Monday 29 June 2015
नोएडा: बाइक से टक्कर लगने पर इंजीनियर को मारी गोली
नोएडा (29 जून): दिल्ली से सटे नोएडा में बीती रात एक रोड रेज का मामला सामने आया है। मामला फेस 3 थाना इलाके का है, जहां एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पति-पत्नी बाइक से घर जा रहे थे तभी उनकी दूसरे बाइक सवार से टक्कर हो गई। जिस पर पहले तो बहस हुई बाद में इंजीनियर पर फायरिंग करके निकल गए।
पहली गोली उसे नहीं लगी लेकिन दूसरी कमर पर लग गई। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। इंजीनियर का नाम चंद्रपाल है। पति, पत्नी दोनों सेक्टर 60 से विजय नगर अपने घर जा रहे थे।
जम्मू कश्मीर को सहायता के बदले सेना ने थमाया 500 करोड़ का बिल
पिछले साल सितंबर में जम्मू-कश्मीर में आई भंयकर बाढ़ के दौरान द्वारा किए गए राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने जारी 500 करोड़ रुपये का एक बिल पेश किया।
केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्रालय द्वारा बाढ़ सहायता एवं बचाव कार्य के नाम पर जमा किए गए बिल का भुगतान जम्मू-कश्मीर के लिए जारी 1,602 करोड़ रुपये की आपदा सहायता राशि में से किया है। इस राशि में में कुछ हिस्सा एनडीआरएफ के साथ भी शेयर किया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा 6 फरवरी को राज्य सरकार को लिए गए एक पत्र में इन 500 करोड़ रुपए की कटौती की जानकारी दी गई है। राहत ऑपरेशन में हुए खर्च के बिल की 500 करोड़ रुपये की रकम रक्षा मंत्रालय ने बिल जमा कर वापस हासिल कर ली।गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर सरकार को लिखे गए सरकारी सहायता से संबंधित इस पत्र में कहा गया है कि वायु सेना द्वारा किए गए बचाव कार्य और हेलिकॉप्टर द्वारा जरूरी सामान गिराए जाने के बदले रक्षा मंत्रालय को 500 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सेना द्वारा किसी भी राहत एवं बचाव कार्य के बाद इस तरह का बिल जमा करना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। मंत्रालय ने कहा कि राहत कार्यों के दौरान भारतीय वायु सेना द्वारा खर्च किए गए सामान और बाकी सभी का भुगतान करना प्रक्रिया का ही हिस्सा है।
�
आपको बताते चलें कि पिछले साल भारी बारिश के बाद झेलम में आई बाढ़ में लगभग 300 लोग मारे गए जबकि 15 लाख के करीब आबादी बुरी तरह से प्रभावित हुई।
सितंबर में आई इस बाढ़ से कश्मीर के ज्यादातर हिस्से बुरी तरह से जूझ रहे थे जबकि राजधानी श्रीनगर की हालत सबसे ज्यादा खराब थी।बाढ़ के समय 2 लाख से भी ज्यादा सैलानी राज्य में फंसे हुए थे।उन्हें बचाने और पूरी आबादी के लिए राशन, दवाई और बुनियादी सामान आकाश के रास्ते हेलिकॉप्टरों की मदद से लोगों तक पहुंचाया गया।
केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्रालय द्वारा बाढ़ सहायता एवं बचाव कार्य के नाम पर जमा किए गए बिल का भुगतान जम्मू-कश्मीर के लिए जारी 1,602 करोड़ रुपये की आपदा सहायता राशि में से किया है। इस राशि में में कुछ हिस्सा एनडीआरएफ के साथ भी शेयर किया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा 6 फरवरी को राज्य सरकार को लिए गए एक पत्र में इन 500 करोड़ रुपए की कटौती की जानकारी दी गई है। राहत ऑपरेशन में हुए खर्च के बिल की 500 करोड़ रुपये की रकम रक्षा मंत्रालय ने बिल जमा कर वापस हासिल कर ली।गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर सरकार को लिखे गए सरकारी सहायता से संबंधित इस पत्र में कहा गया है कि वायु सेना द्वारा किए गए बचाव कार्य और हेलिकॉप्टर द्वारा जरूरी सामान गिराए जाने के बदले रक्षा मंत्रालय को 500 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सेना द्वारा किसी भी राहत एवं बचाव कार्य के बाद इस तरह का बिल जमा करना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है। मंत्रालय ने कहा कि राहत कार्यों के दौरान भारतीय वायु सेना द्वारा खर्च किए गए सामान और बाकी सभी का भुगतान करना प्रक्रिया का ही हिस्सा है।
�
आपको बताते चलें कि पिछले साल भारी बारिश के बाद झेलम में आई बाढ़ में लगभग 300 लोग मारे गए जबकि 15 लाख के करीब आबादी बुरी तरह से प्रभावित हुई।
सितंबर में आई इस बाढ़ से कश्मीर के ज्यादातर हिस्से बुरी तरह से जूझ रहे थे जबकि राजधानी श्रीनगर की हालत सबसे ज्यादा खराब थी।बाढ़ के समय 2 लाख से भी ज्यादा सैलानी राज्य में फंसे हुए थे।उन्हें बचाने और पूरी आबादी के लिए राशन, दवाई और बुनियादी सामान आकाश के रास्ते हेलिकॉप्टरों की मदद से लोगों तक पहुंचाया गया।
सीरियल चिड़ियाघर के मेंढक प्रसाद का हुआ एक्सीडेंट, अस्पताल में हालत गंभीर
छोटे परदे के सीरियल चिड़ियाघर के सबसे छोटे कलाकार मनीष विश्वकर्मा का बीते दिन एक बहुत भयंकर एक्सीडेंट हो गया। सीरियल में मेंढक प्रसाद का किरदार निभाने वाले मनीष� बाइक पर सावर शूटिंग के लिए जा रहे थे जब पीछे से आ रही एक कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।हालांकि मनीष हेल्मेट पहने हुए थे लेकिन टक्कर इतनी तेज थी कि उन्हें काफी चोट आई। फिल्म सिटी के आरे कलोनी के पास हुए इस हादसे के बारे में पता चलने पर पुलिस वालों और स्थानीय लोगों ने मनीष को अस्पताल पहुंचाया। जांच में पता चला है कि एक्सीडेंट के कारण मनीष के दिमाग में खून जम गया है और अभी उनकी हालत बहुत गंभीर है।
जोक्स यूपी की शादी!
पप्पी: कित्ते तक पड़ी हो?
अंजू: 8वीं तक।
पप्पी: फिर काहे नाय पड़ी?
अंजू: स्कूल दूर हतो तो हमारी पढ़ाई छुड़ाय दई गयी।
पप्पी: अच्छा, रोटी बनाय लेत हौ का?
अंजू: हाँ, बनाय लेत हैं।
पप्पी: और सब्जी?
अंजू: हाँ, सब्जीऔ बनाय लेत हैं।
पप्पी: काय काय की बना लेत हौ?
अंजू: आलू की मेथी की पालक की गोभी की भिन्डी की सबहि तराह की।
पप्पी: कदुआ की नाय बनाय पाती हौ का?
अंजू: हाँ, बनाय लेत हैं।
पप्पी: कैसी बनात हो गीली का सूखी?
अंजू: मुआ, करमजला, दारीजार, कन्नास नासपीटा नाय तो तैँ लौड़िया देखन आओ है कि काम बाली बाई देखन आओ है। धुँआ लगे इत्ती देर से दिमाग चाटन में लगो है जौ बना लेत वौ बना लेत। 1 चप्पल दिएँ अभई उतार के मुँह सूजी यइये अभई हाल। बड़ो आओ कदुआ खान वारो।
शादी का झांसा देकर युवती से रेप
गाजियाबाद विजयनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने शादी का झांसा देकर रेप किए जाने की एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। युवती सेक्टर-9 विजयनगर की रहने वाली है। आरोपी मसूरी का है।
एसओ हरिदयाल यादव ने बताया कि युवती नौकरीपेशा है। उसका कहना है कि आरोपी ने उसे तीन साल पहले प्रेम जाल में फंसाया। शादी का झांसा देकर संबंध बनाए और अब शादी से इनकार कर रहा है।
युवती की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी को पकड़ लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। वह प्रेम प्रसंग का मामला बता रहा है।
एसओ हरिदयाल यादव ने बताया कि युवती नौकरीपेशा है। उसका कहना है कि आरोपी ने उसे तीन साल पहले प्रेम जाल में फंसाया। शादी का झांसा देकर संबंध बनाए और अब शादी से इनकार कर रहा है।
युवती की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी को पकड़ लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। वह प्रेम प्रसंग का मामला बता रहा है।
सवारी बने लुटेरों ने कंडक्टर को गोली मारकर लूटा
मोदीनगर गंगनहर पुलिस चौकी के पास शनिवार रात सवारी बनकर बैठे तीन बदमाशों ने चलती रोडवेज बस में कंडक्टर को गोली मारकर 18 हजार रुपये लूट लिए।
सीने में गोली लगने से घायल कंडक्टर को गंभीर हालत में मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के वक्त बड़ौत डिपो की बस दिल्ली कश्मीरी गेट से 55 सवारी लेकर ऋषिकेश जा रही थी। वारदात से बस में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। बस चालक ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
बड़ौत डिपो में बागपत फतेहपुर पूठी गांव निवासी अनिल कुमार चालक हैं, जबकि मेरठ नगली गांव निवासी रेवती रमन कंडक्टर है।
अनिल ने बताया कि वह शनिवार रात दिल्ली कश्मीरी गेट से 45 सवारी लेकर ऋषिकेश के लिए चले थे। बस में दिल्ली से ही दो बदमाश सवार हो गए थे और उनका तीसरा साथी मोहननगर से बस में चढ़ा। तीनों ने ऋषिकेश तक की टिकट ली थी।
उन्होंने बताया कि जैसे ही बस मुरादनगर गंगनहर से आगे निकली तीनों बदमाशों ने उनसे बस को अबूपुर गांव के पास रोकने को कहा। विरोध करने पर बदमाशों ने तमंचा निकालकर उनकी कनपटी पर लगा दिया और कंडक्टर से बैग छीनने लगे।
विरोध करने पर बदमाशों ने कंडक्टर को सीने में गोली मार दी और उससे रुपयों से भरा बैग छीन लिया। बैग में 18 हजार रुपये कैश था।
बदमाश सवारियों को गोली मारने की धमकी देकर कूदकर खेतों में भाग गए। सूचना पर पहुंची मुरादननगर पुलिस ने घायल कंडक्टर को मेरठ के आनंद अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने चालक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। �
यात्रियों में मची चीख पुकार
बस कंडक्टर को गोली लगने के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। कई महिला सवारी गोली की आवाज सुनकर बेहोश हो गईं। रात भर जांच के कारण बस खड़ी रही और यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। बाद में पुलिस ने मेरठ डिपो की एक बस को रुकवाकर सवारियों को रवाना किया।
बस में लूटपाट की यह पहली वारदात नहीं
मुरादनगर गंगनहर के पास बस में लूट की यह पहली वारदात नहीं है। पांच वर्ष पहले भी बस में मेरठ के सोना व्यापारी से बदमाशों ने 45 लाख रुपये की लूट लिए थे और विरोध करने पर पुलिस कर्मी समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वजह से गंगनहर पर पुलिस चौकी बनाई गई थी।
सीने में गोली लगने से घायल कंडक्टर को गंभीर हालत में मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के वक्त बड़ौत डिपो की बस दिल्ली कश्मीरी गेट से 55 सवारी लेकर ऋषिकेश जा रही थी। वारदात से बस में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। बस चालक ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
बड़ौत डिपो में बागपत फतेहपुर पूठी गांव निवासी अनिल कुमार चालक हैं, जबकि मेरठ नगली गांव निवासी रेवती रमन कंडक्टर है।
अनिल ने बताया कि वह शनिवार रात दिल्ली कश्मीरी गेट से 45 सवारी लेकर ऋषिकेश के लिए चले थे। बस में दिल्ली से ही दो बदमाश सवार हो गए थे और उनका तीसरा साथी मोहननगर से बस में चढ़ा। तीनों ने ऋषिकेश तक की टिकट ली थी।
उन्होंने बताया कि जैसे ही बस मुरादनगर गंगनहर से आगे निकली तीनों बदमाशों ने उनसे बस को अबूपुर गांव के पास रोकने को कहा। विरोध करने पर बदमाशों ने तमंचा निकालकर उनकी कनपटी पर लगा दिया और कंडक्टर से बैग छीनने लगे।
विरोध करने पर बदमाशों ने कंडक्टर को सीने में गोली मार दी और उससे रुपयों से भरा बैग छीन लिया। बैग में 18 हजार रुपये कैश था।
बदमाश सवारियों को गोली मारने की धमकी देकर कूदकर खेतों में भाग गए। सूचना पर पहुंची मुरादननगर पुलिस ने घायल कंडक्टर को मेरठ के आनंद अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने चालक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। �
यात्रियों में मची चीख पुकार
बस कंडक्टर को गोली लगने के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। कई महिला सवारी गोली की आवाज सुनकर बेहोश हो गईं। रात भर जांच के कारण बस खड़ी रही और यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। बाद में पुलिस ने मेरठ डिपो की एक बस को रुकवाकर सवारियों को रवाना किया।
बस में लूटपाट की यह पहली वारदात नहीं
मुरादनगर गंगनहर के पास बस में लूट की यह पहली वारदात नहीं है। पांच वर्ष पहले भी बस में मेरठ के सोना व्यापारी से बदमाशों ने 45 लाख रुपये की लूट लिए थे और विरोध करने पर पुलिस कर्मी समेत दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वजह से गंगनहर पर पुलिस चौकी बनाई गई थी।
यूपी में निर्भया रेप जैसी वारदात, पुलिस ने रेप के बाद प्राइवेट पार्ट में लगवाया टांका
लखनऊ : एक बार फिर उत्तर प्रदेश में निर्भया कांड जैसी ही दरिंदगी दोहराई गई है, लेकिन दुख की बात ये है कि इस मामले में सभी दोष पुलिस की है.
पुलिस ने ना ही अपना काम नहीं किया, बल्कि लड़की को नाजुक हालत में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई.
गोरखपुर के सहजनवां के एक गांव की 23 वर्षीय युवती की शादी 2012 में हुई थी. शादी के कुछ समय बाद वह मानसिक रोग से पीड़ित हो गई. इसके बाद से वह अपने मायके में रह रही थी. कुछ दिन पहले वह अपनी ननिहाल गई थी. 20-21 जून की शाम वहां से गायब हो गई. 21 जून की सुबह वह सहजनवां के समधिया चौराहे के पास बेहोश मिली.स्थानीय लोगों के मुताबिक उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था और कपड़े खून से भीगे हुए थे. शरीर पर नोच-खरोंच के निशान थे. मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पीएचसी सहजनवां में उसके प्राइवेट पार्ट में टांके लगवा दिए और उसके घर छोड़ आए. उसके परिवार को भी कुछ नहीं बताया गया.
मानसिक मंदित युवती को नहलाने के दौरान परिवार की महिलाओं ने उसके घाव देखे तो पुलिस को बताया पर पुलिस ने फिर भी टाल दिया. हालत खराब होने पर शुक्रवार को परिवारीजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों के कहने के बाद शनिवार को पुलिस ने केस दर्ज किया और युवती को जिला हॉस्पिटल पहुंचाया. जिला हॉस्पिटल से उसे बीआरडी मेडिकल कॉलज रेफर कर दिया. यहां वह लेबर रूम में गंभीर हालत में भर्ती है.
पीएचसी सहजनवां के डॉक्टर ने युवती की हालत देखने के बावजूद न एफआईआर करवाई और न उसके परिवार को बुलवाया. गंभीर घाव होने के बावजूद भर्ती या जिला अस्पताल रेफर न कर वापस भेज दिया.
वहीं दूसरी ओर सहजनवां के पुलिसकर्मियों को युवती ने पूरा वाकया बताया लेकिन उन्होंने एफआईआर नहीं लिखी. परिवार को दो बार टाल दिया. खबर सुर्खियों में आने के बाद सहजनवां पुलिस ने धारा 376घ और 323 आईपीसी तहत मामला दर्ज करने का दावा किया है.
टीवी देखकर रची साजिश और कर दिया मां का खून
देहरादून में एक बेटे ने टीवी कार्यक्रम देखने के बाद ऐसी खौफनाक साजिश रची कि अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया।
नशे में डूबा किशोर परिजनों से इस कदर खफा था कि वह सभी को जहर देकर मौत की नींद सुला देना चाहता था। संयोग ही रहा कि बाजार में उसे जहर नहीं मिला और परिवार के अन्य लोगों की जान बच गई।
देहरादून के नकरौंदा निवासी पूर्व फौजी के दसवीं में पढ़ने वाले बेटे ने पुलिस को बताया है कि वह पूरे परिवार को खत्म कर देना चाहता था। बताया कि एक टीवी कार्यक्रम को देखकर साजिश को अंजाम देने चला था। परिवार को खत्म करने के लिए किशोर ने अपने कुछ दोस्तों से मदद मांगी थी।
बदले में दोस्तों को मोटी रकम देने का लालच दिया था, लेकिन उसके इसके लिए दोस्त तैयार नहीं हुए। इसके बाद उसने खुद ही परिवार को खत्म करने की ठान ली। पुलिस को बताया कि वह परिवार के सभी सदस्यों को मारने के लिए बाजार से जहरीला पदार्थ लेने गया था, मगर वह नहीं मिला।
इसके बाद घर आया और मां की हथौड़ा मार कर हत्या कर दी। मामले में जब पुलिस ने पूछताछ की तो बाजार से अंडे और अन्य सामान लेने की बात बताकर बचने का प्रयास किया।देहरादून के नकरौंदा में 26 जून देर रात जल निगम के कर्मचारी की पत्नी के सिर में हथौड़ा मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस हत्या के कारणों को लेकर माथापच्ची में जुटी रही। वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
डोईवाला थाना क्षेत्र के नकरौंदा निवासी जल निगम में कर्मचारी जगदीश रावत रात में नाइट ड्यूटी करने के लिए पटेल नगर स्थित क्षेत्र में चले गए। रात में खाना खाने के बाद रावत की पत्नी सुनीता (45) टहलने के लिए चली गईं।
रात 10 बजे घर लौटने के बाद अपने बेटे लक्ष्मण (17) को सुबह के नाश्ते के लिए अंडे लाने के लिए दुकान भेज दिया। इस बीच घर में आए एक शख्स ने सुनीता के सिर पर हथौडे़ से हमला कर दिया। इससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ी।
उसी दौरान अंडे लेने गया सुनीता का बेटा लक्ष्मण घर आ गया। घर में घुसते ही मां को खून से लथपथ देखकर बेटे ने शोर मचा दिया।
शोर सुनकर पहुंचे आसपास के लोगों ने सुनीता को सीएमआई अस्पताल पहुंचाया। यहां उपचार के दौरान सुनीता की मौत हो गई। हत्या की खबर मिलते ही एसपी सिटी अजय सिंह डोईवाला और रायपुर पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे।
नशे में डूबा किशोर परिजनों से इस कदर खफा था कि वह सभी को जहर देकर मौत की नींद सुला देना चाहता था। संयोग ही रहा कि बाजार में उसे जहर नहीं मिला और परिवार के अन्य लोगों की जान बच गई।
देहरादून के नकरौंदा निवासी पूर्व फौजी के दसवीं में पढ़ने वाले बेटे ने पुलिस को बताया है कि वह पूरे परिवार को खत्म कर देना चाहता था। बताया कि एक टीवी कार्यक्रम को देखकर साजिश को अंजाम देने चला था। परिवार को खत्म करने के लिए किशोर ने अपने कुछ दोस्तों से मदद मांगी थी।
बदले में दोस्तों को मोटी रकम देने का लालच दिया था, लेकिन उसके इसके लिए दोस्त तैयार नहीं हुए। इसके बाद उसने खुद ही परिवार को खत्म करने की ठान ली। पुलिस को बताया कि वह परिवार के सभी सदस्यों को मारने के लिए बाजार से जहरीला पदार्थ लेने गया था, मगर वह नहीं मिला।
इसके बाद घर आया और मां की हथौड़ा मार कर हत्या कर दी। मामले में जब पुलिस ने पूछताछ की तो बाजार से अंडे और अन्य सामान लेने की बात बताकर बचने का प्रयास किया।देहरादून के नकरौंदा में 26 जून देर रात जल निगम के कर्मचारी की पत्नी के सिर में हथौड़ा मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस हत्या के कारणों को लेकर माथापच्ची में जुटी रही। वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
डोईवाला थाना क्षेत्र के नकरौंदा निवासी जल निगम में कर्मचारी जगदीश रावत रात में नाइट ड्यूटी करने के लिए पटेल नगर स्थित क्षेत्र में चले गए। रात में खाना खाने के बाद रावत की पत्नी सुनीता (45) टहलने के लिए चली गईं।
रात 10 बजे घर लौटने के बाद अपने बेटे लक्ष्मण (17) को सुबह के नाश्ते के लिए अंडे लाने के लिए दुकान भेज दिया। इस बीच घर में आए एक शख्स ने सुनीता के सिर पर हथौडे़ से हमला कर दिया। इससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ी।
उसी दौरान अंडे लेने गया सुनीता का बेटा लक्ष्मण घर आ गया। घर में घुसते ही मां को खून से लथपथ देखकर बेटे ने शोर मचा दिया।
शोर सुनकर पहुंचे आसपास के लोगों ने सुनीता को सीएमआई अस्पताल पहुंचाया। यहां उपचार के दौरान सुनीता की मौत हो गई। हत्या की खबर मिलते ही एसपी सिटी अजय सिंह डोईवाला और रायपुर पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे।
सलमान का डुप्लिकेट कर रहा है 'प्रेम रतन धन पायो' की शूटिंग
मुंबई। खबर है कि सलमान खान इन दिनों सूरज बड़जात्या की फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के लिए डबल शिफ्ट में काम कर रहे हैं ! जी हां, मगर इसके साथ ही एक और दिलचस्प बात पता चली है, जिससे इस खबर से जुड़ा पूरा सच आपके सामने आ जाएगा। दीपिका पादुकोण से शादी कर सकते हैं ये जनाब...! दरअसल, सलमान खान अकेले डबल शिफ्ट में काम नहीं कर रहे हैं। मतलब ये कि एक शिफ्ट में तो वो शूटिंग करते हैं, मगर दूसरी शिफ्ट में उनका डुप्लिकेट काम करता है। जी हां, असल बात यही है। सलमान खान इस फिल्म के लिए बॉडी डबल का सहारा ले रहे हैं। फिलहाल मुंबई के पास करजात में इस फिल्म की शूटिंग चल रही है। ये रही उनके बॉडी डबल की लीक्ड फोटो। एक सूत्र के मुताबिक, सलमान खान सिर्फ तीन-चार घंटे ही सेट पर हाेते हैं, उसके बाद उनका डुप्लिकेट जिम्मेदारी संभाल लेता है। सलमान खान इस फिल्म में डबल रोल कर रहे हैं, जिनमें से एक का नाम प्रेम तो एक का नाम विजय है। एक प्रिंस है तो एक स्ट्रीटफाइटर है। इस फिल्म में सलमान खान के अपोजिट सोनम कपूर हैं।
पप्पू यादव ने नेताओं को दी भद्दी गाली, बताया सांप से भी खतरनाक
पटना: बिहार में सितंबर, अक्टूबर महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में बिहार की कुर्सी की जंग जीतने के लिए नेता अपने-अपने चाल चलने शुरू कर दिए हैं.आरजेडी से निकाले गए मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नेताओं को भद्दी भद्दी गाली देते हुए कहा कि नेता सांप से भी खतरनाक होते हैं.
पप्पू यादव ने कहा, "हर राजनेता #@$% बहुत #@$%. मेरा बस चले तो राजनेता मिले तो शूट एंड साइट कर देना चाहिए. नाग मिले छोड़ देना चाहिए. राजनेता मिले लात कंठ पर देकर मारिए. सोसाइटी को किसी ने कमजोर ने किया तो #@$% राजनेता है."
बॉलीवुड के टॉप 10 सबसे लंबे एक्टर्स
बॉलीवुड में तरह-तरह की प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कोई शक्ल से अच्छा है, तो कोई एक्टिंग का महारथी है। किसी में कुछ खूबी है, तो किसी में कुछ। ऐसे में बॉलीवुड के सबसे लंबे एक्टर्स की लिस्ट को हम भला कैसे भूल सकते हैं। इतने कलाकारों की भरमार में कुछ तो ऐसे हैं जिनके चेहरों को देखने के लिए अपने सिर को बहुत ऊपर उठाना पड़ता है। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिनके सामने उनकी एक्ट्रेसेस लंबी लगती हैं। ऐसे में आइए देखें बॉलीवुड में कौन से ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने अपनी बेहतरीन हाइट से अपनी फैन फॉलोविंग को काफी ऊपर पहुंचा दिया है।
Related News
अरुणोदय सिंह (6 फीट 4 इंच)
बॉलीवुड एक्टर अरुणोदय सिंह ने 2009 में आई फिल्म 'सिकंदर' से अपने एक्टिंग कॅरियर की शुरुआत की। उसके बाद से इन्होंने कुछ फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई और कुछ में साइड रोल। अरुणोदय इंडस्ट्री के सबसे लंबे एक्टर्स में से एक हैं। इसे इनकी पर्सनालिटी का प्लस प्वाइंट माना जाता है। इनकी 6 फिट 4 इंच की हाइट इनके कॅरियर और इनकी पर्सनालिटी को काफी सूट करती है।
अभिषेक बच्चन (6 फीट 3 इंच)
बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन ने सन् 2000 में फिल्म 'रिफ्यूजी' से बॉलीवुड में कदम रखा। बी-टाउन के बिग बी व जया बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन ने एक्टिंग के साथ-साथ एक और चीज विरासत में पाई। वह है हाइट। मां जया बच्चन भले इतनी लंबी न हों, लेकिन पिता की लंबाई ने बेटे को भी छुआ। अभिषेक बच्चन की 6 फिट 3 इंच की लंबाई उनकी पर्सनालिटी का प्लस प्वाइंट है।
अमिताभ बच्चन (6 फीट 2.5 इंच)
बात लंबाई की हो रही हो और अभिषेक बच्चन के साथ जिक्र उनके पिता का न हो, ऐसा कैसे हो सकता है। अमिताभ बच्चन अपने समय के सबसे लंबे एक्टर्स में से एक थे। उस समय से लेकर आज तक अमिताभ बच्चन के अनगिनत फैन्स हुए। उनकी पर्सनालिटी में जो तीन चीजें लोगों को उनकी ओर आकर्षित करती रही हैं, उनमें पहली है उनकी 6 फिट 2.5 इंच का लंबाई और दूसरी व तीसरी है उनकी आंखें व आवाज।
सिद्धार्थ मल्होत्रा (6 फीट 2.2 इंच)
2012 में फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' से बॉलीवुड में कदम रखने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा ने शुरुआत से ही अपनी जबरदस्त फैन फॉलोविंग बना ली। पहली ही फिल्म में इन्हें और इनकी एक्टिंग को दर्शकों ने खूब सराहा। इनकी 6 फिट 2.2 इंच की हाइट और परफेक्ट बॉडी ने लाखों को इनका दीवाना बना दिया।
अर्जुन रामपाल (6 फीट 2 इंच)
स्टाइलिश और स्मार्ट एक्टर्स में से एक अर्जुन रामपाल ने अपने कॉलेज टाइम में ही मॉडलिंग शुरू कर दी थी। साल 2001 में अर्जुन ने अपनी पहली फिल्म 'मोक्ष' से बालीवुड में एंट्री की। फिल्म के पहले उनकी दूसरी फिल्म 'प्यार, इश्क और मोहब्बत' रिलीज हो गई। अपनी शुरुआती फिल्मों में अच्छे अभिनय और हाइट, पर्सनालिटी से उन्होंने खुद को एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में साबित किया।
अक्षय कुमार (6 फीट1 इंच)
1991 में फिल्म 'सौगंध' से इंडस्ट्री में कदम रखने वाले अक्षय कुमार को सबसे ज्यादा स्पोर्टी लुक देती है उनकी हाइट ही। 6 फीट1 इंच लंबे अक्षय कुमार 90 के दशक में हिट एक्शन फिल्मों के हिट हीरो रहे हैं। खिलाड़ी (1992), मोहरा (1994) और सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995) में अभिनय करने के कारण कुमार को बॉलीवुड का एक्शन हीरो की संज्ञा दी जाती है।
जायद खान (6 फीट 0.5 इंच)
जायद खान ने बॉलीवुड की ज्यादातर फिल्मों में साइड रोल किए हैं। इसके बावजूद इनकी 6 फीट 0.5 इंच की लंबाई के बड़ी संख्या में लोग फैन हैं। जायद एक्टर के अलावा बेहतरीन मॉडल भी हैं। उनके मॉडलिंग के सफर में कामयाबी की राह पर इनकी लंबाई ही इनका साथ देती है।
बॉबी देओल (6 फीट 0.2 इंच)
2007 में फिल्म 'शाकालाका बूम-बूम' से इंडस्ट्री में कदम रखने वाले बॉबी देओल अभिनेता धर्मेंद्र के बेटे और सनी देओल के भाई हैं। वैसे ज्यादातर लोग फिल्म 'बरसात' को बॉबी की पहली फिल्म मानते हैं, लेकिन उनकी पहली फिल्म 'शाकालाका बूम-बूम' थी। इनकी पहली फिल्म से ही बड़ी संख्या में लोग इनके फैन बन गए।
इरफान खान (6 फीट)
बॉलीवुड के कुछ मंझे हुए कलाकारों में नाम लिया जाता है एक्टर इरफान खान का। यूं तो दर्शकों का उनको पसंद करने का सबसे बड़ा कारण उनकी गजब की एक्टिंग रही है, लेकिन उनके व्यक्तित्व को सूट करती उनकी लंबाई भी उसमें एक प्लस प्वाइंट है।
रणवीर कपूर (5 फीट 11.5 इंच)
कपूर खानदान के इस इकलौते चिराग को बेमिसाल एक्टिंग का तोहफा विरासत में मिला। फिल्म 'सांवरिया' से इंडस्ट्री में आने वाले रणवीर कपूर ने बहुत कम समय में गजब की फैन फॉलोविंग बना ली है। इनकी पर्सनालिटी, हाइट और एक्टिंग के लाखों लोग दीवाने हैं।
बॉलीवुड एक्टर अरुणोदय सिंह ने 2009 में आई फिल्म 'सिकंदर' से अपने एक्टिंग कॅरियर की शुरुआत की। उसके बाद से इन्होंने कुछ फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई और कुछ में साइड रोल। अरुणोदय इंडस्ट्री के सबसे लंबे एक्टर्स में से एक हैं। इसे इनकी पर्सनालिटी का प्लस प्वाइंट माना जाता है। इनकी 6 फिट 4 इंच की हाइट इनके कॅरियर और इनकी पर्सनालिटी को काफी सूट करती है।
अभिषेक बच्चन (6 फीट 3 इंच)
बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन ने सन् 2000 में फिल्म 'रिफ्यूजी' से बॉलीवुड में कदम रखा। बी-टाउन के बिग बी व जया बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन ने एक्टिंग के साथ-साथ एक और चीज विरासत में पाई। वह है हाइट। मां जया बच्चन भले इतनी लंबी न हों, लेकिन पिता की लंबाई ने बेटे को भी छुआ। अभिषेक बच्चन की 6 फिट 3 इंच की लंबाई उनकी पर्सनालिटी का प्लस प्वाइंट है।
अमिताभ बच्चन (6 फीट 2.5 इंच)
बात लंबाई की हो रही हो और अभिषेक बच्चन के साथ जिक्र उनके पिता का न हो, ऐसा कैसे हो सकता है। अमिताभ बच्चन अपने समय के सबसे लंबे एक्टर्स में से एक थे। उस समय से लेकर आज तक अमिताभ बच्चन के अनगिनत फैन्स हुए। उनकी पर्सनालिटी में जो तीन चीजें लोगों को उनकी ओर आकर्षित करती रही हैं, उनमें पहली है उनकी 6 फिट 2.5 इंच का लंबाई और दूसरी व तीसरी है उनकी आंखें व आवाज।
सिद्धार्थ मल्होत्रा (6 फीट 2.2 इंच)
2012 में फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' से बॉलीवुड में कदम रखने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा ने शुरुआत से ही अपनी जबरदस्त फैन फॉलोविंग बना ली। पहली ही फिल्म में इन्हें और इनकी एक्टिंग को दर्शकों ने खूब सराहा। इनकी 6 फिट 2.2 इंच की हाइट और परफेक्ट बॉडी ने लाखों को इनका दीवाना बना दिया।
अर्जुन रामपाल (6 फीट 2 इंच)
स्टाइलिश और स्मार्ट एक्टर्स में से एक अर्जुन रामपाल ने अपने कॉलेज टाइम में ही मॉडलिंग शुरू कर दी थी। साल 2001 में अर्जुन ने अपनी पहली फिल्म 'मोक्ष' से बालीवुड में एंट्री की। फिल्म के पहले उनकी दूसरी फिल्म 'प्यार, इश्क और मोहब्बत' रिलीज हो गई। अपनी शुरुआती फिल्मों में अच्छे अभिनय और हाइट, पर्सनालिटी से उन्होंने खुद को एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में साबित किया।
अक्षय कुमार (6 फीट1 इंच)
1991 में फिल्म 'सौगंध' से इंडस्ट्री में कदम रखने वाले अक्षय कुमार को सबसे ज्यादा स्पोर्टी लुक देती है उनकी हाइट ही। 6 फीट1 इंच लंबे अक्षय कुमार 90 के दशक में हिट एक्शन फिल्मों के हिट हीरो रहे हैं। खिलाड़ी (1992), मोहरा (1994) और सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995) में अभिनय करने के कारण कुमार को बॉलीवुड का एक्शन हीरो की संज्ञा दी जाती है।
जायद खान (6 फीट 0.5 इंच)
जायद खान ने बॉलीवुड की ज्यादातर फिल्मों में साइड रोल किए हैं। इसके बावजूद इनकी 6 फीट 0.5 इंच की लंबाई के बड़ी संख्या में लोग फैन हैं। जायद एक्टर के अलावा बेहतरीन मॉडल भी हैं। उनके मॉडलिंग के सफर में कामयाबी की राह पर इनकी लंबाई ही इनका साथ देती है।
बॉबी देओल (6 फीट 0.2 इंच)
2007 में फिल्म 'शाकालाका बूम-बूम' से इंडस्ट्री में कदम रखने वाले बॉबी देओल अभिनेता धर्मेंद्र के बेटे और सनी देओल के भाई हैं। वैसे ज्यादातर लोग फिल्म 'बरसात' को बॉबी की पहली फिल्म मानते हैं, लेकिन उनकी पहली फिल्म 'शाकालाका बूम-बूम' थी। इनकी पहली फिल्म से ही बड़ी संख्या में लोग इनके फैन बन गए।
इरफान खान (6 फीट)
बॉलीवुड के कुछ मंझे हुए कलाकारों में नाम लिया जाता है एक्टर इरफान खान का। यूं तो दर्शकों का उनको पसंद करने का सबसे बड़ा कारण उनकी गजब की एक्टिंग रही है, लेकिन उनके व्यक्तित्व को सूट करती उनकी लंबाई भी उसमें एक प्लस प्वाइंट है।
रणवीर कपूर (5 फीट 11.5 इंच)
कपूर खानदान के इस इकलौते चिराग को बेमिसाल एक्टिंग का तोहफा विरासत में मिला। फिल्म 'सांवरिया' से इंडस्ट्री में आने वाले रणवीर कपूर ने बहुत कम समय में गजब की फैन फॉलोविंग बना ली है। इनकी पर्सनालिटी, हाइट और एक्टिंग के लाखों लोग दीवाने हैं।
...तो शिवसेना नहीं भुला पा रही ‘सियासी धोखा’
यूं तो शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार में साझीदार है, मगर सत्ता में सहयोगी होते हुए भी वह विपक्ष की भूमिका निभाती नजर आ रही है।
खासतौर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए विभिन्न मुद्दों पर घिरी राज्य और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है।
चाहे ललित मोदी प्रकरण पर भाजपा और सरकार में अंदरूनी खींचतान का मामला हो या फिर पार्टी के बुजुर्गों का अपनों पर निशाना साधने का मामला, शिवसेना ने हर मौके पर भाजपा और सरकार को कटघरे में खड़ा कर परेशानी बढ़ाने की कोशिश की है।
हालिया मामला विवादों में घिरे महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्रियों पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े का है। शिवसेना ने इन दोनों ही मामलों में यह कह कर इन मंत्रियों के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है कि दोनों ही मंत्री सूबे के मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि तावड़े जहां फर्जी डिग्री मामले में विवादों में घिरे हैं, वहीं पंकजा 206 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों पर विपक्ष के निशाने पर हैं। सत्ता के साथ रह कर अपनी ही सरकार पर लगातार निशाना साधने की शिवसेना की रणनीति को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की ओर से मिले ‘सियासी धोखे’ की टीस से जोड़ कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि भाजपा सीटों के समझौते पर सहमति न बनने के कारण अकेले चुनाव मैदान में उतर गई थी। चुनाव बाद सियासी मजबूरी में अपमान का घूंट पीते हुए शिवसेना को उसी भाजपा का समर्थन करना पड़ा था।
आपातकाल के बहाने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमले का मामला हो या ललित मोदी प्रकरण को ‘आस्तीन के सांप की साजिश’ करार देने का भाजपा सांसद कीर्ति आजाद का दावा। दोनों ही मामलों में शिवसेना ने अपने मुखपत्र के जरिए केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की।
सामना के संपादकीय में जहां आडवाणी से अपने कथन को विस्तार से समझाने का अनुरोध किया गया, वहीं ललित मोदी प्रकरण में कीर्ति के हवाले वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपनों की साजिश की ओर सीधा इशारा किया गया। शिवसेना ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से फायरिंग के मामले में भी केंद्र को निशाने पर रखा।
अब जबकि महाराष्ट्र के दो मंत्री विवादों में घिरे हैं तब शिवसेना चुटकी लेने से नहीं चूक रही। दोनों मंत्रियों को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता कर शिवसेना ने यह संदेश देने की कोशिश की कि इन्हें पार्टी नेतृत्व ही किनारे लगाने में जुटा है।
सामना के संपादकीय में लिखा गया कि मंत्रियों पर आरोपों की बौछार ने सीएम की नाक में दम कर रखा है, शोध का विषय है कि एक साल में इतने पटाखे कैसे फूटने लगे? मंत्रियों को मुश्किल में लाने वाले नजदीकी लोग ही हो सकते हैं। क्या पंकजा, तावड़े पर अंकुश लगाने की राजनीति खेली गई?
खासतौर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए विभिन्न मुद्दों पर घिरी राज्य और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है।
चाहे ललित मोदी प्रकरण पर भाजपा और सरकार में अंदरूनी खींचतान का मामला हो या फिर पार्टी के बुजुर्गों का अपनों पर निशाना साधने का मामला, शिवसेना ने हर मौके पर भाजपा और सरकार को कटघरे में खड़ा कर परेशानी बढ़ाने की कोशिश की है।
हालिया मामला विवादों में घिरे महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्रियों पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े का है। शिवसेना ने इन दोनों ही मामलों में यह कह कर इन मंत्रियों के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है कि दोनों ही मंत्री सूबे के मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि तावड़े जहां फर्जी डिग्री मामले में विवादों में घिरे हैं, वहीं पंकजा 206 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों पर विपक्ष के निशाने पर हैं। सत्ता के साथ रह कर अपनी ही सरकार पर लगातार निशाना साधने की शिवसेना की रणनीति को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की ओर से मिले ‘सियासी धोखे’ की टीस से जोड़ कर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि भाजपा सीटों के समझौते पर सहमति न बनने के कारण अकेले चुनाव मैदान में उतर गई थी। चुनाव बाद सियासी मजबूरी में अपमान का घूंट पीते हुए शिवसेना को उसी भाजपा का समर्थन करना पड़ा था।
आपातकाल के बहाने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमले का मामला हो या ललित मोदी प्रकरण को ‘आस्तीन के सांप की साजिश’ करार देने का भाजपा सांसद कीर्ति आजाद का दावा। दोनों ही मामलों में शिवसेना ने अपने मुखपत्र के जरिए केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की।
सामना के संपादकीय में जहां आडवाणी से अपने कथन को विस्तार से समझाने का अनुरोध किया गया, वहीं ललित मोदी प्रकरण में कीर्ति के हवाले वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपनों की साजिश की ओर सीधा इशारा किया गया। शिवसेना ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से फायरिंग के मामले में भी केंद्र को निशाने पर रखा।
अब जबकि महाराष्ट्र के दो मंत्री विवादों में घिरे हैं तब शिवसेना चुटकी लेने से नहीं चूक रही। दोनों मंत्रियों को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता कर शिवसेना ने यह संदेश देने की कोशिश की कि इन्हें पार्टी नेतृत्व ही किनारे लगाने में जुटा है।
सामना के संपादकीय में लिखा गया कि मंत्रियों पर आरोपों की बौछार ने सीएम की नाक में दम कर रखा है, शोध का विषय है कि एक साल में इतने पटाखे कैसे फूटने लगे? मंत्रियों को मुश्किल में लाने वाले नजदीकी लोग ही हो सकते हैं। क्या पंकजा, तावड़े पर अंकुश लगाने की राजनीति खेली गई?
दोनों बेटों के साथ कुछ यूं दिखे शाहरुख खान
शाहरूख खान लंदन से छुट्टियां मना कर लौटे हैं। शाहरुख के साथ उनका बेटा अबराम और आर्यन भी थे।एयरपोर्ट पर अबराम आर्यन की गोद में दिखा। एयरपोर्ट से बाहर आते वक्त शाहरुख भी उनके साथ थे।आर्यन अपने छोटे भाई को कार में बैठाते दिखे। आर्यन और अबराम दोनों शाहरुख के साथ ही लंदन से लौटे हैं।हालांकि इस दौरान कैमरें गौरी को ढूंढ़ रहे थे। लेकिन गौरी शाहरूख और बच्चों के साथ नहीं दिखीं।शाहरुख एयरपोर्ट के बाहर सिर पर रूमाल बांधे दिखे, लेकिन गौरी का उनके साथ ना होना प्रशंसकों को परेशान कर रहा है।इससे पहले शाहरुख 'दिलवाले' की शूटिंग के लिए बुल्गारिया में थे। वहां से भी उन्होने अबराम की फोटो ट्विटर पर पोस्ट की थी।बुल्गारिया में भी अबराम के साथ उनकी कजिन ही दिखी। वहां भी गौरी नहीं थी।दरअसल गौरी दोस्तों के साथ वेनिस में छुटिटियों पर गईं और शाहरुख बच्चों के साथ बुल्गारिया और फिर लंदन।लगता है शाहरुख ने अकेले भी बच्चों को संभालना सीख लिया है। देखिए ना शाहरुख बच्चों को भी संभाल रहे हैं और शूटिंग भी कर रही हैं। वहीं गौरी दोस्तों के साथ छुट्टियां मना रही है।
इन टीवी जोड़ियों को सेट पर हुआ था प्यार
टीवी एक्टर विवियन डिसेना आज 27 साल के हो गए हैं। उन्होंने टीवी शो 'प्यार की एक कहानी' के सेट पर वाहबिज डोबारजी से प्यार हुआ। और दो साल की कोर्टशिप के बाद दोनों ने शादी कर ली। इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं उन टीवी कपल्स के बारे में जिन्हें काम के दौरान हुआ एक-दूसरे से प्यार और बन गए जीवनसाथी। स्लाइड पर क्लिक करें..गुरमीत चौधरी और देबिना बोनर्जीः ये जोड़ी टीवी सीरियल 'रामायण' में राम और सीता के रोल में नजर आई थी। दोनों रियलिटी शो 'पति, पत्नी और वो' में साथ थे। यहीं पर गुरमीत ने देबिना को प्रपोज किया था।हितेन तेजवानी और गौरी प्रधानः इस जोड़ी को टीवी के मशहूर सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और 'कुटुम्ब' में दर्शकों ने बेहद पसंद किया था। रियल लाइफ कपल का रोल करते-करते दोनों एक-दूसरे से असल जिंदगी में भी प्यार करने लगे।हितेन तेजवानी और गौरी प्रधानः इस जोड़ी को टीवी के मशहूर सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और 'कुटुम्ब' में दर्शकों ने बेहद पसंद किया था। रियल लाइफ कपल का रोल करते-करते दोनों एक-दूसरे से असल जिंदगी में भी प्यार करने लगे।
देश की सबसे 'सुरक्षित' जेल से 2 कैदी फरार, 1 लौटा
नई दिल्ली (29 जून):देश की सबसे सुरक्षित जेल मानी जाने वाली दिल्ली की तिहाड़ जेल से दो कैदी फरार हो गए। जेल की एक दीवार भी तोड़ दी गई। जेल सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दो फरार कैदियों में से एक ने बाद में जेल में आकर सरेंडर कर दिया जबकि दूसरे की तलाश जारी है ।
बताया जा रहा है कि तिहाड़ की जेल नंबर-7 से शनिवार शाम दो कैदी किसी तरह दीवार फांदकर भाग गए। लेकिन देर रात को इनमें से एक कैदी अपने आप ही वापस आ गया। दूसरे फरार कैदी तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच पाई है। इसके अलावा रविवार सुबह जेल नंबर-8/9 की एक दीवार टूटी मिली है। इसका पता लगते ही मौके पर तुरंत आला अधिकारी पहुंचे। सभी कैदियों की गिनती की गई। जब सारे कैदी जेल में ही मिले, तब जाकर इस जेल के अधिकारियों की जान में जान आई।
गाजियाबाद में दो संप्रदायों में तनाव, फायरिंग
गाजियाबाद। मोदीनगर के भोजपुर थाना क्षेत्र के कस्बा फरीदनगर में एक धर्म स्थल पर भजन-कीर्तन करने को लेकर दो संप्रदायों के बीच विवाद पैदा हो गया। जमकर पथराव और फायरिंग हुई। छह लोग घायल हो गए। तनाव को देखते हुए कस्बे में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। डीआइजी सहित जिले के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात काबू में किया। दर्जनभर लोगों को हिरासत में लिया है। फरीदनगर में एक धर्म स्थल पर रविवार रात पुरुषोत्तम मास के दौरान भजन-कीर्तन का आयोजन चल रहा था। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग पहुंचे और भजन-कीर्तन जल्द खत्म करने की बात कही। इसे लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। बात बढ़ने पर दोनों संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए। सूचना पाकर मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची, लेकिन उग्र लोगों पर काबू नहीं पा सकी। पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों में पथराव और फायरिंग जारी रही। हालात बिगड़ते देख मेरठ, हापुड़ और गाजियाबाद से पुलिस फोर्स बुला ली गई। सूचना पाकर डीआइजी, एसएसपी कई थानों की फोर्स और पीएसी बल लेकर मौके पर पहुंच गए। देर रात तक तनाव बरकरार था।
जानिए भारत-अमेरिका रिश्ते की कड़वी सच्चाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भले ही भारत-अमेरिका रिश्ते की नई बुनियाद रखी हो, मगर यह एक कड़वी सच्चाई है कि विज्ञान की दुनिया में अपना जबरदस्त योगदान देने वाले दोनों देशों के वैज्ञानिकों को वीजा के मामले में लालफीताशाही का शिकार होना पड़ रहा है।
दोनों देशों के वैज्ञानिकों को या तो वीजा नहीं मिल पा रहा है या फिर जटिल प्रक्रियाओं से दो-चार होने के बाद काफी देरी से वीजा मिल पा रहा है।
इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर मोदी के साथ मुख्य अतिथि रहे राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ ‘चाय पे चर्चा’ करने के बावजूद वीजा संबंधी रुकावटें दोनों देशों के रिश्तों में अभी तक उतनी गर्मी नहीं आ पाई है।
वीजा नियमों की जटिलताएं दुनिया की सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच वैज्ञानिक योगदानों के मुक्त आवागमन में बाधा पहुंचा रही है। भारत रत्न से सम्मानित और प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर सीएनआर राव ने भी अमेरिकी वीजा को जटिल और मुश्किलों वाला बताया था। ऐसा नहीं है कि वीजा हासिल करना सिर्फ एकतरफा ही रहा हो, भारत आने के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों को भी कुछ ऐसी ही मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है।
तीन साल पहले ऐसी ही जटिलताओं की वजह से भारत आए भूकंप शोधकर्ता डॉ. रोजर बिल्हाम को भी वापस जाना पड़ा था। दोनों ही देशों में लालफीताशाही इतनी चरम पर है कि वैज्ञानिकों को समय पर वीजा हासिल करना एक टेढ़ी खीर बन चुका है।
सीएसआईआर के डीजी को भी नहीं मिल पाया वीजा
ज्यादातर वैज्ञानिक स्वाभाविक तौर पर वीजा जैसी पेचीदगियों में उलझना पसंद नहीं करते। इसके बजाय वह अपनी प्रयोगशालाओं में वक्त देना ज्यादा मुफीद समझते हैं।
इसी हफ्ते भारत के प्रमुख पेट्रोलियम शोधकर्ता और वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के� महानिदेशक डॉ. एमओ गर्ग को कोलंबस (ओहायो) में होने वाले एक वैज्ञानिक सम्मेलन में शिरकत करने के लिए अमेरिकी वीजा नहीं मिल पाया था। जबकि गर्ग देश की इस सबसे बड़ी नागरिक प्रयोगशाला के प्रमुख हैं।
बॉलीवुड के बाद हॉलीवुड में धमाका करेंगें राजपाल यादव
बॉलीवुड में अपनी कॉमेडी के बल पर एक खास पहचान बनाने वाले अभिनेता राजपाल यादव इन दिनों बॉलीवुड में सफलता का मजा चख रहे हैं। हैं। लेकिन फिलहाल उनके पास बॉलीवुड के अलावा हॉलीवुड की भी दो फिल्में हैं। जिनमें राजपाल यादव मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे।
जी हां, बॉलीवुड के मशहूर छोटे डॉन यानि राजपाल यादव बॉलीवुड के बाद हॉलीवुड की गलियों में अपने अभिनय का प्रदर्शन करने को तैयार हैं। वह बहुत जल्द ही हॉलीवुड की सिल्वर स्क्रीन पर नजर आएंगे। इस संबंध में खुद अभिनेता राजपाल यादव का कहना उन्हें कई हॉलीवुड फिल्मों का ऑफर मिला है।
जी हां, बॉलीवुड के मशहूर छोटे डॉन यानि राजपाल यादव बॉलीवुड के बाद हॉलीवुड की गलियों में अपने अभिनय का प्रदर्शन करने को तैयार हैं। वह बहुत जल्द ही हॉलीवुड की सिल्वर स्क्रीन पर नजर आएंगे। इस संबंध में खुद अभिनेता राजपाल यादव का कहना उन्हें कई हॉलीवुड फिल्मों का ऑफर मिला है।
अच्छी खबर! अब इन कामों के लिए नहीं देना पड़ेगा एफिडेविट
हिमाचल सरकार ने सभी छोटे-बड़े कामों के लिए अब एफिडेविट देने का झंझट खत्म कर दिया है। केवल कोर्ट और कानूनन जरूरी कार्यों के लिए ही शपथ पत्र देना जरूरी होगा। सभी सरकारी कार्यालयों में अब महज सेल्फ डेक्लरेशन से ही काम चल सकेगा। चाहे जन्म के बाद बच्चे का पंजीकरण कराने में देरी हुई हो या फिर गैस सब्सिडी आदि। प्रधान सचिव कार्मिक एसकेबीएस नेगी ने इस संबंध में तमाम विभागों और सरकारी एजेंसियों को आदेश जारी कर दिए हैं।
विभागों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि अकसर यह देखा गया है कि सरकार की दिन-प्रतिदिन की कार्यप्रणाली में स्टांप पेपर, मजिस्ट्रेट या नोटरी से प्रमाणित प्रमाण-पत्रों का चलन है। इससे आवेदकों के काम में देरी हो रही है। अधिकतर कामों में ऐसे हलफनामे लेना जरूरी नहीं होता है।निचले स्तर के अधिकारियों या कर्मचारियों की ओर से ऐसा कानून की अज्ञानता से किया जा रहा है या फिर पूर्व से चले आ रहे नियम फॉलो किए जा रहे हैं। एक एफिडेविट पर 20 रुपये से लेकर 200 रुपये खर्च हो जाते हैं। इसमें समय अलग से बर्बाद होता है।
अब तय किया गया है कि सरकार की सारी एजेंसियां, विभाग, संगठन आदि तत्काल हलफनामे लेना बंद करें। आवेदकों से सेल्फ डेक्लरेशन ही लें। कानून के मुताबिक झूठी सेल्फ डेक्लरेशन देने वालों को भी दंडित किया जा सकता है। सरकार के ये आदेश अदालतों, अर्द्धन्यायिक इकाइयों जैसे उपभोक्ता आयोग, प्रशासनिक ट्रिब्यूनल, लोकायुक्त आदि पर लागू नहीं होंगे। हिमाचली बोनाफाइड प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। जन्म तिथि प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। डेथ सर्टिफिकेट में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। आय प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। कैटेगरी सर्टिफिकेट में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। युवा मंडलों का पंजीकरण में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। जनहित से जुड़े़ अन्य कार्य में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। विभिन्न विभागों से जुडे़ कार्य में अब एफिडेविट नहीं लगेगा।
हिमाचल सरकार के कार्मिक विभाग के प्रधान सचिव एसकेबीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आम लोगों को सुविधाएं देने के लिए कोर्ट से संबंधित और अर्द्धन्यायिक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी कार्यों में एफि डेविट प्रथा को खत्म कर दिया है। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकारी विभागों और एजेंसियों को इसे तुरंत प्रभाव से लागू करने को कह दिया गया है।
विभागों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि अकसर यह देखा गया है कि सरकार की दिन-प्रतिदिन की कार्यप्रणाली में स्टांप पेपर, मजिस्ट्रेट या नोटरी से प्रमाणित प्रमाण-पत्रों का चलन है। इससे आवेदकों के काम में देरी हो रही है। अधिकतर कामों में ऐसे हलफनामे लेना जरूरी नहीं होता है।निचले स्तर के अधिकारियों या कर्मचारियों की ओर से ऐसा कानून की अज्ञानता से किया जा रहा है या फिर पूर्व से चले आ रहे नियम फॉलो किए जा रहे हैं। एक एफिडेविट पर 20 रुपये से लेकर 200 रुपये खर्च हो जाते हैं। इसमें समय अलग से बर्बाद होता है।
अब तय किया गया है कि सरकार की सारी एजेंसियां, विभाग, संगठन आदि तत्काल हलफनामे लेना बंद करें। आवेदकों से सेल्फ डेक्लरेशन ही लें। कानून के मुताबिक झूठी सेल्फ डेक्लरेशन देने वालों को भी दंडित किया जा सकता है। सरकार के ये आदेश अदालतों, अर्द्धन्यायिक इकाइयों जैसे उपभोक्ता आयोग, प्रशासनिक ट्रिब्यूनल, लोकायुक्त आदि पर लागू नहीं होंगे। हिमाचली बोनाफाइड प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। जन्म तिथि प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। डेथ सर्टिफिकेट में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। आय प्रमाणपत्र में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। कैटेगरी सर्टिफिकेट में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। युवा मंडलों का पंजीकरण में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। जनहित से जुड़े़ अन्य कार्य में अब एफिडेविट नहीं लगेगा। विभिन्न विभागों से जुडे़ कार्य में अब एफिडेविट नहीं लगेगा।
हिमाचल सरकार के कार्मिक विभाग के प्रधान सचिव एसकेबीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आम लोगों को सुविधाएं देने के लिए कोर्ट से संबंधित और अर्द्धन्यायिक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी कार्यों में एफि डेविट प्रथा को खत्म कर दिया है। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकारी विभागों और एजेंसियों को इसे तुरंत प्रभाव से लागू करने को कह दिया गया है।