो गई है। इस हादसे में राजू के साथ वाली झोपड़ी में सो रहे दो अन्य मजदूर भी जख्मी हुए हैं, जिनका राजिंदरा अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हादसे में मरने वाला राजू यूपी के बदायूं जिले के थाना दामनी कोड़ियां इलाके का रहने वाला था। थाना सिविल लाइन पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए टिपर ड्राइवर भुपिंदर सिंह निवासी गांव बासां जिला करनाल (हरियाणा) हाल निवासी गुरुनानक नगर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव वारिसों के हवाले कर दिए। टिपर चालक की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है।
एसडीएम गुरपाल सिंह चहल ने बताया कि जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवार वालों को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए केस बनाकर सरकार को भेजा है। मंजूरी मिलने के बाद इसका ऐलान कर दिया जाएगा। साथ ही कहा कि टिपर मिट्टी व रेत लेकर रात के समय ही क्यों आते हैं, इसकी भी जांच की जाएगी। अगर कोई लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।