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Friday 3 July 2015

चीन में आया 6.4 तीव्रता का भूकंप

चीन की धरती शुक्रवार को भूकंप के झटकों से हिली. भूकंप का केंद्र चीन के शहर शिनजियांग से 131 किलोमोटर दूर रहा. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 रही. भूकंप में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
वहीं, पोर्ट ब्लेयर और अंडमान निकोबार आइलैंड में भी शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. शुक्रवार सुबह 8.46 मिनट पर पोर्ट ब्लेयर से 246 किलोमीटर की दूरी पर भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 रही. इन इलाकों में भी किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
25 अप्रैल को नेपाल में आया था भीषण भूकंप 
याद रहे कि 25 अप्रैल 2015 को नेपाल और भारत में भीषण भूकंप के झटके आए थे. 25 अप्रैल को आए भूकंप की वजह से हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.


मैनपुरी में दरोगा ने घर में घुसकर महिलाओं के साथ की मारपीट और भी...

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में पुलिस की 'गुंडई' का मामला सामने आया है. मैनपुरी में 'सिंघम' के नाम से पहचान बना चुके दरोगा शशिकांत पर कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर घर में घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप है. घटना गुरुवार देर रात की है.
घटना का पता लगते ही एसपी उदयशंकर जायसवाल ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. मामला मैनपुरी सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला चैथियाना का है. रेलवेगेट चौकी इंचार्ज दारोगा शशिकान्त पर आरोप है कि वो अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ मोहल्ला चैथियाना पहुंच गया, जहां बेवजह महिला मिथलेश कुमारी के घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी और मकान का दरवाजा और सामान तोड़ डाला.
पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचे एक युवक की भी जमकर पिटाई की. मिली जानकारी के मुताबिक, जिस घर में पुलिसकर्मियों ने तोड़फोड़ की है, उस घर के किसी भी सदस्य के खिलाफ कोई शिकायत या एफआईआर दर्ज नहीं है. पीड़ित महिला के परिवार का समर्थन मोहल्ले के लोगों ने भी किया.
'बेवजह नहीं गई थी पुलिस' 
एसपी उदयशंकर जायसवाल का तर्क है कि पुलिस बेवजह मोहल्ले में नहीं गई थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग मोहल्ले में चोरी करने वाले चोर इकट्ठा हैं. हालांकि लोगों के शिकायत करने पर एसपी जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे है.
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80 से ज्यादा लोगों का एनकाउंटर कर चुके अधिकारी को किया सस्पेंड और भी...

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ दया नायक को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया है. सस्पेंड किए जाने की वजह के बारे में पता चला है कि नायक ने ‘परिवार की सुरक्षा’ संबंधी चिंता को लेकर नागपुर में अपनी नई तैनाती पर जाने से इनकार किया था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उनका पिछले साल नागपुर तबादला कर दिया गया था. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार और साथ ही राज्य पुलिस महानिदेशक से कहा कि उनकी जान को खतरा है. उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई थी कि उन्हें मारा जा सकता है.’
'80 से ज्यादा लोगों का एनकाउंटर कर चुके हैं नायक'
उन्होंने कहा, ‘हालांकि न तो राज्य सरकार और न ही पुलिस के शीर्ष नेतृत्व ने उनकी मांग पर और इस बात पर ध्यान दिया कि दया और उनका परिवार नौ साल 1997 से 2006 तक सुरक्षा घेरे में था.’ अधिकारी ने कहा, ‘मुठभेड़ों में 80 से ज्यादा लोगों को मार चुके दया नायक का मानना था कि सरकार के सुरक्षा घेरा वापस लेने से (नई तैनाती पर जाकर वह खुद को और अपने परिवार को अपने ‘दुश्मनों’ के आसान निशाने पर ला देंगे.’
'परिवार को है खतरा'
उन्होंने कहा, ‘दया ने साथ ही कहा था कि पिछले कुछ सालों में उन्हें ‘अलग थलग करने और खत्म करने’ की कोशिश हुई. वह अपने और अपने परिवार के जीवन पर खतरों को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट से वाकिफ थे.’ अधिकारी ने कहा, ‘पिछले साल तबादले के आदेश के बावजूद, दया नायक नयी तैनाती पर नहीं गए क्योंकि उन्हें लगा कि अपने परिवार की हिफाजत करना उनकी प्राथमिकता है.
नायक को मिला नोटिस
अधिकारी ने बताया कि नायक को लगा कि गुरुवार को निलंबन का आदेश जारी करते समय उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. नागपुर में तैनाती पर ना जाने के पीछे क्या वजह थी, उसे बताने के लिए उन्हें कोई 'कारण बताओ नोटिस' जारी नहीं किया गया.


कॉमेडी नाइट्स' के कपिल शर्मा की तबीयत बि‍गड़ी, शो से लेंगे विराम

कॉमेडियन कपिल शर्मा का स्वास्थ्य खराब है और वह अपने चर्चित शो 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' से विराम लेंगे.
34 साल के कपिल ने इस शो का आखिरी एपिसोड बॉलीवुड कलाकार सलमान खान के साथ शूट किया. फिल्मी हस्तियों के बीच कपिल का शो काफी चर्चित लोकप्रिय है क्योंकि वह अपनी फिल्में प्रमोट करने के लिए इस कार्यक्रम में आते रहे हैं. कपिल ने अपनी नासाज तबीयत के बारे में ट्वीट भी किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, हैलो दोस्तों, उम्मीद है सब ठीक होगा, लेकिन मैं ठीक नहीं हूं. मुझे आराम की सलाह दी गई है. शो के आखिरी एपिसोड की शूटिंग सलमान खान के साथ की.

सिर्फ हेल्दी चीजों का विज्ञापन करेंगी शिल्पा शेट्टी

अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी हमेशा से ही अपने स्वास्‍थ्य को लेकर सचेत रहती हैं। इतना ही नहीं, वे आम जनता को यही वजह है कि शिल्पा कभी भी ऐसे प्रोडक्ट्स को प्रमोट नहीं करना चाहती जो स्वास्‍थ्य के लिए हाल ही में शिल्पा को एक आइस क्रीम कंपनी ने ब्रांड एंडोर्स करने का ऑफर किया था पर शिल्पा ने उस ऑफर को ठुकरा दिया और उन्हें सलाह दी की वे हेल्दी योगर्ट बनाये जो लोगों के स्वास्‍थ्य के लिए भी अच्छा हो।शिल्पा का कहना है की वे लोगों के स्वास्‍थ्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ नही करना चाहती इसीलिए वे किसी  भी ब्रांड को साइन लोगों को ध्यान में रख कर करती हैं।शिल्पा कहती हैं कि मैं उसी प्रोडक्ट का समर्थन करती हूं जो हेल्‍थ के लिए लाभदाय हो न की इसलिए की शिल्पा बोल रही है इसलिए लोग उसे खरीदे या उसका इस्तेमाल करें। हानिकारक हो।भी बेहतर स्वास्‍थ्य बनाये रखने की सलाह देती रहती हैं। फोटोः संताबंता ऑनलाइन

ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ियों से बाजी मार ले गए कप्तान धोनी

क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारूप टेस्‍ट मैच में आप जल्द ही रंगीन बॉल के साथ गेंदबाज को गेंदबाजी करते देखेंगे। ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में गुलाबी गेंद (पिंक बॉल) के साथ मैच खेलने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। इसी साल के अंत में वह क्रिकेट इतिहास में पहली बार डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी भी करने जा रहा है। यह ऐतिहासिक मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच गुलाबी गेंद के साथ कृत्रिम रोशनी में पहला दिन-रात्रि टेस्ट नवंबर में एडिलेड ओवल में होगा।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार, 27 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की सीरीज का अंतिम टेस्ट इस लिहाज से ऐतिहासिक हो सकता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट मैच होने से दर्शकों की संख्या बढ़ेगी। स्टेडियम और टीवी पर ज्यादा दर्शक टेस्ट मैच को देख सकेंगे। हालांकि डे-नाइट टेस्ट मैच को लेकर कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में विरोधाभास है क्योंकि उनका मानना है कि रात में उन्हें गुलाबी गेंद देखने में दिक्कत आएगी।

भले ही कुछ खिलाड़ी गुलाबी गेंद के साथ मैच में उतरने से डरते हों लेकिन टीम इंडिया के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उनसे काफी तेज निकले और बहुत पहले ही इस गेंद के साथ दो-दो हाथ कर चुके हैं।टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद की चर्चा पिछले कुछ सालों से बनी ‌हुई है और अब इसके धरातल पर आने का समय तेजी से निकट आ रहा है। इस साल नवंबर में एडिलेड में पहली बार डे-नाइट का टेस्‍ट मैच खेला जा सकता है।

गुलाबी गेंद के साथ खेलने के मामले में भारतीय टीम के वनडे कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी मेजबान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से काफी आगे निकल गए। टीम इंडिया 2014-15 में जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी तभी धोनी ने इस गेंद का प्रयोग किया था।

धोनी ने गुलाबी गेंद का प्रयोग साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज के अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के बाद एक ट्रायल के दौरान किया। इस ट्रायल का आयोजन चैनल नाइन ने किया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद के साथ धोनी को गेंदबाजी करता एक वीडियो जारी किया है जिसमें भारतीय कप्तान गुलाबी गेंद के साथ एक स्‍थानीय बल्लेबाज को गेंड डाल रहे हैं।

बीसीसीआई और टीम इंडिया के वनडे कप्तान धोनी अब तक डीआरएस का विरोध करते रहे हैं लेकिन अब अगला सवाल सबके सामने है कि क्या भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में गुलाबी गेंद के साथ खेलने की योजना को आगे बढ़ाएगी? फिलहाल इस सवाल का जवाब तो किसी के पास नहीं है। हालांकि धोनी यह जवाब देने में सक्षम हैं।

धोनी ने पिछले साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के बीच ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अब वह टीम इंडिया में वनडे और टी-20 टीम के कप्तान हैं।

अभी डे-नाइट टेस्ट मैच में खेल के शुरू होने का समय तय नहीं हुआ है, हालांकि चर्चा है कि एडिलेड के समय के मुताबिक मैच दोपहर 2.30 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 9.30 बजे तक चल सकता है। परंपरागत लंच ब्रेक की जगह दूसरे और तीसरे सत्र के बीच में डिनर ब्रेक हो सकता है। इसी तरह चायकाल पहले सत्र के बाद किया जा सकता है।

पूजा भट्ट ने बॉयफ्रेंड के लिए ठुकरा दी थी पिता की 'आशिकी'

नई दिल्ली। पूजा भट्ट ने खुलासा किया है कि आखिर क्यों उन्होंने अपने पिता महेश भट्ट की सुपरहिट फिल्म 'आशिकी' में काम करने से इंकार कर दिया था। दरअसल, उन्होंने यह सब अपने 'प्यार' की वजह से किया था। जी हां, उनके चाचा मुकेश भट्ट ने उन्हें इस फिल्म में एक रोल करने का ऑफर दिया था, मगर उन्होंने ठुकरा दिया था, क्योंकि उस वक्त उनका बॉयफ्रेंड नहीं चाहता था कि वह हीरोइन बनें। जागरण फिल्म फेस्टिवल के दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा किया। पिता की जिंदगी पर डॉक्यूमेंट्री बनाना चाहती हैं पूजा भट्ट पूजा भट्ट ने कहा, ' मेरा एक बॉयफ्रेंड था और जब मैं 12 साल की थी, तब से उसके प्यार में थी। जब मैं 16 साल की हुई तो मैंने उसके साथ डेटिंग शुरू कर दी। 17 साल की उम्र में 'डैडी' की और 18 साल की उम्र में मुझे 'दिल है कि मानता नहीं' का ऑफर मिला। उसने पहली फिल्म तक धैर्यपूवर्क साथ दिया और फिर कहा, अगर मुझसे शादी करना चाहती हो फिल्मों के ऑफर ठुकरा दो, क्योंकि मैं कभी एक एक्टर से शादी नहीं करूंगा।' सनी देओल की यह फिल्म भी आर्थिक तंगी के चलते मुश्किलों में फंसी बतौर पूजा भट्ट, 'एक रोमांटिक पर्सन होने के नाते मैंने कहा, मैं प्यार के लिए कुछ भी करूंगी। इसके बाद मुकेशजी रोल के लिए मेरे पास साइनिंग अमाउंट लेकर घर आए, मगर मैंने इंकार कर दिया। उन्होंने मेरे पिता को फोन किया और उन्हें मुझको समझाने के लिए कहा, मगर मैं करने के लिए तैयार नहीं हुई और फिर उस इंसान के साथ मेरा रिलेशनशिप खत्म हो गया।' नरगिस फाखरी फिल्म 'अजहर' में निभाएंगी संगीता बिजलानी का किरदार हालांकि वह आज भी उनका अच्छा दोस्त है, लेकिन वो वाली बात नहीं रही। इस वजह से पूजा भट्ट अब फिल्मों में काम करने को तैयार हैं। मुकेश भट्ट द्वारा प्रोड्यूस की गई फिल्म 'आशिकी' बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी। इसमें राहुल रॉय, अनु अग्रवाल और दीपक तिजोरी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थी। खास तौर से इस फिल्म के गाने लोगाेें के बीच आज भी उतने ही हिट हैं। 

VIDEO: मॉल में घुसे सनकी ने लड़की को चाकुओं से गोद कर मार डाला



नई दिल्ली (3 जुलाई): एक सनकी प्रेमी ने मॉल में काम करने वाली 19 वर्षीय लड़की फातिमा रोशाना इस्मी की सरेआम चाकू से वार कर हत्या कर दी। यह घटना 29 जून की है और इसका विडियो इंटरनेट पर वायरल हो चुका है।
विडियो में युवक एक आम कस्टमर की तरह मॉल में दाखिल हुआ। इसके बाद स्टोर में कपड़े देखते-देखते जैसे ही वो फातिमा के पास पहुंचा, उसने उस पर चाकू से हमला शुरू कर दिया। 

(बुलंदशहर) लापरवाही: डॉक्टर के सामने... वार्ड ब्वॉय बन गया सर्जन-

विक्रम सिंह, बुलंदशहर (3 जुलाई): यूपी के बुलंदशहर के सरकारी अस्पताल में वार्ड ब्वॉय सर्जन बनकर मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ कर रहा हैं। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल में डॉक्टर साहब मौजूद थे और वार्ड ब्वॉय मरीजों की इलाज कर रहा था।
दो गुटों के बीच मारपीट में घायल हुए छह लोग इमरजेंसी अवार्ड में पहुंचे थे, जिन्हें वार्ड ब्वॉय ने टांके लगाया। इस पूरी घटना का विडियो सामने आने के बाद अधिकारियों को जबाव देते नहीं बन रहा है।
घटना खुर्जा के श्री सूरजमल जटिया अस्पताल की है। अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का आलम यह ही कि वार्ड ब्वॉय सर्जन बनकर मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ कर रहा हैं।
ऐसा भी नहीं है कि अस्पताल में डॉक्टर साहब मौजूद नहीं हैं। उनके सामने वार्ड ब्वॉय कैंची थामे टांके लगा रहा है। सरकारी अस्पताल के इस वार्ड ब्वॉय का नाम राकेश कुमार है। न कोई डिग्री और न ही कोई डिप्लोमा। हर फिक्र को उड़ाकर वार्ड ब्वॉय सर्जन बना है और मरीज दर्द से कराह रहा है और वो इलाज में मशगूल है।
दरअसल, गुरुवार को खुर्जा देहात थाने के गांव बिचैला में एक जमीन विवाद को लेकर दो गुटों में खूनी संघर्ष हुआ। इसमें करीब छह लोग घायल हो गए। इसमें एक महिला भी शामिल थी। घायलों को इलाज के लिए पुलिस ने इमरजेंसी वार्ड में भेजा था।
हालांकि, अस्पताल के सीएमएस डॉ. जावेद अहमद को इसमें कुछ भी गलत नहीं लगता, उनकी दलील है कि अस्पताल में डॉक्टर कम हैं इसलिए वार्ड ब्वॉय के हाथों में कमान है।

अब फेसबुक से आप भी कमा सकेंगे पैसे और भी.

फेसबुक पर ओरिजनल वीडियो अपलोड करने वालों के लिए अच्छी खबर है. वे अब इससे कमाई भी कर सकते हैं. जी हां, फेसबुक अब एक नया फीचर जोड़ने जा रहा है.
इसके तहत अगर आप अपनी टाइमलाइन या फेसबुक पेज पर कोई वीडियो अपलोड करते हैं तो फेसबुक उस पर एड चलाएगा और इससे होने वाली आमदनी को आपके साथ शेयर भी करेगा. हां, वीडियो ओरिजनल होना चाहिए और उस पर किसी का कॉपीराइट नहीं होना चाहिए. आपको बता दें कि भारत में फेसबुक का इस्‍तेमाल करने वालों की संख्या 12 करोड़ से ज्यादा है .
फेसबुक का नया फीचर 'सजेस्टेड वीडियो' फिलहाल आईफोन पर टेस्ट किया जा रहा है. इसका फायदा कंटेट क्रिएटर और मीडिया हाउस को भी होगा. इसका रेवन्यू मॉडल वैसा ही है जैसा कि यूट्यूब का है. फेसबुक के अनुसार 10 सेकेंड्स या उससे ज्यादा समय तक एड देखने पर ही विज्ञापन देने वाले से चार्ज किया जाएगा. यानी कि किसी वीडियो एड पर रेवन्यू तभी जनरेट होगा जब कोई सर्फर उस एड को कम से कम 10 सेकेंड्स तक देखेगा.
इस फीचर के लाइव होने के बाद आपको अपनी न्‍यूज फीड पर सजेस्‍टेड वीडियो फीड दिखाई देगी. आप जिस वीडियो को क्लिक करेंगे फेसबुक उससे संबंधित दूसरे वीडियोज़ भी आपको सजेस्‍ट करेगा. यही नहीं फेसबुक अपनी न्यूज फीड एल्‍गोरिदम में बदलाव कर रहा है. इससे सर्फर अपनी फीड में वीडियो देख सकेगा और उसे अपने अनुसार फीड में सहेज भी सकेगा.
बहरहाल, फेसबुक अपने वीडियो एड से हासिल रेवन्यू का 55 फीसदी इसके कंटेट क्रिएटर के साथ शेयर करेगा. अभी फेसबुक ने इस बाबत एनबीए, फॉक्स स्पोर्ट, टेस्टमेड एवं फनी और डाइ के साथ पार्टनरशिप की है.
आपको बता दें कि सबसे पहले यूट्यूब ने वीडियो पर एड देने शुरू किए थे. वीडियो अपलोड करने के मामले में यूट्यूब इस वक्‍त दुनिया की नंबर वन सोशल मीडिया साइट है. जाहिर है फेसबुक के इस कदम से अब उसे कड़ी टक्‍कर मिल सकती है.
अभी फेसबुक को सबसे ज्‍यादा रेवन्यू मोबाइल से मिल रहा है और इसमें और तेजी आने की संभावना है. एक स्वतंत्र रिसर्च कंपनी के अनुमान की मानें तो इस साल फेसबुक को पूरी दुनिया से होने वाली आमदनी में से 73 फीसदी यानी 70 हजार करोड़ रुपये (10.90 बिलियन डॉलर) सिर्फ मोबाइल एड के जरिए हासिल होंगे. मोबाइल परफेसबुक एप्लीकेशन किसी दूसरे एप्प की तुलना में काफी सफल है.


मुंबई शहर से हर माह लापता होते हैं 884 लोग, इनमें से अधिकांश लड़कियां

मुंबई : पिछले दशक में महानगर से हर माह औसतन 884 व्यक्ति लापता हुए हैं जिनमें ज्यादातर अवयस्क लड़कियां हैं। हालांकि इनमें से अधिकतर का पता लगा लिया गया।
मुंबई पुलिस के हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि पिछले करीब साढ़े दस साल में शहर से 1,10,547 व्यक्तियों के लापता होने की खबर रही, जिनमें से 1,00,439 लोगों का पता लगा लिया गया। शेष 10,108 का अब तक पता नहीं चल पाया है। जनवरी 2005 से मई 2015 के ये आंकड़े सीआईडी मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के ‘मिसिंग पर्सन ब्यूरो’ ने जारी किए हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि लापता पुरुषों की तुलना में अवयस्क लड़कियों सहित महिलाओं की संख्या अधिक है।
आंकड़ों के मुताबिक पिछले दस साल में मुंबई पुलिस में कुल 18,547 लड़कियों, 37,603 महिलाओं, 17,195 लड़कों और 37,202 पुरुषों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस का दावा है कि इनमें से 90 फीसदी का पता लगा लिया गया। उसके अनुसार मासिक आधार पर 884 में से 803 का पता लगाया गया। लेकिन 582 अवयस्क लड़कियों और 2,944 महिलाओं का मई 2015 के अंत तक पता नहीं चल पाया था। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि हमने 90 लोगों का सफलतापूर्वक पता लगा लिया क्योंकि हमने एक समर्पित दस्ता स्थापित किया है जो लापता मामलों पर 24 घंटे काम करता है। दस्ते में एक अधिकारी और दो अधीनस्थ हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि मुंबई पुलिस ने पिछले सात माह में शहर से लापता हुए बच्चों का पता लगाने में उल्लेखनीय कार्य किया है।
नवंबर 2014 से मई 2015 के आंकड़े बताते हैं कि इस अवधि में 1,033 बच्चे लापता हुए पर ऐसे कुछ पुराने मामलों सहित 1,039 का पता लगा लिया गया। बीते सात महीने में महानगर के पूर्वी हिस्से से 1,717 व्यक्ति लापता हुए वहीं पश्चिमी क्षेत्र से 1,560 व्यक्ति, उत्तरी क्षेत्र से 1,174 व्यक्ति, मध्य क्षेत्र से 1,085 और दक्षिण क्षेत्र से 360 व्यक्ति लापता हुए। उत्तरी क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त फत्तेसिंह पाटिल ने बताया कि शहर के कई हिस्सों में 50 फीसदी से अधिक लोग झुग्गियों में रहते हैं और लापता होने के ज्यादातर मामलों की खबर झुग्गी बस्तियों से ही है। अपने क्षेत्र में लापता लोगों का पता लगाने का रिकॉर्ड 97 फीसदी होने का दावा करते हुए पटिल ने कहा कि प्रौद्योगिकी का समुचित इस्तेमाल और सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों से लापता व्यक्तियों का पता लगाने वाले दस्ते को बहुत मदद मिली है।