Friday 12 June 2015
दिल्ली हार का बदला ले रहें हैं मोदी: केजरीवाल
नई दिल्ली( 5जून): केंद्र सरकार औऱ दिल्ली सरकार के बीच लगातार हो रहे झगड़े पर पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। मोदी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली चुनाव में मिली हार का बदला ले रहें हैं मोदी।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग पर भी हमला किया। नजीब जंग को बीजेपी का पोलिंग एजेंट बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल का घर अब बीजेपी मुख्यालय बन गया है। उनके पास दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और बाकी मंत्रियों से बात करने तक के लिए समय नहीं है।
दिल्ली की जनता ने हमें चुना और देश की जनता ने मोदी को चुना तो कृपा करके हमें काम करने दें और आप देश के लिए काम करें। उपराज्यपाल के जरिए हमें मुसीबत में ना डालें।
5 हीरोइनों के कंधे तक ही पहुंच पाते हैं शाहरुख!
अगर लम्बाई की बात करें तो शाहरुख कई सारी हीरोइनों से हाइट में कम हैं। इनमें एक कैटरीना भी हैं। कैटरीना की लम्बाई है 1.74 मीटर। वहीं शाहरुख हैं 1.73 मीटर के। इस तस्वीर में भी आप साफ देख सकते हैं।मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन की वैसे ही लम्बाई 1.75 मीटर है और हमारे शाहरुख 1.73 मीटर। तो समझ लें कितना फर्क है इन दोनो की लम्बाई में। पर फिल्मों में आपको ऐसा देखने को नहीं मिलेगा।फिल्मों में तो कुछ ऐसी कलाकारी दिखा देते है कि आप जान ही नहीं पाएंगे ये फर्क। शाहरुख शूटिंग के समय जो रोमांटिक सीन करते दिखते है, उसके पीछे कई राज छिपे हैं। वैसे बता दें कि अनुष्का की लम्बाई है 1.75 मीटर। तो शाहरुख यहां भी मात खा गये।शाहरुख दीपिका के साथ इस तस्वीर में कितनी ठिगने लग रहे हैं। पर फिल्मो में ऐसा आप नहीं देख पाएंगे। क्योकिं शाहरुख अक्सर ऊंची एड़ी के जूते पहनते हैं। तो कभी ये सब सिर्फ कैमरा की कलाबाजी ही होती है जिससे ये अपनी हिरोइनों के आगे लम्बे लग सकें।शाहरुख ने प्रियंका के साथ भी कई सारी फिल्में की है। पर हर फिल्म में आप शाहरुख को प्रियंका की लम्बाई से अधिक ही पाएंगे। जबकि ऐसा नही है, शाहरुख प्रियंका के आगे भी ठिगने लगते हैं।
दिसंबर तक जेल से बाहर होंगे संजय दत्त
संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त हाल ही में पुणे की यरवदा जेल में अपने पति से मिलने गई थीं। वे बेहद खुश हैं कि इस साल के अंत तक संजय जेल से बाहर होंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया से उन्होंने कहा है, 'मैं पिछले वीकेंड पर संजू से मिली थी। अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहता है तो वे दिसंबर तक जेल से बाहर होंगे।'
पहले खबरें थीं कि वे अगस्त तक या सितंबर की शुरुआत तक अपनी सजा खत्म कर लेंगे। फिर परिवार के ही एक सदस्य का बयान आया कि वे 2016 की शुरुआत तक ही जेल से बाहर आ सकते हैं क्योंकि मान्यता की बीमारी के कारण जेल से काफी लंबे समय के लिए उन्हें बाहर रहना पड़ा था।
जाहिर तौर पर यह सारे गणित तब जाया हो गए जब मान्यता ने खुद ही यह नक्की कर दिया कि इस साल का क्रिसमस संजय अपनी बेटियों के साथ मानने वाले हैं। मान्यता ने बताया 'संजय काफी दुबले हो गए हैं लेकिन वे अपनी फिटनेस का जबरदस्त ध्यान रख रहे हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'सबसे पहले उनकी चिंता अपनी बेटियों की होती है। फिर वे इंडस्ट्री में अपने दोस्तों के बारे में पूछते हैं। वे अपने आप को काफी अपडेट रखते हैं कि फिल्मों की दुनिया में क्या हो रहा है। वे इन दिनों काफी सकारात्मक ऊर्जा से भरे हैं।'
ये हैं अखिलेश के कर्मठ सिपाही जिनसे श्ारमा जाएं बड़े-बड़े शराबी
आप भी देखें, ये हैं अखिलेश सरकार के कर्मठ सिपाही, जो शराब के नशे में धुत्त सड़क पर ही सो गए हैं। (सभी फोटोः भव्यनरेशये है यूपी पुलिस का सिपाही जिसने इतनी ज्यादा शराब पी रखी है कि उसे पता ही नहीं चल रहा कि वह कहां सो गया है। तो आखिर ऐसे पुलिसकर्मी जनता की क्या रक्षा करेंगे इस बात का अंदाजा आप खुद ही लगाएं।यह तस्वीरें मुरादाबाद की हैं। नशे में धुत यह पुलिसकर्मी बस स्टैंड पुलिस चौकी के बाहर सड़कर पर ही लेट गया। कुछ होश आया तो इसने उठने की कोशिश की।उठने की कोशिश करते वक्त यह खुद को संभाल नहीं पा रहा था और बुरी तरह लड़खड़ा रहा था।लेकिन वह इतने ज्यादा नशे में था कि वह दोबारा सड़क पर गिर गया और सो गया।
महेश भट्ट की अधूरी कहानी, समीक्षा पढ़कर ही देखिएगा पूरी फिल्म
जब-जब नायिका को राक्षसी प्रृवत्ति का पति मिलता है तब-तब उसकी जिंदगी में दैव गुणों से युक्त प्रेमी अवतार लेता है। फार्मूले का यह सिक्का हमारे सिनेमा ने खूब घिसा है। महेश भट्ट की लिखी हमारी अधूरी कहानी भी इसी घिसे सिक्के का एक और संस्करण है।
मगर समस्या यह है कि कहानी का अंदाज अस्सी और नब्बे के दशक का है। लिखे हुए ड्राफ्ट से फिल्म ऐसी चिपकी है कि निर्देशक के लिए काम करने की आजादी का मौका नहीं छोड़ती। नतीजा यह कि आशिकी-2 और एक विलेन के डायरेक्टर मोहित सूरी की छाप फिल्म से गायब है।
कहानी शादीशुदा महिला वसुधा (विद्या बालन) का दर्द दिखाती है, जिसे मुंबई में उसका पति हरि (राजकुमार राव) पांच साल पहले छोड़ कर लापता हो गया। वसुधा का नन्हा बेटा है।
वह एक बड़े होटल में फूलों की सजावट का काम करती है। यहीं एक दिन सैकड़ों विशाल होटलों का मालिक आरव (इमरान हाशमी) काम के प्रति वसुधा के समपर्ण से प्रभावित होकर उसे दुबई स्थित अपने नए होटल में नौकरी का प्रस्ताव देता है।
उधर, पुलिस वसुधा से पति का पता पूछ रही है। पुलिस के मुताबिक हरि बस्तर के घने जंगलों में जाकर ‘टैररिस्ट’ बन गया है। उसने पांच अमेरिकी टूरिस्टों की हत्या की है। वसुधा अंततः दुबई जाने का फैसला करती है।
मगर समस्या यह है कि कहानी का अंदाज अस्सी और नब्बे के दशक का है। लिखे हुए ड्राफ्ट से फिल्म ऐसी चिपकी है कि निर्देशक के लिए काम करने की आजादी का मौका नहीं छोड़ती। नतीजा यह कि आशिकी-2 और एक विलेन के डायरेक्टर मोहित सूरी की छाप फिल्म से गायब है।
कहानी शादीशुदा महिला वसुधा (विद्या बालन) का दर्द दिखाती है, जिसे मुंबई में उसका पति हरि (राजकुमार राव) पांच साल पहले छोड़ कर लापता हो गया। वसुधा का नन्हा बेटा है।
वह एक बड़े होटल में फूलों की सजावट का काम करती है। यहीं एक दिन सैकड़ों विशाल होटलों का मालिक आरव (इमरान हाशमी) काम के प्रति वसुधा के समपर्ण से प्रभावित होकर उसे दुबई स्थित अपने नए होटल में नौकरी का प्रस्ताव देता है।
उधर, पुलिस वसुधा से पति का पता पूछ रही है। पुलिस के मुताबिक हरि बस्तर के घने जंगलों में जाकर ‘टैररिस्ट’ बन गया है। उसने पांच अमेरिकी टूरिस्टों की हत्या की है। वसुधा अंततः दुबई जाने का फैसला करती है।
दुनिया का सबसे काला बच्चा, जानें क्या है हकीकत
बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर साउथ अफ्रीका में जन्मे एक काले बच्चे की तस्वीरें शेयर हो रही हैं। तस्वीर देखकर किसी को भी डर लग सकता है क्योंकि बच्चे की आंखों की पुतलियों के आसपास का क्षेत्र भी काला है जोकि वैज्ञानिक रूप से असंभव प्रतीत होता है।
सोशल मीडिया पर जारी है बहस
इस तस्वीर के रिलीज होने के बाद से सोशल मीडिया पर बहस चल रही है कि आखिर यह तस्वीर असली है या पूरी तरह से फर्जी ढंग से बनाई गई है। इस बात के ऊपर काफी विवाद चल रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह संभव है कि साउथ अफ्रीका में ऐसे किसी बच्चे का जन्म हुआ हो जिसे देखकर कोई भी आसानी से डर सकता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर पर बनी हुई तस्वीर है जिसमें बच्चे की आंखों को जानबूझ कर काला किया गया है ताकि यह लोगों में जिज्ञासा पैदा करे।
आखिर क्या है हकीकत
तस्वीर को रिलीज करने वालों ने इसे दुनिया के सबसे काले रंग के बच्चे के रूप में प्रचारित किया है। कहा गया है कि इस बच्चे का जन्म साउथ अफ्रीका में हुआ है। लेकिन गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने साफ किया है कि उन्होंने अपने रिकॉर्ड्स की पड़ताल कर ली है और यह खबर पूरी तरह से फर्जी है। लेकिन यह जानना जरूरी है कि इस तस्वीर में आखिर ऐसी कौन सी बात है जो इसे इंटरनेट पर वायरल बनाती है। मामले की जांच करने पर पता चलता है कि दुनिया में सबसे पहले 1998 में अमेरिका के टेक्सास में एक रिपोर्टर ब्रायन बेथल ने अपनी ईमेल में Black Eyed Kids के पाए जाने के बारे में लिखा। ब्रायन की पोस्ट में बच्चों की आंखों को पूरा काला बताया गया और उनके रोबोट्स की तरह चलने का जिक्र किया गया।
खबर का एलियन कनेक्शन
ऐसे किसी भी बच्चे को आजतक असली रूप में देखा नहीं गया है लेकिन आम लोगों में इन बच्चों से जुड़ी खबरों में खासी दिलचस्पी देखी जाती है। अगर शेयरिंग पैटर्न और मैग्नीट्यूड को बात करें तो इन खबरों और एलियन स्टोरीज में काफी समानता पाई जाती है। इनकी पॉपुलेरिटी के मूल में डर और आश्चर्य की भावना होती है क्योंकि लोग सिर्फ उन चीजों को ज्यादा गंभीरता से लेते हैं जो उन्हें डायरेक्टली प्रभावित कर सकती हैं। इसमें आश्चर्य का पुट भी शामिल है। क्योंकि लोग ऐसी खबरों को पढ़ते ही अचरज से भर उठते हैं। ऐसे में वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी ऐसी ही खबरें शेयर करते हैं। इंटरनेट पर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हिटलर की जादुई सेनाओं और प्रयोगों, अमेरिका के एरिया 51, बरमूडा ट्रायंगल आदि पर ढेरों वेबसाइटें और ब्लॉग मिल जाएंगे लेकिन अब तक इन खबरों का हकीकत से कोई सरोकर स्थापित नहीं किया जा सका है।
इस तस्वीर के रिलीज होने के बाद से सोशल मीडिया पर बहस चल रही है कि आखिर यह तस्वीर असली है या पूरी तरह से फर्जी ढंग से बनाई गई है। इस बात के ऊपर काफी विवाद चल रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह संभव है कि साउथ अफ्रीका में ऐसे किसी बच्चे का जन्म हुआ हो जिसे देखकर कोई भी आसानी से डर सकता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर पर बनी हुई तस्वीर है जिसमें बच्चे की आंखों को जानबूझ कर काला किया गया है ताकि यह लोगों में जिज्ञासा पैदा करे।
आखिर क्या है हकीकत
तस्वीर को रिलीज करने वालों ने इसे दुनिया के सबसे काले रंग के बच्चे के रूप में प्रचारित किया है। कहा गया है कि इस बच्चे का जन्म साउथ अफ्रीका में हुआ है। लेकिन गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने साफ किया है कि उन्होंने अपने रिकॉर्ड्स की पड़ताल कर ली है और यह खबर पूरी तरह से फर्जी है। लेकिन यह जानना जरूरी है कि इस तस्वीर में आखिर ऐसी कौन सी बात है जो इसे इंटरनेट पर वायरल बनाती है। मामले की जांच करने पर पता चलता है कि दुनिया में सबसे पहले 1998 में अमेरिका के टेक्सास में एक रिपोर्टर ब्रायन बेथल ने अपनी ईमेल में Black Eyed Kids के पाए जाने के बारे में लिखा। ब्रायन की पोस्ट में बच्चों की आंखों को पूरा काला बताया गया और उनके रोबोट्स की तरह चलने का जिक्र किया गया।
खबर का एलियन कनेक्शन
ऐसे किसी भी बच्चे को आजतक असली रूप में देखा नहीं गया है लेकिन आम लोगों में इन बच्चों से जुड़ी खबरों में खासी दिलचस्पी देखी जाती है। अगर शेयरिंग पैटर्न और मैग्नीट्यूड को बात करें तो इन खबरों और एलियन स्टोरीज में काफी समानता पाई जाती है। इनकी पॉपुलेरिटी के मूल में डर और आश्चर्य की भावना होती है क्योंकि लोग सिर्फ उन चीजों को ज्यादा गंभीरता से लेते हैं जो उन्हें डायरेक्टली प्रभावित कर सकती हैं। इसमें आश्चर्य का पुट भी शामिल है। क्योंकि लोग ऐसी खबरों को पढ़ते ही अचरज से भर उठते हैं। ऐसे में वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी ऐसी ही खबरें शेयर करते हैं। इंटरनेट पर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हिटलर की जादुई सेनाओं और प्रयोगों, अमेरिका के एरिया 51, बरमूडा ट्रायंगल आदि पर ढेरों वेबसाइटें और ब्लॉग मिल जाएंगे लेकिन अब तक इन खबरों का हकीकत से कोई सरोकर स्थापित नहीं किया जा सका है।
81 की उम्र में 46वीं बार मैट्रिक में फेल, कौन है ये शख्स?
दसवीं की परीक्षा 81 साल के शिवचरण यादव के लिए ज़िंदगी का सबसे कठोर इम्तिहान हो गई है। इस बार राजस्थान शिक्षा बोर्ड के दसवीं के नतीजों में 78 फ़ीसदी परीक्षार्थी पास हो गए, लेकिन क़िस्मत ने यादव को फिर दगा दे दिया, वो 46वीं बार फ़ेल हो गए।
उम्र के इस मुक़ाम पर याददाश्त जवाब देने लगी है, मगर यादव ने हिम्मत नहीं हारी है। अलवर के खोहरी गाँव के शिवचरण यादव इस बार सामाजिक विज्ञान को छोड़कर सभी विषयों में फ़ेल हो गए।अंग्रेज़ी में तो उन्हें शून्य नंबर मिले हैं। खोहरी के डॉ. नरेश यादव कहते हैं, "शिवचरण हर साल खूब मेहनत करते हैं, लेकिन हर बार वो फ़ेल हो जाते हैं।" शिवचरण अविवाहित हैं।
गाँव के लोग बताते हैं कि शुरू में वो ये सोच कर इम्तिहान में बैठते रहे कि दसवीं पास होने के बाद ही शादी करेंगे। मगर वो घड़ी कभी नहीं आई।
खोहरी के एक शिक्षक कंवर सिंह कहते हैं, "वो अपने स्कूली दिनों से शिवचरण को देख रहे हैं। स्कूल के दिनों में वो हम जैसे बच्चों का मार्गदर्शन करते थे, पढ़ाते भी थे। तभी से वो परीक्षा दे रहे हैं।"गाँव वालों के मुताबिक़, "अब उनके परिवार में कोई और नहीं है। वो अब एक मंदिर में रहते हैं और गाँववासी ही उनके लिए फीस का इंतज़ाम करते हैं।
डॉ. नरेश कहते हैं, "जिस विषय में शिवचरण के सबसे कम नंबर आते हैं, वो अगली बार पूरा ध्यान उसी विषय की तैयारी में लगा देते हैं, फिर उसमें पास हो जाते हैं, मगर बाकी विषयों में फ़ेल हो जाते हैं।"
दुनिया में हर कोई किसी एक मंज़िल के लिए क़दम बढ़ाती रहता है। शिवचरण के लिए गोया दसवीं की अंकतालिका ही ज़िंदगी का एक मुक़ाम बन गई है।
उम्र के इस मुक़ाम पर याददाश्त जवाब देने लगी है, मगर यादव ने हिम्मत नहीं हारी है। अलवर के खोहरी गाँव के शिवचरण यादव इस बार सामाजिक विज्ञान को छोड़कर सभी विषयों में फ़ेल हो गए।अंग्रेज़ी में तो उन्हें शून्य नंबर मिले हैं। खोहरी के डॉ. नरेश यादव कहते हैं, "शिवचरण हर साल खूब मेहनत करते हैं, लेकिन हर बार वो फ़ेल हो जाते हैं।" शिवचरण अविवाहित हैं।
गाँव के लोग बताते हैं कि शुरू में वो ये सोच कर इम्तिहान में बैठते रहे कि दसवीं पास होने के बाद ही शादी करेंगे। मगर वो घड़ी कभी नहीं आई।
खोहरी के एक शिक्षक कंवर सिंह कहते हैं, "वो अपने स्कूली दिनों से शिवचरण को देख रहे हैं। स्कूल के दिनों में वो हम जैसे बच्चों का मार्गदर्शन करते थे, पढ़ाते भी थे। तभी से वो परीक्षा दे रहे हैं।"गाँव वालों के मुताबिक़, "अब उनके परिवार में कोई और नहीं है। वो अब एक मंदिर में रहते हैं और गाँववासी ही उनके लिए फीस का इंतज़ाम करते हैं।
डॉ. नरेश कहते हैं, "जिस विषय में शिवचरण के सबसे कम नंबर आते हैं, वो अगली बार पूरा ध्यान उसी विषय की तैयारी में लगा देते हैं, फिर उसमें पास हो जाते हैं, मगर बाकी विषयों में फ़ेल हो जाते हैं।"
दुनिया में हर कोई किसी एक मंज़िल के लिए क़दम बढ़ाती रहता है। शिवचरण के लिए गोया दसवीं की अंकतालिका ही ज़िंदगी का एक मुक़ाम बन गई है।
अक्षय कुमार ने खुलेआम करण जौहर का उड़ाया मजाक
मुंबई। फिल्म 'बॉम्बे वेल्वेट' में काम करने के लिए करण जौहर को भी कई बार निशाना बनाया जा चुका है। इस बार अक्षय कुमार ने उनकी चुटकी ली और वो भी उनके सामने ! जी हां, माैका था उनकी धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म 'ब्रदर्स' के ट्रेलर लॉन्च का। इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ अक्षय कुमार भी लीड रोल में हैं। देखिए, फिल्म 'ब्रदर्स' का ट्रेलर, जो जबरदस्त एक्शन से है भरपूर वैसे तो अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म 'बॉम्बे वेल्वेट' बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हो गई थी, मगर इसमें करण जौहर के नेगेटिव रोल के लिए सराहना की गई थी। हालांकि उनके परफॉर्मेंस को लेकर अक्षय कुमार की अलग राय है। उन्होंने फिल्म 'बद्रर्स' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर कुछ इस अंदाज में करण जौहर का मजाक उड़ाया। देखिए, फिल्म 'बंगिस्तान' का मजेदार ट्रेलर हुआ जारी उन्होंने कहा, 'करण सिर्फ इसलिए कि आज आपने वेल्वेट कोट पहनी है, इसका मतलब ये नहीं कि आप एक एक्टर हो।' इस पर झेंपते हुए करण जौहर ने जवाब दिया, 'क्यों तुम किसी के घाव पर नमक झिड़क रहे हो?' इस पर अक्षय कुमार ने चुटकी लेते हुए कहा, 'मैं अब तक चुप ही था, मगर आपने मुझे ये कहने के लिए मजबूर किया।'
ऐसा दर्दनाक हादसा, चीर डाली बस, रूह कंपा देंगी तस्वीरें
पंजाब के नवांशहर-फगवाड़ा रोड पर ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, ऊपर आधी बस ही चीर डाली गई। बस में 50 से 55 के बीच सवारियां थीं। इनमें से 13 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 36 लोग घायल हो गएहादसा, निजी बस के असंतुलित होकर पलटने से हुआ। मरने वाले सभी लोग नवांशहर निवासी बताए जा रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घायलों को अस्पताल दाखिल करवाया गया है, जबकि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। खबर लिखे जाने तक पुलिस हादसे के कारण सड़क पर लगे ट्रैफिक जाम को खुलवाने में जुटी है।जानकारी के मुताबिक, हादसा नवांशहर-फगवाड़ा रोड पर गांव बहराम में हुआ। यहां लोगों से भरी एक निजी बस नवांशहर से फगवाड़ा जा रही थी। गांव बहराम के पास एक मोड़ पर असंतुलित होकर सड़क पर पलट गई। बस पलटते ही लोगों की चीखों से आकाश गूंज उठा। तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। अस्पताल की एंबूलेंस और पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंची।आने जाने वाले राहगीरों ने भी मौके पर बस में फंसे यात्रियों को बहार निकालने में मदद की। जिनकी सांस चल रही थी, उन्हें जल्द एंबूलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, बस की स्पीड भी ज्यादा नहीं थी, लेकिन अचानक कुछ समझ नहीं आया और ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया हो। चारों तरफ चीखें ही चीखें गूंज रही है।हादसे की भयावहता को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या एक दर्जन से अधिक बताई जा रही है। हालांकि मौके पर और अस्पताल में भगदड़ मची हुई है और कोई मरने वालों की सही संख्या बताने को तैयार नहीं है। पुलिस घायलों के बयान लेने में जुटी है। उधर, घटनास्थल पर बचाव कार्य शुरू हो गया है।पंजाब के नवांशहर में बस हादसे की दर्दनाक तस्वीर।
क्या बीजेपी से नहीं बन रही है बिहारी बाबू की?
नई दिल्ली: क्या बीजेपी से नहीं बन रही है बिहारी बाबू की? शत्रुघन सिन्हा लालू यादव के जन्मदिन के बहाने उनसे मिले और उनकी तारीफ में खूब कसीदे पढ़े.बिहार की सियासत में इस तस्वीर ने आने वाले चुनाव को और दिलचस्प बना दिया है. पटना से बीजेपी सांसद शत्रुघन सिन्हा उन लालू यादव को जन्मदिन की बधाई देने घर पहुंचे जो मोदी सरकार पर हमला किए बगैर कोई दिन नहीं बिताते.
शत्रुघन इन दिनों पार्टी में हाशिए पर बताए जा रहे हैं वो कई बार नाराजगी भी जता चुके हैं. शत्रुघन से पहले जन्मदिन पर लालू को बधाई देने नीतीश कुमार भी उनके पहुंचे थे. लालू यादव का 68वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया.
बिहार में बीजेपी को रोकने के लिए लालू-नीतीश और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि जेडीयू से निकाले गए मांझी ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
अंबेडकर के लंदन स्थित घर को खरीदना चाहती है मोदी सरकार
डॉ. भीमराव अंबेडकर के लंदन स्थित घर और निजी संपत्ति को खरीदने में केंद्र सरकार की दिलचस्पी बढ़ गई है। महाराष्ट्र सरकार की जगह अब सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय इस संपत्ति को खरीदकर अपनी उपलब्धियों में शामिल करना चाहता है। केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखकर लंदन की संपत्ति खरीदने की इच्छा जाहिर की है।
बृहस्पतिवार को मंत्रालय के एक साल के कामकाज का ब्यौरा देते हुए गहलोत ने कहा कि उत्तरी लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित अंबेडकर के मकान को मकान मालिक 40 करोड़ में बेचने पर सहमत है। पहले महाराष्ट्र सरकार ने इस मकान को खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। संपत्ति विदेश में होने के कारण जब मामला केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास गया तो उन्होंने गहलोत से उनके मंत्रालय का पक्ष पूछा था।
इसके बाद गहलोत ने केंद्र के जरिए इस डील को पूरा करने की इच्छा जताई। इसी कड़ी में गहलोत ने फडणवीस को चिट्ठी लिखकर मंत्रालय के जरिए संपत्ति खरीदने की बात की है। हालांकि अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
बृहस्पतिवार को मंत्रालय के एक साल के कामकाज का ब्यौरा देते हुए गहलोत ने कहा कि उत्तरी लंदन में किंग हेनरी रोड स्थित अंबेडकर के मकान को मकान मालिक 40 करोड़ में बेचने पर सहमत है। पहले महाराष्ट्र सरकार ने इस मकान को खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। संपत्ति विदेश में होने के कारण जब मामला केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास गया तो उन्होंने गहलोत से उनके मंत्रालय का पक्ष पूछा था।
इसके बाद गहलोत ने केंद्र के जरिए इस डील को पूरा करने की इच्छा जताई। इसी कड़ी में गहलोत ने फडणवीस को चिट्ठी लिखकर मंत्रालय के जरिए संपत्ति खरीदने की बात की है। हालांकि अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
सेल्फी के चक्कर में आग का गोला बन गई दो लड़कियां
सेल्फी लेने के लिए लोग नए नए कारनामे करते हैं और कई बार उनकी जान आफत में आ जाती है। ऐसा ही कुछ वाकया रूस में हुआ है जहां सेल्फी के चक्कर में दो लडकियां आग का गोला बन गई।
ओलेस्या बेलमासोवा और अनतिसनया किरिलोवा दोनों सेल्फी के लिए पास में खड़ी हुए ट्रेन पर चढ़ गई। उन्हें लगा कि ट्रेन बेकार है और किसी काम की नहीं है, इसलिए दोनों ट्रेन के ऊपर चढ़ गईं। जैसे ही दोनों ऊपर पहुंची एक जोर का झटका लगा और दोनों झटका खाकर नीचे आ गिरी। दोनों बुरी तरह जल चुकी थी और उनके शरीर से धुआं निकल रहा था।
पुलिस के अनुसार दरअसल में वो ट्रेन ट्रैक पर थी जिसमें हजार वॉट का करंट दौड़ रहा था। वहां खड़े एक चश्मदीद ने बताया कि हादसे के वक्त वो ट्रैक के पास से ही गुजर रहा था। उसने ट्रेन पर चढ़ती लड़कियों से पूछा भी लेकिन तब तक लड़कियां ट्रेन पर चढ़ गई और जोरदार झटके के साथ ट्रैक पर आग गिरी।
ओलेस्या बेलमासोवा और अनतिसनया किरिलोवा दोनों सेल्फी के लिए पास में खड़ी हुए ट्रेन पर चढ़ गई। उन्हें लगा कि ट्रेन बेकार है और किसी काम की नहीं है, इसलिए दोनों ट्रेन के ऊपर चढ़ गईं। जैसे ही दोनों ऊपर पहुंची एक जोर का झटका लगा और दोनों झटका खाकर नीचे आ गिरी। दोनों बुरी तरह जल चुकी थी और उनके शरीर से धुआं निकल रहा था।
पुलिस के अनुसार दरअसल में वो ट्रेन ट्रैक पर थी जिसमें हजार वॉट का करंट दौड़ रहा था। वहां खड़े एक चश्मदीद ने बताया कि हादसे के वक्त वो ट्रैक के पास से ही गुजर रहा था। उसने ट्रेन पर चढ़ती लड़कियों से पूछा भी लेकिन तब तक लड़कियां ट्रेन पर चढ़ गई और जोरदार झटके के साथ ट्रैक पर आग गिरी।
सुहागरात पर दूल्हे को पीट कमरे से उठा ले गए पत्नी
उत्तराखंड के रुड़की में सुहागारात को ही दूल्हे को पीटकर पत्नी को उठा ले जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ऐसा करने वाले कोई दूसरे नहीं बल्कि दूल्हे के ससुराल वाले ही थे।
आवास विकास कॉलोनी निवासी राकेश कुमार पाल ने अपने ससुराल वालों पर सुहागरात को उसके साथ मारपीट करने, सामान लूटने और पत्नी का अपहरण करने का आरोप लगाया है। पुलिस की तरफ से रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर कोर्ट में प्रार्थना-पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जाम नगर गुजरात में एक कंपनी में काम करने वाले राकेश कुमार के अनुसार 27 मई को उसकी शादी मुधबन नगर, काशीपुर निवासी एक युवती से हुई थी। शादी के बाद वह पत्नी के साथ रुड़की स्थित एक होटल में रुका था। सुहागरात में ही उसके ससुर, सास और अन्य रिश्तेदार उसके कमरे में आ गए।
आवास विकास कॉलोनी निवासी राकेश कुमार पाल ने अपने ससुराल वालों पर सुहागरात को उसके साथ मारपीट करने, सामान लूटने और पत्नी का अपहरण करने का आरोप लगाया है। पुलिस की तरफ से रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर कोर्ट में प्रार्थना-पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जाम नगर गुजरात में एक कंपनी में काम करने वाले राकेश कुमार के अनुसार 27 मई को उसकी शादी मुधबन नगर, काशीपुर निवासी एक युवती से हुई थी। शादी के बाद वह पत्नी के साथ रुड़की स्थित एक होटल में रुका था। सुहागरात में ही उसके ससुर, सास और अन्य रिश्तेदार उसके कमरे में आ गए।
दस रुपये के नए नोट से हटा गांधी का नाम व फोटो
लखनऊ। करीब 19 साल के बाद 10 रुपये के नोट से महात्मा गांधी का नाता टूट गया है। आरबीआइ ने नए नोट से फोटो व महात्मा गांधी का नाम हटा दिया। पहले चरण में आरबीआइ ने कुछ नोट जारी किए हैं।
दौरेठा नंबर एक के सोनी एस. इरामत ने 16 मार्च 2013 को आरटीआइ में आरबीआइ और वित्त मंत्रालय से 10 रुपये के नोट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो, उनके नाम तथा केंद्रीय सरकार द्वारा प्रत्याभूत संबंधी जानकारी मांगी थी। जवाब न मिलने पर सोनी ने इसकी अपील आयोग में की। आखिर मेहनत रंग लाई और कई मंत्रालयों ने आधी-अधूरी जानकारी दी। इसकी शिकायत सोनी ने राष्ट्रपति से की। लगातार पत्राचार का नतीजा रहा कि वित्त मंत्रालय व आरबीआइ ने यह मान लिया कि उनके पास महात्मा गांधी से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं है। इसके लिए कई बार अफसरों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में तमाम तरीके के सवाल भी पूछे।
सोनी ने बताया कि 10 रुपये का नोट वर्ष 1996 में जारी हुआ था, तब से नोट पर फोटो व महात्मा गांधी लिखा हुआ है। उनकी मांग थी कि नोट पर महात्मा शब्द लिखना असंवैधानिक है। इसके बदले मोहनदास कर्मचंद गांधी या फिर एमके गांधी लिखा जाना चाहिए। सोनी ने बताया कि आरबीआइ ने नोट से फोटो व नाम हटाने का पत्र भेजा है। नए नोट से फोटो व नाम हटा दिया गया है।
नहीं स्वीकार की थी उपाधि
आरटीआइ में मांगी गई जानकारी से पता चला कि राष्ट्रपिता मोहन दास कर्मचंद गांधी को महात्मा की उपाधि रवींद्रनाथ टैगोर ने दी थी, लेकिन इस उपाधि को राष्ट्रपिता ने स्वीकार करने से इन्कार कर दिया था।
'द ताजमहल' की लगे फोटो
सोनी एस. इरामत का कहना है कि 10 रुपये के नोट पर ताजमहल की फोटो लगे और द ताजमहल लिखा जाए, क्योंकि ताजमहल विश्व के सात अजूबों में शामिल है।
जल्द जारी होंगे दस रुपये के नए नोट
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को कहा कि वह जल्द गवर्नर रधुराम राजन के हस्ताक्षर वाले 10 रुपये का नोट जारी करेगा।
बैंक ने आज एक वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि इन नोटों की दोनों तरफ रुपये का प्रतीक चिन्ह और दोनों नंबरिंग पैनल्स में इनसेट लेटर यू होगा।
बैंक ने बताया कि इस नोट का डिजाइन महात्मा गांधी सीरीज-2005 के तहत जारी 10 रुपये के नोट की ही तरह होगा।
आरबीआई ने यह भी कहा कि पहले जारी 10 रुपये के सभी नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे।
बैंक ने आज एक वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि इन नोटों की दोनों तरफ रुपये का प्रतीक चिन्ह और दोनों नंबरिंग पैनल्स में इनसेट लेटर यू होगा।
बैंक ने बताया कि इस नोट का डिजाइन महात्मा गांधी सीरीज-2005 के तहत जारी 10 रुपये के नोट की ही तरह होगा।
आरबीआई ने यह भी कहा कि पहले जारी 10 रुपये के सभी नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे।
जानिए, कश्मीर में पाक झंडे लहराने वालों का क्या होगा अंजाम
कश्मीर में आए दिन पाक झंडे लहराने और भारत विरोधी गतिविधियां चलाने वाले अलगाववादियों पर केंद्र ने सख्ती की तैयारी कर ली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन नेताओं पर दर्ज मामलों की राज्य सरकार से जानकारी मांगी है। राज्य पुलिस ने इस पर काम शुरू कर दिया है। पुलिस रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंपेगी और राज्य सरकार केंद्रीय गृह मंत्रालय को।गुपचुप तरीके से बनाई जा रही रिपोर्ट में कई अलगाववादी नेताओं पर अब तक दर्ज हुए मामलों की जानकारी दी जा रही है। सूत्रों के अनुसार किस थाने में किस धारा के तहत मामला दर्ज हुआ व पुलिस ने क्या कार्रवाई की, यह तमाम तथ्य रिपोर्ट में शामिल किए जा रहे हैं। राज्य सरकार से रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय इस पर कोई बड़ा निर्णय लेगा।केंद्रीय कैबिनेट भी इस पर चर्चा� हालांकि, इसके लिए अमरनाथ यात्रा के खत्म होने का इंतजार किया जाएगा। जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सरकार को पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी है। इसमें कई अलगाववादियों के नाम दिए गए हैं।इनके खिलाफ जितने भी मामले दर्ज हुए हैं, उसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर देने को कहा गया है। इसके तहत पुलिस ने कश्मीर संभाग के कई थानों का रिकार्ड लिया है। शुरूआती तौर पर बनाई जा रही रिपोर्ट में अब तक 50 से अधिक मामले शामिल किए जा चुके हैं।इनमें कई बड़े अलगाववादी नेताओं के नाम शामिल हैं। कुछ नेता ऐसे भी हैं जिन पर मामले तो दर्ज कर लिए गए, लेकिन आज तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। सिर्फ हालात को देखते हुए घरों में ही नजरबंद किया जाता रहा है।