This is default featured slide 1 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 2 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 3 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 4 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 5 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

Monday 22 June 2015

महाभारत की 11 ऐसी कहानियां जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा

आपको धार्मिक ग्रंथ महाभारत से जुड़ी अलग-अलग कई कहानियों के बारे में मालूम होगा, लेकिन इनमें कई ऐसी भी कहानियां हैं जिनके बारे में अाप शायद ही जानते हों. जानिए धार्मिक ग्रंथ महाभारत से संबंधित ऐसी ही 11 कहानियों के बारे में:
1. जब कौरवों की सेना पांडवों से युद्ध हार रही थी तब दुर्योधन भीष्म पितामह के पास गया और उन्हें कहने लगा कि आप अपनी पूरी शक्ति से यह युद्ध नहीं लड़ रहे हैं. भीष्म पितामह को काफी गुस्सा आया और उन्होंने तुरंत पांच सोने के तीर लिए और कुछ मंत्र पढ़े. मंत्र पढ़ने के बाद उन्होंने दुर्योधन से कहा कि कल इन पांच तीरों से वे पांडवों को मार देंगे. मगर दुर्योधन को भीष्म पितामह के ऊपर विश्वास नहीं हुआ और उसने तीर ले लिए और कहा कि वह कल सुबह इन तीरों को वापस करेगा. इन तीरों के पीछे की कहानी भी बहुत मजेदार है. भगवान कृष्ण को जब तीरों के बारे में पता चला तो उन्होंने अर्जुन को बुलाया और कहा कि तुम दुर्योधन के पास जाओ और पांचो तीर मांग लो.  दुर्योधन की जान तुमने एक बार गंधर्व से बचायी थी.  इसके बदले उसने कहा था कि कोई एक चीज जान बचाने के लिए मांग लो. समय आ गया है कि अभी तुम उन पांच सोने के तीर मांग लो. अर्जुन दुर्योधन के पास गया और उसने तीर मांगे. क्षत्रिय होने के नाते दुर्योधन ने अपने वचन को पूरा किया और तीर अर्जुन को दे दिए.
2. द्रोणाचार्य को भारत का पहले टेस्ट ट्यूब बेबी माना जा सकता है. यह कहानी भी काफी रोचक है. द्रोणाचार्य के पिता महर्षि भारद्वाज थे और उनकी माता एक अप्सरा थीं. दरअसल, एक शाम भारद्वाज शाम में गंगा नहाने गए तभी उन्हें वहां एक अप्सरा नहाती हुई दिखाई दी. उसकी सुंदरता को देख ऋषि मंत्र मुग्ध हो गए और उनके शरीर से शुक्राणु निकला जिसे ऋषि ने एक मिट्टी के बर्तन में जमा करके अंधेरे में रख दिया. इसी से द्रोणाचार्य का जन्म हुआ.
3. जब पांडवों के पिता पांडु मरने के करीब थे तो उन्होंने अपने पुत्रों से कहा कि बुद्धिमान बनने और ज्ञान हासिल करने के लिए वे उनका मस्तिष्क खा जाएं. केवल सहदेव ने उनकी इच्छा पूरी की और उनके मस्तिष्क को खा लिया. पहली बार खाने पर उसे दुनिया में हो चुकी चीजों के बारे में जानकारी मिली. दूसरी बार खाने पर उसने वर्तमान में घट रही चीजों के बारे में जाना और तीसरी बार खाने पर उसे भविष्य में क्या होनेवाला है, इसकी जानकारी मिली.
4. अभिमन्यु की पत्नी वत्सला बलराम की बेटी थी. बलराम चाहते थे कि वत्सला की शादी दुर्योधन के बेटे लक्ष्मण से हो. वत्सला और अभिमन्यु एक-दूसरे से प्यार करते थे. अभिमन्यु ने वत्सला को पाने के लिए घटोत्कच की मदद ली. घटोत्कच ने लक्ष्मण को इतना डराया कि उसने कसम खा ली कि वह पूरी जिंदगी शादी नहीं करेगा.
5. अर्जुन के बेटे इरावन ने अपने पिता की जीत के लिए खुद की बलि दी थी. बलि देने से पहले उसकी अंतमि इच्छा थी कि वह मरने से पहले शादी कर ले. मगर इस शादी के लिए कोई भी लड़की तैयार नहीं थी क्योंकि शादी के तुरंत बाद उसके पति को मरना था. इस स्थिति में भगवान कृष्ण ने मोहिनी का रूप लिया और इरावन से न केवल शादी की बल्कि एक पत्नी की तरह उसे विदा करते हुए रोए भी.
6. सहदेव, जो अपने पिता का मस्तिष्क खाकर बुद्धिमान बना था. उसमें भविष्य देखने की क्षमता थी इसलिए दुर्योधन उसके पास गया और युद्ध शुरू करने से पहले उससे सही मुहूर्त के बारे में पूछा. सहदेव यह जानता था कि दुर्योधन उसका सबसे बड़ा शत्रु है फिर भी उसने युद्ध शुरू करने का सही समय बताया.
7. धृतराष्ट्र का एक बेटा युयत्सु नाम का भी था. युयत्सु एक वैश्य महिला का बेटा था. दरअसल, धृतराष्ट्र के संबंध एक दासी के साथ थे जिससे युयत्सु पैदा हुआ था.
8. महाभारत के युद्ध में उडुपी के राजा ने निरपेक्ष रहने का फैसला किया था. उडुपी का राजा न तो पांडव की तरफ से थे और न ही कौरव की तरफ से. उडुपी के राजा ने कृष्ण से कहा था कि कौरवों और पांडवों की इतनी बड़ी सेना को भोजन की जरूरत होगी और हम दोनों तरफ की सेनाओं को भोजन बनाकर खिलाएंगें. 18 दिन तक चलने वाले इस युद्ध में कभी भी खाना कम नहीं पड़ा. सेना ने जब राजा से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इसका श्रेय कृष्ण को दिया. राजा ने कहा  कि जब कृष्ण भोजन करते हैं तो उनके आहार से उन्हें पता चल जाता है कि कल कितने लोग मरने वाले हैं और खाना इसी हिसाब से बनाया जाता है.
9. जब दुर्योधन कुरूक्षेत्र के युद्ध क्षेत्र में आखिरी सांस से ले रहा था, उस समय उसने अपनी तीन उंगलियां उठा रखी थी. भगवान कृष्ण उसके पास गए और समझ गए कि दुर्योधन कहना चाहता है कि अगर वह तीन गलतियां युद्ध में ना करता तो युद्ध जीत लेता. मगर कृष्ण ने दुर्योधन को कहा कि अगर तुम कुछ भी कर लेते तब भी हार जाते. ऐसा सुनने के बाद दुर्योधन ने अपनी उंगली नीचे कर ली.
10. कर्ण और दुर्योधन की दोस्ती के किस्से तो काफी मशहूर हैं. कर्ण और दुर्योधन की पत्नी दोनों एक बार शतरंज खेल रहे थे. इस खेल में कर्ण जीत रहा था तभी भानुमति ने दुर्योधन को आते देखा और खड़े होने की कोशिश की. दुर्योधन के आने के बारे में कर्ण को पता नहीं था. इसलिए जैसे ही भानुमति ने उठने की कोशिश की कर्ण ने उसे पकड़ना चाहा. भानुमति के बदले उसके मोतियों की माला उसके हाथ में आ गई और वह टूट गई. दुर्योधन तब तक कमरे में आ चुका था. दुर्योधन को देख कर भानुमति और कर्ण दोनों डर गए कि दुर्योधन को कहीं कुछ गलत शक ना हो जाए. मगर दुर्योधन को कर्ण पर काफी विश्वास था. उसने सिर्फ इतना कहा कि मोतियों को उठा लें.
11. कर्ण दान करने के लिए काफी प्रसिद्ध था. कर्ण जब युद्ध क्षेत्र में आखिरी सांस ले रहा था तो भगवान कृष्ण ने उसकी दानशीलता की परीक्षा लेनी चाही. वे गरीब ब्राह्मण बनकर कर्ण के पास गए और कहा कि तुम्हारे बारे में काफी सुना है और तुमसे मुझे अभी कुछ उपहार चाहिए. कर्ण ने उत्तर में कहा कि आप जो भी चाहें मांग लें. ब्राह्मण ने सोना मांगा. कर्ण ने कहा कि सोना तो उसके दांत में है और आप इसे ले सकते हैं. ब्राह्मण ने जवाब दिया कि मैं इतना कायर नहीं हूं कि तुम्हारे  दांत तोड़ूं. कर्ण ने तब एक पत्थर उठाया और अपने दांत तोड़ लिए. ब्राह्मण ने इसे भी लेने से इंकार करते हुए कहा कि खून से सना हुआ यह सोना वह नहीं ले सकता. कर्ण ने इसके बाद एक बाण उठाया और आसमान की तरफ चलाया. इसके बाद बारिश होने लगी और दांत धुल गया.

मामूली बारिश में हुई ग़ज़ियाबाद पानी-पानी

(ग़ज़ियाबाद  २२  जून): ग़ज़ियाबाद में जबरदस्त गर्मी के बाद आज सुबह तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। करीब आधे घंटे भर की ही बारिश में ग़ज़ियाबाद डूबने लगी। ग़ज़ियाबाद के घन्टा घर  समेत तमाम सड़कों पर पानी भर गया। और बहुत पुरान पैड गिर गये / जिस से बहुत नुकसान हो गया / गौरव शर्मा 

डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल, डॉक्टरों से मिले दिल्ली से स्वास्थ्य मंत्री

नई दिल्ली। केंद्र सरकार, नगर निगम और दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों के करीब 15 हजार रेजिडेंट्स डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।
डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में ओपीडी बंद होनेे से नाराज मरीजों व तीमारदारों ने जमकर हंगामा किया।
इस बीच दिल्ली में रजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने हड़ताली डॉक्टरों से मुलाकात कर काम पर लौटने की अपील की है।

अमरीश पुरी के बेटे ने बताई पापा के बारे में अनसुनी बातें

अपनी दमदार आवाज़, डरावने गेटअप और प्रभावशाली शख्सियत से सालों तक फिल्मप्रेमियों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा करने वाले जाने-माने खलनायक अमरीश पुरी दरअसल फिल्मों में हीरो बनना चाहते थे. 22 जून को उनका 83वां जन्मदिन है. इस मौके पर ऐसी ही कई दिलचस्प बातों को बीबीसी के साथ साझा किया उनके बेटे राजीव पुरी ने.

अमरीश पुरी ने 30 साल से भी ज़्यादा वक़्त तक फ़िल्मों में काम किया और नकारात्मक भूमिकाओं को इस प्रभावी ढंग से निभाया कि हिंदी फ़िल्मों में वो बुरे आदमी का पर्याय बन गए.

अपने पिता के बारे में राजीव पुरी बताते हैं, "पापा जवानी के दिनों में हीरो बनने मुंबई पहुंचे. उनके बड़े भाई मदन पुरी पहले से फिल्मों में थे. लेकिन निर्माताओं ने उनसे कहा कि तुम्हारा चेहरा हीरो की तरह नहीं है. उससे वो काफी निराश हो गए थे."

नायक के बतौर अस्वीकार कर दिए जाने के बाद अमरीश पुरी ने थिएटर में अभिनय शुरू कर दिया और वहां खूब ख्याति पाई. इसके बाद 1970 में उन्होंने फ़िल्मों में काम करना शुरू किया.पापा जवानी के दिनों में हीरो बनने मुंबई पहुंचे. उनके बड़े भाई मदन पुरी पहले से ही फिल्मों में थे. लेकिन निर्माताओं ने उनसे कहा कि तुम्हारा चेहरा हीरो की तरह नहीं है. उससे वो काफी निराश हो गए थे.

राजीव ने बताया, "पापा ने फिल्मों में काफी देर से काम शुरू किया. लेकिन एक थिएटर कलाकार के तौर पर वो ख़ासी ख्याति पा चुके थे. हमने तभी से उनकी स्टारडम देख ली थी और हमें पता चल गया था कि वो कितने बड़े कलाकार हैं."

70 के दशक में उन्होंने निशांत, मंथन, भूमिका, आक्रोश जैसी कई फ़िल्में की. 80 के दशक में उन्होंने बतौर खलनायक कई अविस्मरणीय भूमिकाएं निभाईं.हम पांच, नसीब, विधाता, हीरो, अंधा कानून, अर्ध सत्य जैसी फिल्मों में उन्होंने बतौर खलनायक ऐसी छाप छोड़ी कि फिल्म प्रेमियों के मन में उनके नाम से ही ख़ौफ़ पैदा हो जाता था.

साल 1987 में आई मिस्टर इंडिया में उनका किरदार मोगैम्बो बेहद मशहूर हुआ. फिल्म का संवाद 'मोगैम्बो खुश हुआ', आज भी लोगों के जे़हन में बरकरार है.

राजीव पुरी बताते हैं कि असल जीवन में अमरीश पारी बेहद अनुशासनप्रिय और वक़्त के पाबंद इंसान थे.अमरीश पुरी बड़े पर्दे पर बुरे आदमी का पर्याय बन गए थे. वो कहते हैं, "पापा के सिद्धांत बिलकुल स्पष्ट थे. जो बात उन्हें पसंद नहीं आती थी, वो उसे साफ-साफ बोल देते थे. वो हमारे रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बिलकुल विनम्र रहते. उन्होंने कभी किसी को नहीं जताया कि वो कितने मशहूर हैं."

अमरीश पुरी, श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा के काफी क़रीब थे. युवा कलाकारों में भी उनकी शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान और अक्षय कुमार से खासी निकटता थी.

राजीव पुरी बताते हैं, "उन्हें अपने पोते-पोतियों से काफी लगाव था. जब वो उनके साथ होते, तो हमसे कहते-चलो अब तुम लोग जाओ. ये हम बच्चों के खेलने का वक़्त है."

अमरीश पुरी अपने करियर के आखिरी सालों में चरित्र भूमिकाएं करने लगे थे. इसके बाद उन्होंने परदेस, ताल और दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे जैसी फिल्मों में अभिनय की ज़बर्दस्त छाप छोड़ी. 12 जनवरी 2005 को उनका निधन हो गया.

मोहल्‍ला अस्‍सी' में गाली देने पर सनी देओल के खिलाफ एफआइआर दर्ज

नई दिल्ली। सनी देओल की फिल्म 'मोहल्ला अस्सी' का कथित ट्रेलर हाल ही में काफी विवादों में रहा था। अब इसको लेकर वाराणसी में सनी देओल और इस फिल्म के निर्देशक चंद्र प्रकाश द्धिवेदी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर दिया गया है। दोनों पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है।
दोनों के खिलाफ 'सर्वजन जाग्रुती संस्था' के सदस्यों ने रविवार को वाराणसी के भेलपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एक शिकायतकर्ता के मुताबिक, यह फिल्म धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है और हम ऐसी फिल्म को रिलीज नहीं होने दे सकते हैं।
हाल ही में सनी देओल की काफी समय से चर्चा में रही फिल्म 'मोहल्ला अस्सी' का ट्रेलर लीक होने पर काफी विवाद हुआ था। इसमें सभी कलाकार गाली देते नजर आ रहे थे और यहां तक कि शंकर भगवान को भी एेसा करते दिखाया गया था। यह पूरी फिल्म धार्मिक नगरी वाराणसी में पर्यटन के बाजारीकरण को लेकर है।
हालांकि इस फिल्म के निर्देशक चंद्र प्रकाश द्धिवेदी ने कहा था कि यह ट्रेलर फर्जी है। उनकी यह फिल्म कई सालों से चर्चा में है, मगर अब तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि यह कब रिलीज होगी। अब तो इतना विवाद हो चुका है, ऐसे में इस फिल्म का क्या होगा, इसको लेकर भी संशय ही बना हुआ है।

आलिया भट्ट के सीधे कंधे में आ गई है चोट

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट के सीधे कंधे में चोट आ गई है। हालांकि घबराने की कोई बात नहीं है। आलिया ने कहा कि वो दो हफ्तों में पूरी तरह ठीक हो जाएंगी।
आलिया फिलहाल तमिलनाडु के कुन्नूर में अपनी अगली फिल्म 'कपूर एंड सन्स' की शूटिंग कर रही हैं। आलिया ने ट्विटर पर कहा, 'आपकी दुआओं के लिए शुक्रिया। कंधे की चोट अभी ताजा है। चिंता की बात नहीं है, मैं दो हफ्तों में बिलकुल ठीक हो जाउंगी। लेफ्टी बनने का वक्त है।'

आलिया 'कपूर एंड सन्स' में सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ नजर आएंगी।

पीसीआर वाले करते रहे चेकिंग, लुटेरे रफूचक्कर

होली चाइल्ड चौराहे पर रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे पीसीआर वाले चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान चौराहे से करीब 100 मीटर दूर स्कूटी सवार दो बदमाश रीना शर्मा से पर्स, मोबाइल और सब्जी का थैला लूटकर ले गए। महिला ने लोगों से मदद मांगी, लेकिन सब तमाशबीन बने रहे।

रीना शर्मा ने बताया कि वह हाउस वाइफ हैं। पति एक निजी कंपनी में अफसर हैं। वह करीब दो साल की बेटी को लेकर सब्जी लेने गई थी। पैदल लौटते समय उनके हाथ में पर्स और सब्जी का थैला था। 

बेटी को उन्होंने गोद में लिया हुआ था। इसी दौरान स्कूटी सवार दो बदमाश उनके हाथ से पर्स और सब्जी का थैला लूटकर ले गए। पर्स में मोबाइल और एक हजार रुपये थे। लुटेरों ने हेलमेट नहीं पहना था। 

इस दौरान वहां से स्कूटी और बाइक सवार काफी लोग गुजर रहे थे। उन्होंने बदमाशों को पकड़ने के लिए मदद मांगी। मगर सब ने अनसुना कर दिया। 

बकौल रीना, एक स्कूटी सवार ने तो यहां तक कहां कि ‘वह ऐसे झंझट में नहीं पड़ता।’ वह पैदल होली चाइल्ड चौराहे पर पहुंची और पुलिस को सूचना दी। पुलिस यहां चेकिंग अभियान चलाए हुई थी। 

जब PM मोदी ने सेल्फी खिंचाने से किया इंकार

नई दिल्ली(22जून):प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजपथ पर योग दिवस समारोह में भाग लेते समय एक स्वयंसेवक के साथ ‘सेल्फी’ खिंचाने से इंकार कर दिया।
समारोह में लोगों को सम्बोधित करने के बाद मोदी मंच से नीचे आ गए और आसन करने के लिए 35 हजार से अधिक लोगों में शामिल हो गए।
जैसे ही प्रधानमंत्री योग करने के लिए अगली पंक्ति में शामिल हुए तो एक युवा महिला, जो स्वयंसेवक का बैज लगाए हुए थी, ने उनसे सेल्फी खींचाने का अनुरोध किया लेकिन प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़ कर नम्रतापूर्व महिला को इंकार कर दिया।

स्कूल संचालक ने बंधक बनाकर किया 12 साल की लड़की का रेप, गिरफ्तार

बलिया: जिले में एक किशोरी को बंधक बनाकर उससे रेप करने के इल्जाम में एक स्कूल के संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया.अपर पुलिस अधीक्षक के. सी. गोस्वामी ने आज यहां बताया कि उभांव थाना क्षेत्र में गत जनवरी माह में 12 साल की एक लड़की को उसी के गांव की एक महिला बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गयी थी.

आरोप है कि उसने उस लड़की को एक निजी विद्यालय के संचालक को बेच दिया था, जिसने उसे बंधक बनाकर अपनी हवस का शिकार बनाया.

उन्होंने बताया कि गांव का एक व्यक्ति संयोगवश उसी स्कूल में काम करने गया तो उसने लड़की को कैद में देखकर ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. पुलिस ने कल लड़की को मुक्त कराया.

गोस्वामी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में स्कूल संचालक राकेश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है.

'हॉट योगा' ईजाद करने वाले योग गुरु पर 6 लड़कियों ने लगाया बलात्कार का आरोप

भारतीय मूल के अमेरिकी योग गुरु ने अपने के करीब 46 साल छोटी लड़की को योग सिखाने के बहाने हवस का शिकार बना डाला. 'हॉट योगा' ईजाद करने वाले गुरु बिक्रम चौधरी पर इससे पहले भी पांच छात्राएं रेप का इल्जाम लगा चुकी हैं. दुनिया के सैकड़ों सेलिब्रिटीज इस योग गुरू के दीवाने हैं. पढ़िए योग गुरु का रेप कांड...
बिक्रम चौधरी ने अब से कोई 40 साल पहले जब भारत छोड़कर पहली बार अमेरिका में अपना कदम रखा, तब उसने ख्वाबों में भी नहीं सोचा था कि एक रोज वो अपने योगासनों की बदौलत अमेरिका के साथ-साथ पूरी दुनिया में राज करने लगेगा, लेकिन अपनी कोशिश और किस्मत की बदौलत उसने जो कुछ हासिल किया, उसकी दूसरी मिसाल कोई हो ही नहीं सकती.
...और हॉट योगा में तब्दील हो गया हठ योग 
विदेशियों के लिए योग एक नई चीज तो थी ही, बिक्रम ने 100 फॉरेनहाइट यानी तकरीबन 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर लोगों को योग सीखा कर उन्हें चुस्त-दुरुस्त रखने का जो अनोखा नुस्खा ढूंढ़ निकाला, उसने देखते ही देखते योग के साथ-साथ चौधरी को भी शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया. आम अमेरिकियों के साथ-साथ दुनिया भर के लोग और खास कर सेलिब्रिटीज देखते ही देखते चौधरी के दीवाने हो गए. हिंदुस्तान का सालों पुराना हठ योग अब 'हॉट योगा' में तब्दील हो चुका था. चौधरी ने मौके का फायदा उठाया और हॉट योगा के 26 आसनों की पेटेंट हासिल कर ली.
धीरे-धीरे चौधरी ने हर वो चीज हासिल की, जिसकी ख्वाहिश किसी आम इंसान को हो सकती है. फिर चाहे वो आलीशान बंगला हो, महंगी गाड़ी या फिर करोड़ों की दौलत. चौधरी के पास सबकुछ था लेकिन इस शीश महल पर तब पहली दरार पड़ गई, जब उसी की एक स्टूडेंट ने उस पर बलात्कार करने का इल्जाम लगा कर पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी.
इसके बाद तो जैसे चौधरी पर यौन उत्पीड़न के इल्जामों की झड़ी सी लग गई. इस स्टूडेंट की देखादेखी चार और लड़कियों ने चौधरी पर बिल्कुल मिलते-जुलते इल्जाम लगाए, जिनमें से कई मामलों पर फिलहाल अमेरिकी अदालत सुनवाई भी कर रही है. तकरीबन दो साल बाद अब चौधरी पर फिर ठीक एक वैसा ही इल्जाम लगा है, जैसा इससे पहले लगा था. इस बार भी बलात्कार का इल्जाम लगाने वाली ये लड़की कोई और नहीं, बल्कि उनसे 46 साल छोटी उनकी एक स्टूडेंट है.
पहली बार साल 2010 में किया बलात्कार 
मशहूर अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की मानें तो कैनेडियन मूल की इस लड़की ने बिक्रम चौधरी के खिलाफ ये इल्ज़ाम लगाकर ना सिर्फ सबको चौंका दिया है, बल्कि अमेरिकी अदालत में उसके खिलाफ बाकायदा एक मुकदमा भी दर्ज करावाया है. चौधरी पर इल्ज़ाम लगाने वाली लड़की जिल लॉलर ने इस सिलसिले में की गई अपनी शिकायत में बताया है कि चौधरी ने उसके साथ पहली बार साल 2010 में तब बलात्कार किया, जब 18 साल की उम्र में उसने लॉस वेगास में चौधरी की टीचर ट्रेनिंग क्लासेज ज्वाइन की थी.
उन दिनों ट्रेनिंग कोर्स के दौरान ही उसके गुरु बिक्रम चौधरी ने एक बार उसे एक हिंदी फिल्म दिखाई और इस दौरान वो उससे घंटों तक अपनी मालिश करवाता रहाऔर फिर मौका देख कर उसने लड़की को दबोच लिया और उसके साथ ज्यादती की. तब चौधरी की उम्र कोई 64 साल की रही होगी.
पहले रेप किया फिर मांगी माफी 
लॉलर ने बताया है कि इस बाद चौधरी ने इससे माफी भी मांगी और उसे एक चैंपियन बनाने का वायदा किया लेकिन इसके महज एक हफ्ते बाद चौधरी ने उसे फिर एकहोटल में अकेले मिलने के लिए बुलाया और उसके वहां पहुंचते ही उसने फिर से उसे अपने नापाक इरादों का शिकार बनाया. इसके बाद वो कुछ सालों तक चौधरी से ट्रेनिंग लेती रही और चौधरी वक्त बे वक्त उसके साथ जबरदस्ती करता रहा. आखिरी बार इस योग गुरु ने लॉलर के साथ फरवरी 2013 में बलात्कार किया. हालांकि जुलाई 2014 तक चौधरी से योग की तालीम लेने वाली लॉलर ने कहा कि वो इस यौन उत्पीड़न से अब तक बुरी तरह घबराई हुई थी और इसी वजह से अब तक खामोश बनी रही.
हालांकि चौधरी के खिलाफ ये कोई पहला और नया मामला नहीं है.ससे पहले भी उसके खिलाफ छह अलग-अलग उम्र की लड़कियों ने ऐसे ही इल्ज़ाम लगाए हैं लेकिन कमाल की बात ये है कि इतना होने के बावजूद चौधरी की शोहरत में कमी आने की बजाय वक्त के साथ इसमें और इजाफा ही हुआ है. लॉलर की तरह सारा बॉगन नाम की एक लड़की ने भी चौधरी के खिलाफ बलात्कार का इल्जाम लगाते हुए अदालत में शिकायत दायर की है.
कान में कुछ बुदबुदाया और कर डाला रेप
सारा ने कहा है कि साल 2000 में चौधरी ने उसे तब अपना शिकार बनाया, जब वो उसके पास योग सीखने की गई थी. सारा भी लॉलर की तरह ही चौधरी से उम्र में काफी छोटी है. दोनों के बीच 38 सालों का फासला है लेकिन इसके बावजूद सारा की मानें तो साल 2000 में एक रोज चौधरी ने पहले उसके कान में बुदबुदाते हुए कुछ अश्लील बातें कहीं और फिर उसके साथ बलात्कार कर डाला.
26 हॉट योगासनों से दुनिया भर को अपना मुरीद बनाने वाले बिक्रम चौधरी ने अगर योग की बदौलत हर दुनियावी चीज हासिल की है, तो वो विवादों में भी कम नहीं रहे हैं. यही वजह है कि चौधरी पर ये रेप का पहला और इकलौता नहीं, बल्कि छठा मामला है. ये और बात है कि पहले की तरह ही इस बार बिक्रम चौधरी ने खुद पर लगे इस इल्ज़ाम का खंडन किया है.
चार साल की उम्र से शुरू किया था योगा 
चार साल की उम्र से योग की शुरुआत करने वाले बिक्रम चौधरी का जन्म कोलकाता में हुआ था. देखते ही देखते उन्हें योग की लगन कुछ ऐसी लगी कि वो हर रोज कम से कम 6 घंटे तक योगाभ्यास करने लगे और इस कड़ी मेहनत का नतीजा ये हुआ कि बिक्रम तमाम योगसनों में बेहद माहिर हो गए. महज 13 साल की उम्र में नेशनल इंडिया योगा चैंपियनशिप का खिताब अपनी नाम कर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.
बिक्रम के सितारे कुछ इतनी बुलंदियों पर पहुंचे कि 1973 में फेलबाइटिस नाम की बीमारी से जूझ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन ने उन्हें अपने इलाज के लिए बुलावा भेजा. इसके बाद बिक्रम अमेरिका में ही रह गए और उन्होंने वहां योगा सीखाने की शुरुआत कर दी. इसके बाद बिक्रम चौधरी ने अपने नाम से बिक्रम हॉट योगा की शुरुआत कर योगा का ही एक ब्रांड बना दिया और अलग-अलग मुल्कों में इसी नाम से योगा स्टूडियोज की शुरुआत कर दी. फिर तो देखते ही देखते वो लाखों-करोड़ों और अरबों में खेलने लगे.
दुनिया के सबसे अमीर योग गुरु और विवादों की झड़ी 
दुनिया के सबसे अमीर लेकिन सबसे विवादित योग गुरु बिक्रम चौधरी के साथ भी एक अजीब इत्तेफाक है. इत्तेफाक ये कि चौधरी जब भी विवादों में आए सेक्स की वजह से ही आए और ज़्यादातर मामलों में उन पर इल्जाम लगानेवाली लड़कियां उनसे उम्र में आधे से भी कम निकलीं. कई साल पहले चौधरी ने एक इंटरव्यू में खुद को असीम यौन शक्ति का मालिक बताया था. अब कैनेडियन मूल की लड़की जिल लॉलर ने अब चौधरी पर शिकायत लगाकर बेशक उन्हें नए सिरे से सुर्खियों में ला दिया हो, लेकिन बिक्रम चौधरी पहली बार तब विवादों में आए जब दो साल पहले यानी साल 2013 में पांच और लड़कियों ने उन पर योगा क्लासेज के दौरान ही रेप करने के इल्जाम लगाए थे. तब चौधरी के खिलाफ रेप और ज्यादती के 11 मामले दर्ज करवाए गए थे.
अदालत ने शुरुआती सुनवाई के बाद 11 में से 8 मामलों को आगे की सुनवाई के लिए मंजूरी दी थी. इनमें से एक महिला सारा बॉडन थी, जबकि दूसरी मीनाक्षी जाफा बोडन, जिसने चौधरी पर यौन उत्पीड़न और मानहानि का इल्जाम लगाया था. ठीक इन तीन लड़कियों की तरह चौधरी की एक और छात्रा लरीसा एंडरसन ने भी उस पर रेप का आरोप लगाया. एंडरसन का कहना था कि चौधरी ने एक रोज़ उसके साथ तब रेप किया, जब वो उसके घर पर डिनर के लिए गई थी. डिनर के बाद जब उसकी पत्नी सो गई तो चौधरी ने एंडरसन को हवस का शिकार बनाया.
फिर भी पूरी दुनिया है दीवानी 
यौन उत्पीड़न के इल्जाम से घिर कर चौधरी बेशक मुकदमों का सामना कर रहे हों, लेकिन चौधरी के मुरीदों में सेलिब्रिटीज की कोई कमी नहीं. जिस शख्स को अमेरिका आने की पहली दावत कोई और नहीं, बल्कि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति देता हो, उस शख्स की हैसियत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है. ब्रिटेन का फुटबॉल स्टार डेविड बैकहम हो, मशहूर टेनिस प्लेयर एंडी मरे, पॉप सिंगर मैडोना, लेडी गागा, डांसर माइकल जैक्सन या फिर हॉलीवुड एक्ट्रैस जेनिफर एनिस्टन, चौधरी के फैन्स और छात्रों में नामालूम कितने ही ऐसे लोग शामिल हैं, जिनसे बस एक बार मिलने भर के लिए पूरी दुनिया मारी जाती है.


मंत्री के सामने उठ सकता है सपा में जातिगत भेदभाव

गाजियाबाद  सपा संगठन में एक के बाद एक विवाद सामने आता रहता है। अबकी बार युवजन सभा के प्रदेश सचिव मनोज शर्मा को पद से हटाए जाने ने तूल पकड़ लिया है।

समर्पित सपा नेताओं का एक वर्ग खुलकर मनोज के पक्ष में आ गया है। यह मामला सोमवार को दर्जा प्राप्त मंत्री राकेश यादव के सामने तूल पकड़ सकता है।

ब्राह्मण जहां इसको अपने सम्मान से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं पुराने सपा नेताओं का एक गुट उनके साथ आ गया है। दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सोमवार को एक पीसी कर रहे हैं। 

इससे पहले शास्त्रीनगर में उनका सम्मान समारोह है। पार्टी पदाधिकारियों को चिंता है कि यह मामला उनकेसामने तूल न पकड़ ले।

सपा प्रवक्ता इंद्रजीत टीटू ने बताया कि मनोज शर्मा को पद देने से पहले ही जांच करानी चाहिए थी। दो-दो बार जिम्मेदारी सौंपना और अगले हर दिन उनको हटाना पार्टी गाइड लाइन का उल्लंघन है। 

बांग्लादेश में टीम इंडिया के सबसे बड़े फैन पर हुआ हमला

ढाका(22 जून):टीम इंडिया के सबसे बड़े फैन कहे जाने वाले सुधीर गौतम पर ढाका में हमला हुआ, जिसमें वे बाल-बाल बच गए। सुधीर भारत-बांग्लादेश मैच देखकर ऑटो में बैठने जा रहे थे, इसी दौरान उन पर पत्थरबाजी हुई। सुधीर ने दो पुलिसवालों की मदद से किसी तरह अपनी जान बचाई।
सुधीर ने बताया कि जब वे ऑटो में बैठने वाले थे, तभी भीड़ ने उनपर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इतना ही नहीं कई लोगों ने ऑटो के पर्दे तक फाड़ दिए। भीड़ में लोग चिल्ला रहे थे कि हमने मेलबर्न के मैदान पर विश्व कप क्वार्टरफाइनल में मिली हार का बदला ले लिया है और अब हम मैदान के बाहर भी अपना बदला लेंगे।
सुधीर ने कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में इस तरह की स्थिति का सामना कभी नहीं किया।