Monday 6 July 2015
उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी, अमीर खुसरो की लिखी 'खम्स-ए-खुसरो' भेंट की
ताशकंद (6 जुलाई):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति इस्लाम कारिमोव से मुलाकात की। इस दौरान मोदी ने उन्हें प्रमुख कवि अमीर खुसरो की काव्य संग्रह 'ख़म्स-ए-खुसरो' (Khamsa-i-Khusrau) भेंट की। ताशकंद स्थित राष्ट्रपति आवास 'कुकसरोय' (Kuksaroy) में पीएम मोदी और राष्ट्रपति कारिमोव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई । इससे पहले मोदी को 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंच चुके हैं। उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री शौकत मिरोमोनोविच मिर्जीयोएव ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने औपचारिक बैठक में बातचीत भी की।पीएम मोदी ने अंग्रेजी और स्थानीय भाषा में ट्वीट कर कहा, "शानदार स्वागत के लिए प्रधानमंत्री शौकत मिरोमोनोविच मिर्जीयोएव का धन्यवाद। यहां आकर अच्छा लगा।" उजबेकिस्तान के बाद प्रधानमंत्री मोदी कजाकिस्तान के लिए रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 8 जुलाई को पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के उफा शहर जाएंगे, वहीं 10 जुलाई को तुर्कमेनिस्तान, 11 जुलाई को किर्गीस्तान औऱ 12 जुलाई को ताजकिस्तान की भी यात्रा करेंगे।
दो दिन की उज्बेकिस्तान यात्रा के दौरान मोदी वहां के स्कॉलर्स और हिंदी के स्टूडेंट्स से भी मिलेंगे। इसके अलावा, पीएम भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। मोदी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे, जिनका 1966 में रहस्यमय परिस्थितियों में ताशकंद में निधन हो गया था। बता दें उज्बेकिस्तान में लगभग 3,000 भारतीय हैं।
'ऐसे कैसे बंद हो सकता है इतना हिट शो'
अभी यह तय नहीं कि कपिल शर्मा का कॉमेडी शो कुछ समय के लिए ऑफ एअर होगा या नहीं। कम से कम उपासना सिंह का तो यही मानना है जो इस शो में 'बुआजी" का किरदार निभा रही हैं।
उन्होंने कहा कि शो के बारे में कई अफवाहें भी चल रही हैं। एक्ट्रेस ने फिल्म 'चॉक एंड डस्टर" की इफ्तार पार्टी में बताया 'अभी कुछ भी तय नहीं है।"
उन्होंने कहा 'हां, कपिल की तबीयत जरूर ठीक नहीं है। उनकी पीठ पर जबरदस्त चोट है। ऐसा संभव है कि वे एक ब्रेक लें और कुछ समय में वापस आ जाएं।"
पिछले दिनों कपिल ने टि्वटर पर घोषणा की थी कि वे एक ब्रेक ले रहे हैं और तभी से यह चर्चा चल पड़ी कि यह शो ऑफ एअर हो सकता है।
उपासना ने बताया 'हमारे पास पूरे महीनेभर की शूटिंग डेट्स हैं, तो मुझे तो नहीं लगता कि यह बंद होगा। आखिरकार यह बेहद हिट शो है। ये ऐसे ही बंद नहीं हो सकता। तीन-चार दिन में और स्थिति साफ हो जाएगी कि यह बंद हो रहा है या नहीं।'
जूते-चप्पल हैं श्रद्धा कपूर के लिए नया घर खरीदने की वजह
मुंबई(6 जुलाई): ऐक्ट्रेस श्रद्धा कपूर ने कुछ ही वक्त पहले अपने पैरेंट्स का घर छोड़ पास ही में एक नया घर खरीद लिया है। वो इसे अपने पिता और एक्टर शक्ति कपूर का इन्वेसमेंट बताती हैं।
जब श्रद्धा से पूछा गया कि उन्हें नया घर लेने की ज़रूरत क्यों पड़ी तो श्रद्धा ने बताया कि, 'मैं अपने पैरेंट्स के साथ रहकर बहुत खुश हूं। मगर इस घर में मुझे काफी स्पेस मिला है, क्योंकि मेरे कारण से उनकी रोज की रूटीन लाइफ डिस्टर्ब हो रही है। मेरे काम के वक्त, स्टाइलिस्ट और डिजाइनर के साथ होने वाली मीटिंग्स के चलते पूरा घर काफी डिस्टर्ब होता था।
श्रद्धा ने आगे बताया कि, 'मेरा सामान भी काफी बढ़ रहा है, जिसे रखने में काफी परेशानी हो रही है और खासकर मेरे जूते-चप्पल काफी जगह घेरते हैं। मेरे पास फ्लैट, हील्स, बूट्स, मोजड़ी, कोल्हापुरी चप्पल सब हैं। इनकी संख्या के साथ मेरी मां का गुस्सा भी बढ़ रहा है, इसलिए मैंने नया घर लिया। नए घर में जूतों के लिए स्पेशल जगह होगी।' दिलीप कुमार
जब श्रद्धा से पूछा गया कि उन्हें नया घर लेने की ज़रूरत क्यों पड़ी तो श्रद्धा ने बताया कि, 'मैं अपने पैरेंट्स के साथ रहकर बहुत खुश हूं। मगर इस घर में मुझे काफी स्पेस मिला है, क्योंकि मेरे कारण से उनकी रोज की रूटीन लाइफ डिस्टर्ब हो रही है। मेरे काम के वक्त, स्टाइलिस्ट और डिजाइनर के साथ होने वाली मीटिंग्स के चलते पूरा घर काफी डिस्टर्ब होता था।
श्रद्धा ने आगे बताया कि, 'मेरा सामान भी काफी बढ़ रहा है, जिसे रखने में काफी परेशानी हो रही है और खासकर मेरे जूते-चप्पल काफी जगह घेरते हैं। मेरे पास फ्लैट, हील्स, बूट्स, मोजड़ी, कोल्हापुरी चप्पल सब हैं। इनकी संख्या के साथ मेरी मां का गुस्सा भी बढ़ रहा है, इसलिए मैंने नया घर लिया। नए घर में जूतों के लिए स्पेशल जगह होगी।' दिलीप कुमार
नया आविष्कार हो गया ईजाद, अब पानी से चलेगी कार.
भोपाल (6 जुलाई): तेल के बढ़ते दामों को देखते हुए दुनिया भर के वैज्ञानिक सस्ते और प्रदुषण रहित ईंधन की तलाश में लगे हुए हैं लेकिन भारत के मोहम्मद रहीस मकरानी ने पानी से चलने वाली कार बनाने का दावा किया है।
अपने इसी सपने को साकार करने के सिलसिले में वे 26 मई को चीन गए थे और हाल ही में लौटे हैं। फॉर्मूले को पेटेंट कराने के लिए उन्होंने 2013 में इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया के मुंबई स्थित ऑफिस में अर्जी भी लगाई है। महज साइंस से हायर सेकंडरी पास मेकैनिक रहीस के फार्मूले का चीन के वैज्ञानिकों और मेकैनिकल एक्सपर्ट ने भी लोहा माना है।
रहीस के अनुसार, चीन के सिनयांग शहर से इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी कोलियो के एमडी सुमलसन ने इस फॉर्मूले पर मिलकर काम करने का प्रस्ताव रखा है। कंपनी ने बड़े स्तर पर फॉर्मूला तैयार कर चीन में ही लॉन्च करने के उद्देश्य से मुझे बुलाया था। मैंने इसे भारत और खासकर सागर में तैयार कर लॉन्च करने की शर्त कंपनी के सामने रखी है। कंपनी ने इस संबंध में तीन महीने बाद निर्णय करने की बात कही है।
रहीस ने बनाया कि मैंने कंपनी से बड़े स्तर पर पानी और कार्बाइड से एसिटिलीन बनाकर इसे इलेक्ट्रिक एनर्जी लिक्विड फ्यूल में बदलकर देने पर बात की है। यदि कंपनी तैयार हो गई तो पानी से बने फ्यूल से चलने वाली पहली कार ईजाद होगी। रहीस के अनुसार, देश में कैल्शियम कार्बाइड के भंडार हैं। इसलिए पेट्रोल-डीजल का विकल्प बनने वाली यह तकनीक सस्ती भी पड़ेगी और पर्यावरण के अनुकूल भी रहेगी।
दो पुलिस अफसर सस्पेंड, महिला से रेप की कोशिश और जलाने का आरोप
लखनऊ (6 जुलाई) :उत्तर पुलिस के दो अधिकारियों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया। दोनों पर एक महिला ने आरोप लगाया है कि उन्होंने पुलिस स्टेशन में पहले उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की और इसमें नाकाम रहने के बाद उसे आग लगा दी।
40 वर्षीय महिला को बुरी तरह जली हालत में लखनऊ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला का कहना है कि वो रविवार को बाराबंकी ज़िले के एक पुलिस स्टेशन पर एसएचओ राय साहब यादव और सब इंस्पेक्टर अखिलेश से मिली थी। महिला के मुताबिक वो अपने पति के बारे मे पूछने गई थी जिसे कि हिरासत में लिया गया था।
महिला ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बताया कि जब उसने राय साहब यादव और अखिलेश से अपने पति के निर्दोष होने की गुहार लगाई तो उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश की। महिला के मुताबिक जब उसने शोर मचाया तो उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी गई।
महिला को उसके बेटे ने बचाया और अस्पताल ले गया।
लखनऊ आईजी पुलिस ज़की अहमद ने दोनों पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की जानकारी दी। साथ ही बताया कि महिला के आरोपों की जांच कराई जा रही है।
नई दिल्ली व्यापम घोटाले को लेकर विश्वास ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
नई दिल्ली मध्यप्रदेश के सबसे बड़े भर्ती घोटाले व्यापम में एक के बाद एक हो रही लगातार संदिग्ध मौतों के बाद आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
आप द्वारा दायर के बारे में बताते हुए आप नेता कुमार विश्वास ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से विनती की है कि वो व्यापम मामले में हो रही मौतों की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में संज्ञान ले।
कुमार विश्वास ने कहा कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसआईटी का गठन किया जो इसकी जांच कर रहा है। विश्वास ने आगे कहा कि लेकिन तमाम पहल करने के बाद भी इस मामले में अब तक 45 मौतें हो चुकीं हैं।इस विषय में विश्वास ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा है। कुमार विश्वास लिखते हैं कि, 'माननीय उच्चतम न्यायलय के दरवाज़े पर जनहित याचिका ले कर आया हूँ। #ख़ूनी व्यापमं के बारे में अपील करने। ऐसा कैसे हो सकता है कि एक ही घोटाले की जाँच से जुड़े 45/46 लोग अलग-अलग संदिग्ध अवस्था में मृत पाए जाएँ और सरकार उच्च स्तरीय जाँच करवाने की बजाए स्तरहीन बयानबाज़ी में उलझी रहे?'
'कल दिवंगत पत्रकार अक्षय की अन्त्येष्टि में गया था। पहले भी दो बार मिल चुका था उससे। खुद में अजीब सा लगा - 46 अक्षय? 46 मौतें और कोई गंभीरता नहीं? उसपर भी अहंकार में डूबे मंत्रीजी कह रहे हैं -' हमसे बड़ा पत्रकार थोड़ी था?"!!?? आज माननीय उच्चतम न्यायलय में PIL दाखिल किया है कि उच्चतम न्यायलय पूरी जाँच को अपने हाथों में ले लें । उम्मीद है कि आगे जानें बच सकेंगी, मामले की तह तक पहुँचा जा सकेगा।'
आप द्वारा दायर के बारे में बताते हुए आप नेता कुमार विश्वास ने बताया कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से विनती की है कि वो व्यापम मामले में हो रही मौतों की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में संज्ञान ले।
कुमार विश्वास ने कहा कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसआईटी का गठन किया जो इसकी जांच कर रहा है। विश्वास ने आगे कहा कि लेकिन तमाम पहल करने के बाद भी इस मामले में अब तक 45 मौतें हो चुकीं हैं।इस विषय में विश्वास ने अपने फेसबुक पेज पर भी लिखा है। कुमार विश्वास लिखते हैं कि, 'माननीय उच्चतम न्यायलय के दरवाज़े पर जनहित याचिका ले कर आया हूँ। #ख़ूनी व्यापमं के बारे में अपील करने। ऐसा कैसे हो सकता है कि एक ही घोटाले की जाँच से जुड़े 45/46 लोग अलग-अलग संदिग्ध अवस्था में मृत पाए जाएँ और सरकार उच्च स्तरीय जाँच करवाने की बजाए स्तरहीन बयानबाज़ी में उलझी रहे?'
'कल दिवंगत पत्रकार अक्षय की अन्त्येष्टि में गया था। पहले भी दो बार मिल चुका था उससे। खुद में अजीब सा लगा - 46 अक्षय? 46 मौतें और कोई गंभीरता नहीं? उसपर भी अहंकार में डूबे मंत्रीजी कह रहे हैं -' हमसे बड़ा पत्रकार थोड़ी था?"!!?? आज माननीय उच्चतम न्यायलय में PIL दाखिल किया है कि उच्चतम न्यायलय पूरी जाँच को अपने हाथों में ले लें । उम्मीद है कि आगे जानें बच सकेंगी, मामले की तह तक पहुँचा जा सकेगा।'
नई दिल्ली ऑल इंडिया रेडियो के दफ्तर में गार्ड ने चलाई गोली
नई दिल्ली ऑल इंडिया रेडियो के दफ्तर में कार समेत दो लोगों के जबरन घुसने पर NAP के सुरक्षा गार्ड ने गोली मार दी। घटना मॉल रोड स्थित ऑल इंडिया रेडियो के दफ्तर में हुई।
दरअसल दो व्यक्ति जब कार समेत जबरन अंदर घुसे तो गार्ड ने उन्हें आतंकवादी समझकर गोली चलाई। लेकिन जांच के बाद पता चला कि वे दिल्ली पुलिस के ही सिपाही थे।
ये दोनों नशे की हालत में गेट तोड़ते हुए रेडियो स्टेशन के अंदर घुसे थे। संदिग्ध होने और जबरने घुसने की हरकत के कारण गार्ड इन्हें पहचान नहीं सका।छानबीन के बाद एक कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दूसरा कांस्टेबल जिसे गोली लगी है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कांस्टेबल की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है। ये घटना रात 3 बजे हुई। जिसके चलते सुरक्षा गार्ड को गोली चलानी पड़ी।
दोनों ही कांस्टेबलों ने नशे में धुत होकर रेडियो स्टेशन में एंट्री की थी।
दरअसल दो व्यक्ति जब कार समेत जबरन अंदर घुसे तो गार्ड ने उन्हें आतंकवादी समझकर गोली चलाई। लेकिन जांच के बाद पता चला कि वे दिल्ली पुलिस के ही सिपाही थे।
ये दोनों नशे की हालत में गेट तोड़ते हुए रेडियो स्टेशन के अंदर घुसे थे। संदिग्ध होने और जबरने घुसने की हरकत के कारण गार्ड इन्हें पहचान नहीं सका।छानबीन के बाद एक कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दूसरा कांस्टेबल जिसे गोली लगी है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कांस्टेबल की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है। ये घटना रात 3 बजे हुई। जिसके चलते सुरक्षा गार्ड को गोली चलानी पड़ी।
दोनों ही कांस्टेबलों ने नशे में धुत होकर रेडियो स्टेशन में एंट्री की थी।
साहिबाबाद साधु बनकर किशोर से लाखों की ज्वैलरी ठगी
साहिबाबाद शालीमार गार्डन में एक मीडियाकर्मी के 13 साल के बेटे से दो साधु के वेष में ठगों ने लाखों की ज्वैलरी ठग ली। ठगों ने किशोर को माता-पिता की मौत का डर दिखाकर ज्वैलरी के जरिए घर के सभी संकट मिटाने का झांसा दिया।
बदमाशों की तस्वीर गौड़ प्लाजा चौक पर लगे सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हो गई। पुलिस ने तहरीर लेकर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
नोएडा के एक टीवी चैनल में कार्यरत वीरेंद्र सिंह शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-2 में परिवार के साथ रहते हैं। बृहस्पतिवार शाम को घर के पास ही से गुजर रहे दो साधुओं ने उनके बेटे सौरभ (13) से एक पता पूछा।
पता बताने के बाद साधुओं ने सौरभ को कहा कि आपके घर में काफी संकट हैं। आपके माता पिता की जल्द मौत हो सकती है। वे सभी संकट दूर कर देंगे। सौरभ उनकी बातों में आ गया।
उन्होंने सौरभ से कहा कि कल शाम को घर की आलमारी में रखे सभी आभूषण लेकर आना। आभूषण से संकट निकालकर बाहर कर देंगे। शुक्रवार दोपहर वीरेंद्र ऑफिस थे।
उनकी पत्नी बालकनी में कपड़े धो रही थीं। इसी बीच सौरभ चुपके से आभूषण लेकर घर से कुछ ही दूरी पर खड़े साधुओं के पास गया।
साधुओं ने उसे बातों में लगाया और ज्वैलरी लेकर फरार हो गए। वीरेंद्र ने बताया कि आभूषणों की कीमत करीब सात लाख रुपये है। एसएचओ साहिबाबाद ने बताया कि शिकायत लेकर ठगों की तलाश शुरू कर दी गई है।
बदमाशों की तस्वीर गौड़ प्लाजा चौक पर लगे सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हो गई। पुलिस ने तहरीर लेकर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
नोएडा के एक टीवी चैनल में कार्यरत वीरेंद्र सिंह शालीमार गार्डन एक्सटेंशन-2 में परिवार के साथ रहते हैं। बृहस्पतिवार शाम को घर के पास ही से गुजर रहे दो साधुओं ने उनके बेटे सौरभ (13) से एक पता पूछा।
पता बताने के बाद साधुओं ने सौरभ को कहा कि आपके घर में काफी संकट हैं। आपके माता पिता की जल्द मौत हो सकती है। वे सभी संकट दूर कर देंगे। सौरभ उनकी बातों में आ गया।
उन्होंने सौरभ से कहा कि कल शाम को घर की आलमारी में रखे सभी आभूषण लेकर आना। आभूषण से संकट निकालकर बाहर कर देंगे। शुक्रवार दोपहर वीरेंद्र ऑफिस थे।
उनकी पत्नी बालकनी में कपड़े धो रही थीं। इसी बीच सौरभ चुपके से आभूषण लेकर घर से कुछ ही दूरी पर खड़े साधुओं के पास गया।
साधुओं ने उसे बातों में लगाया और ज्वैलरी लेकर फरार हो गए। वीरेंद्र ने बताया कि आभूषणों की कीमत करीब सात लाख रुपये है। एसएचओ साहिबाबाद ने बताया कि शिकायत लेकर ठगों की तलाश शुरू कर दी गई है।
साहिबाबाद प्रिंसिपल ने स्कूल में लाइब्रेरियन से की छेड़खानी
साहिबाबाद एक स्कूल की पूर्व महिला लाइब्रेरियन ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए स्कूल अध्यक्ष और प्रधानाचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
महिला ने कम वेतन देकर अधिक वेतन के चेक साइन कराने, नौकरी के दौरान शारीरिक और मानसिक शोषण करने और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। साहिबाबाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है।
महिला का कहना है कि वह कुछ समय पहले तक स्कूल में ही कार्यरत थी। आरोप है की प्रधानाचार्य और अध्यक्ष ने लंबे समय तक स्कूल में नौकरी के दौरान उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।
कई बार स्कूल के बाद काम बताकर उसके साथ छेड़छाड़ की। उसे कम वेतन दिया जाता था, जबकि अधिक वेतन के चेक पर साइन करवा लिए जाते थे।
महिला ने बताया कि वह काफी दिनों से इस मामले को लेकर थाने, सीओ दफ्तर, महिला थाने और एसएसपी कार्यालय के चक्कर काट रही है, मगर कहीं सुनवाई नहीं हुई।
एसओ साहिबाबाद हरिदयाल यादव ने बताया की महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद� गिरफ्तारी की जाएगी।
महिला ने कम वेतन देकर अधिक वेतन के चेक साइन कराने, नौकरी के दौरान शारीरिक और मानसिक शोषण करने और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। साहिबाबाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है।
महिला का कहना है कि वह कुछ समय पहले तक स्कूल में ही कार्यरत थी। आरोप है की प्रधानाचार्य और अध्यक्ष ने लंबे समय तक स्कूल में नौकरी के दौरान उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।
कई बार स्कूल के बाद काम बताकर उसके साथ छेड़छाड़ की। उसे कम वेतन दिया जाता था, जबकि अधिक वेतन के चेक पर साइन करवा लिए जाते थे।
महिला ने बताया कि वह काफी दिनों से इस मामले को लेकर थाने, सीओ दफ्तर, महिला थाने और एसएसपी कार्यालय के चक्कर काट रही है, मगर कहीं सुनवाई नहीं हुई।
एसओ साहिबाबाद हरिदयाल यादव ने बताया की महिला की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद� गिरफ्तारी की जाएगी।
ग़ज़ियाबाद सीआईएसएफ रोड पर जीडीए बनाएगा दो नए यू-टर्न
ग़ज़ियाबाद सीआईएसएफ रोड से नोएडा जाना जल्द ही आसान होगा। जीडीए द्वारा बनाए जा रहे यू-टर्न जाम की समस्या से वाहन चालकों को निजात दिलाएंगे। रेल विहार के पास यू-टर्न बनकर तैयार कर लिया गया है। अब कनावनी पुलिया के पास यू-टर्न बनाया जाएगा।
सीआइएसएफ रोड पर पीकऑवर्स में जाम की समस्या वाहन चालकों के लिए परेशानी के लिए सबब है। रोजाना वाहन चालकों को जाम का सामना करना पड़ता है।
इससे निपटने के लिए जीडीए ने यू-टर्न बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत रेल विहार सोसायटी के पास एक यू-टर्न का निर्माण कार्य का काम पूरा कर लिया गया है। अब कनावनी पुलिया के पास यू-टर्न का निर्माण कार्य शुरू करने वाला है।
अधिशासी अभियंता कप्तान सिंह ने बताया कि जाम की समस्या को देखते हुए यू-टर्न का निर्माण किया जा रहा है। यू-टर्न बनने के बाद सीआइएसएफ रोड पर कई कटों को बंद किया जाएगा।
एप्रोच रोड से जूड़ेगी सीआईएसएफ रोड
यू-टर्न बन जाने के बाद सीआइएसएसफ रोड जीडीए द्वारा कनावनी पुलिया पर बनाई गई एप्रोच रोड पर जाना-आसान हो जाएगा। अभी वाहन चालक कनावनी क पास बने अवैध कट से यू-टर्न लेते हैं।
इसकी वजह से दोनों साइड जाम लग जाता है। यू-टर्न के बन जाने के बाद वाहन चालक आसानी से मुड़कर अप्रोच रोड पर पहुंच सकते हैं।
जिसके बाद सीधे नोएडा और एनचए-24 पहुंच सकते हैं। वाहन चालकों को लंबा चक्कर और एनएच-24 पर लगने वाली जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
सीआइएसएफ रोड पर पीकऑवर्स में जाम की समस्या वाहन चालकों के लिए परेशानी के लिए सबब है। रोजाना वाहन चालकों को जाम का सामना करना पड़ता है।
इससे निपटने के लिए जीडीए ने यू-टर्न बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत रेल विहार सोसायटी के पास एक यू-टर्न का निर्माण कार्य का काम पूरा कर लिया गया है। अब कनावनी पुलिया के पास यू-टर्न का निर्माण कार्य शुरू करने वाला है।
अधिशासी अभियंता कप्तान सिंह ने बताया कि जाम की समस्या को देखते हुए यू-टर्न का निर्माण किया जा रहा है। यू-टर्न बनने के बाद सीआइएसएफ रोड पर कई कटों को बंद किया जाएगा।
एप्रोच रोड से जूड़ेगी सीआईएसएफ रोड
यू-टर्न बन जाने के बाद सीआइएसएसफ रोड जीडीए द्वारा कनावनी पुलिया पर बनाई गई एप्रोच रोड पर जाना-आसान हो जाएगा। अभी वाहन चालक कनावनी क पास बने अवैध कट से यू-टर्न लेते हैं।
इसकी वजह से दोनों साइड जाम लग जाता है। यू-टर्न के बन जाने के बाद वाहन चालक आसानी से मुड़कर अप्रोच रोड पर पहुंच सकते हैं।
जिसके बाद सीधे नोएडा और एनचए-24 पहुंच सकते हैं। वाहन चालकों को लंबा चक्कर और एनएच-24 पर लगने वाली जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
सलमान ने कहा, मीका ने मेरा गाना चुराया
नई दिल्ली (6 जुलाई)सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान' का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। एक के बाद एक लॉन्च हो रहे फिल्म के गाने लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं। हाल ही में फिल्म का ईद से जुड़ा स्पेशल गाना 'आज की पार्टी'लॉन्च हुआ। गाने को मीका सिंह ने गाया है। लेकिन सलमान का कहना है कि यह गाना उनका था जिसे मीका ने चुराया है।
सलमान ने कहा, 'मीका ने मेरा गाना चुराया और इस वजह से यह गाना हिट हो गया। मैंने इस को अपनी आवाज देने के लिए बहुत कोशिश की, लेकिन मीका यह गाना मुझसे लेने में कामयाब रहे।'
हालांकि, यह पहली बार नहीं जब मीका ने कोई गाना गाया हो, जिसे पहले सलमान से गवाया जाना था। सलमान ने 'किक' फिल्म में 'जुम्मे की रात' गाना गया था, लेकिन फिल्म में उस गाने का इस्तेमाल हुआ जिसे मीका ने गाया था, जो काफी हिट हुआ।
जिम्बाब्वे दौरे से पहले टीम इंडिया को लगा तगड़ा झटका
जिम्बाब्वे दौरे पर जाने से पूर्व ही टीम इंडिया की गेंदबाजी मोर्चे को झटका लगा है। हालांकि अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में युवा टीम इंडिया इस परेशानी से भी निपटने को तैयार है।
टीम में फिरकी गेंदबाज के रुप में जगह पाने वाले करन शर्मा अंगुली में फ्रेक्चर के चलते बाहर हो गए है। जिम्बाब्वे दौरे पर टीम के पास पहले तीन स्पेशलिस्ट फिरकी गेंदबाज थे।
लेकिन करन शर्मा के बाद अब हरभजन सिंह के अलावा टीम में सिर्फ अब अक्षर पटेल के पास स्पिन का दारोमदार होगा। बीसीसीआई ने करन शर्मा की अनफिट की बात बताने के अलावा अभी करन शर्मा की जगह किसी को नियुक्त नहीं किया है।अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया जिम्बाब्वे दौरे पर 10 जुलाई से 19 जुलाई तक रहेगी। इसमें तीन वनडे और दो टी-20 मुकाबले होने है।
बीसीसीआई ने टीम इंडिया के सीनियर्स खिलाड़ियों टीम के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, टेस्ट कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, आर अश्विन, उमेश यादव, मोहम्मद शमी जैसे दिग्गजों को आराम दिया है।
इन दिग्गजों के बिना रहाणे के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा टीम में कई क्रिकेटरों की लंबे समय बाद वनडे में वापसी हुई है। जिसमें रॉबिन उथप्पा, हरभजन सिंह और मुरली विजय शामिल है।
इतना ही नहीं कई यंग क्रिकेटरों को आईपीएल में प्रतिभा दिखाने के बाद शामिल किया गया है। इनमें केदार जाधव, मनीष पांडे, संदीप शर्मा और मनोज तिवारी जैसे युवा बल्लेबाज है।
सबसे बड़ी ताकत बनी भाजपा की सबसे बड़ी मजबूरी
भाजपा मोदी सरकार की जिस सबसे बड़ी उपलब्धि को विपक्ष को घेरने लिए सबसे बड़ा हथियार बनाने जा रही थी, अब वही उपलब्धि विपक्ष का सबसे हथियार बन कर भाजपा को डरा रही है।
एक साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने न आने को सबसे बड़ी उपलब्धि बताने वाली भाजपा को अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही रोज सफाई देनी पड़ रही है।
पार्टी की मुश्किल यह है कि मोदी सरकार के एक साल पूरा होने के बाद से तीन राज्यों के मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्री और एक केंद्रीय मंत्री भ्रष्टाचार के सवाल पर विपक्ष के निशाने पर हैं।
कांग्रेस भी भ्रष्टाचार से जुड़े मसले जोरशोर से उठा कर मोदी सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी सरकार की छवि को ध्वस्त कर देना चाहती है।
यही कारण है कि पार्टी न केवल आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद के सवाल को बड़ा मुद्दा बना रही है, बल्कि भाजपा शासित राज्यों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले को भी केंद्रीय स्तर पर उठाने में पूरी ताकत लगा रही हैकांग्रेस की इस रणनीति को इस दृष्टि से भी समझा जा सकता है कि मध्यप्रदेश का व्यापमं घोटाला और छत्तीसगढ़ का चावल घोटाला संबंधी मामला सालों पुराना है।
मगर पार्टी ने पहली बार इन मामलों को अपने केंद्रीय मंच पर जगह दी है। भाजपा के लिए परेशानी की बात यह है कि भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि पार्टी शासित तीन राज्य विपक्ष के निशाने पर हैं। वह भी ऐसे समय जब पार्टी को सबसे बड़ी सियासी चुनौती बिहार विधानसभा चुनाव और संसद के मानसून सत्र से गुजरना है।
मोदी सरकार ने जब एक साल का कार्यकाल पूरा किया था, तब भाजपा जोश से भरी थी। पार्टी और सरकार के मंत्री सभी मंच पर इस दौरान भ्रष्टाचार की एक भी घटना सामने न आने देने को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बता रही थी।
मगर एक साल का कार्यकाल पूरा होते ही न केवल मनी लांड्रिंग के आरोपी ललित मोदी की मदद के सवाल पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ-साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आरोपों से घिर गईं, बल्कि व्यापम और चावल घोटाला मामले में विपक्ष दो दो और मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह को घेर लिया। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार की मंत्री पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े भी बिना टेंडर जारी किए करोड़ों की खरीद के आरोपों में घिर गए।
कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ और न ही पार्टी बैकफुट पर है। लोगाें को पता है कि मुद्दाविहीन कांग्रेस कृत्रिम रूप से भ्रष्टाचार के मामलों को खड़ा करने की कोशिश कर रही है। यह छवि बिगाड़ने का प्रयास है जो कभी पूरा नहीं होगा।
-सांबित पात्रा, प्रवक्ता भाजपा
ये बेशर्म सरकार है। भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा और मोदी सरकार की पोलपट्टी खुल गई है। अगर आरोप झूठे हैं तो अपनी बात रखने के लिए कई तरह के मंच का उपयोग करने वाले पीएम मोदी चुप क्यों हैं? क्या यह भी झूठ है कि व्यापमं से जुड़े 56 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई?
एक साल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने न आने को सबसे बड़ी उपलब्धि बताने वाली भाजपा को अब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही रोज सफाई देनी पड़ रही है।
पार्टी की मुश्किल यह है कि मोदी सरकार के एक साल पूरा होने के बाद से तीन राज्यों के मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्री और एक केंद्रीय मंत्री भ्रष्टाचार के सवाल पर विपक्ष के निशाने पर हैं।
कांग्रेस भी भ्रष्टाचार से जुड़े मसले जोरशोर से उठा कर मोदी सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी सरकार की छवि को ध्वस्त कर देना चाहती है।
यही कारण है कि पार्टी न केवल आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद के सवाल को बड़ा मुद्दा बना रही है, बल्कि भाजपा शासित राज्यों से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले को भी केंद्रीय स्तर पर उठाने में पूरी ताकत लगा रही हैकांग्रेस की इस रणनीति को इस दृष्टि से भी समझा जा सकता है कि मध्यप्रदेश का व्यापमं घोटाला और छत्तीसगढ़ का चावल घोटाला संबंधी मामला सालों पुराना है।
मगर पार्टी ने पहली बार इन मामलों को अपने केंद्रीय मंच पर जगह दी है। भाजपा के लिए परेशानी की बात यह है कि भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि पार्टी शासित तीन राज्य विपक्ष के निशाने पर हैं। वह भी ऐसे समय जब पार्टी को सबसे बड़ी सियासी चुनौती बिहार विधानसभा चुनाव और संसद के मानसून सत्र से गुजरना है।
मोदी सरकार ने जब एक साल का कार्यकाल पूरा किया था, तब भाजपा जोश से भरी थी। पार्टी और सरकार के मंत्री सभी मंच पर इस दौरान भ्रष्टाचार की एक भी घटना सामने न आने देने को सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बता रही थी।
मगर एक साल का कार्यकाल पूरा होते ही न केवल मनी लांड्रिंग के आरोपी ललित मोदी की मदद के सवाल पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ-साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आरोपों से घिर गईं, बल्कि व्यापम और चावल घोटाला मामले में विपक्ष दो दो और मुख्यमंत्रियों शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह को घेर लिया। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार की मंत्री पंकजा मुंडे और विनोद तावड़े भी बिना टेंडर जारी किए करोड़ों की खरीद के आरोपों में घिर गए।
कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ और न ही पार्टी बैकफुट पर है। लोगाें को पता है कि मुद्दाविहीन कांग्रेस कृत्रिम रूप से भ्रष्टाचार के मामलों को खड़ा करने की कोशिश कर रही है। यह छवि बिगाड़ने का प्रयास है जो कभी पूरा नहीं होगा।
-सांबित पात्रा, प्रवक्ता भाजपा
ये बेशर्म सरकार है। भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा और मोदी सरकार की पोलपट्टी खुल गई है। अगर आरोप झूठे हैं तो अपनी बात रखने के लिए कई तरह के मंच का उपयोग करने वाले पीएम मोदी चुप क्यों हैं? क्या यह भी झूठ है कि व्यापमं से जुड़े 56 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई?
जब रेमो डिसूजा को जेबकतरा समझ धर लिया गया!
मुंबई। कोरियोग्राफर और डायरेक्टर रेमो डिसूजा नए डांस आधारित रियलिटी शो 'डांस प्लस' में एक नए लुक में नजर आने वाले हैं। रेमो का यह लुक ऐसा है कि शायद ही उन्हें कोई पहचान पाए। हाल ही में जब रेमो इस लुक में सेट पर पहुंचे तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया।
सुरक्षाकर्मियों को लगा कि ये कोई जेबकतरा है जो सेट पर बिना किसी की अनुमति के अंदर जा रहा है। दरअसल, रेमो ने ऐसा जानबूझकर किया था। रेमो यह जानना चाहते थे कि इस लुक में उन्हें कोई पहचान पाता है या नहीं। हालांकि जब रेमो ने अपना चेहरा सुरक्षाकर्मियों को दिखाया, तो उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ।
बता दें कि रेमो ने इस रियलिटी शो के लिए हाल ही में शूटिंग की है। इस शो में रेमो सुपर जज के रूप में दिखाई देंगे। रेमो ने इस शो के लिए अलग-अलग लुक इस्तेमाल किए हैं। इन्हीं में से एक हुड लुक है, जिसके लिए उन्हें अपना पूरा शरीर और चेहरा ढक कर रखना है।
इस घटना के बारे में रेमो ने बताया, 'मैं बढ़िया मूड में था और 'डांस प्लस' के अपने हुड लुक को जांचने के लिए मुझे एक शरारत सूझी। जब मैं इस तरह हुड में शूट पर पहुंचा तो सब मुझ पर शक करने लगे और सुरक्षाकर्मियों ने मुझे पकड़ लिया।'
पति बीमार, देवर दो साल से कर रहा था भाभी से दुराचार
नोएडा। देवर पर भाभी ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। देवर भाभी के साथ पिछले दो साल से दुष्कर्म कर रहा था। अब महिला आठ माह की गर्भवती है। महिला के साथ त्रासद पहलू यह है कि वह विकलांग और उसका पति लंबे समय से बीमार है।
पंचायत ने सुनाया है भाभी से शादी का फरमान
पूरा मामला जब पंचायत में पहुंचा तो वहां पर देवर को भाभी के साथ शादी करने का फरमान सुना दिया गया, लेकिन देवर भाभी के साथ शादी करने के लिए तैयार नहीं है। अब यह प्रकरण पुलिस कोतवाली पहुंच गया है।
दो साल पहले जनपद बिजनौर की रहने वाली एक विकलांग युवती का निकाह ब्रह्मपुरी के रहने वाले एक युवक से हुआ था। युवक शादी के बाद से ही बीमार रहने लगा। बीमारी का फायदा उठाकर छोटे भाई ने विकलांग भाभी के साथ दुष्कर्म किया।
महिला ने देवर की शिकायत घर के बड़े बुजुर्गो से की, लेकिन बुजुर्गों ने उसे धमकाकर चुप रहने को कहा। इसके बाद देवर दो साल तक भाभी से दुष्कर्म करता रहा। अब महिला आठ माह की गर्भवती है।
महिला ने हिम्मत जुटाकर घटना की जानकारी मायके वालों को दी, जिसके बाद प्रकरण बिरादरी की पंचायत में पहुंच गया। पंचों ने आरोपी देवर को भाभी से निकाह करने का फरमान सुना डाला।
देवर पंचायत के फरमान पर सहमत नहीं हुआ। इससके बाद मामला पुलिस में पहुंच गया है। पुलिस ने पीड़ित महिला को मेडिकल के लिए भेजा है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।
बिन ब्याही मांओं को सुप्रीम कोर्ट का बड़ा तोहफा
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने आज अपने एक ऐतिहासिक फैसले में ये बात कही है कि अविवाहित मां बच्चे के पिता की मंजूरी के बगैर भी उसकी कानूनी अभिभावक बन सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने एक अविवाहित मां की याचिका की सुनवाई करते हुए उसे मंजूर कर लिया है। अदालत ने निचली अदालत को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली की एक अविवाहित मां ने अपने बच्चे की कानूनी तौर पर अभिभावक बनने के लिए अदालत में अर्जी दी थी।गौरतलब है कि दिल्ली की एक महिला ने अदालत में जब बच्चे की अभिभावक बनने की याचिका दी तो निचली अदालत ने उसे 'गार्जियनशिप एंड वार्ड्स एक्ट' के अनुसार उसे बच्चे के पिता से मंजूरी लेने के लिए कहा।
जब महिला ने ऐसा करने में असमर्थता जताई जिसकी वजह से अदालत ने उसकी याचिका ठुकरा दी। इसके बाद महिला ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
हाईकोर्ट में महिला ने बताया कि बच्चे के पिता को बच्चे के बारे में कुछ भी नहीं पता है। वो नहीं जानता कि उसका कोई बच्चा भी है। बच्चे के पालन-पोषण से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
महिला का कहना था कि अगर पिता को पता भी चला तो दोनों ही पक्षों को परेशानी हो सकती है। महिला की ये दलील सुनने के बावजूद हाईकोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने एक अविवाहित मां की याचिका की सुनवाई करते हुए उसे मंजूर कर लिया है। अदालत ने निचली अदालत को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली की एक अविवाहित मां ने अपने बच्चे की कानूनी तौर पर अभिभावक बनने के लिए अदालत में अर्जी दी थी।गौरतलब है कि दिल्ली की एक महिला ने अदालत में जब बच्चे की अभिभावक बनने की याचिका दी तो निचली अदालत ने उसे 'गार्जियनशिप एंड वार्ड्स एक्ट' के अनुसार उसे बच्चे के पिता से मंजूरी लेने के लिए कहा।
जब महिला ने ऐसा करने में असमर्थता जताई जिसकी वजह से अदालत ने उसकी याचिका ठुकरा दी। इसके बाद महिला ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
हाईकोर्ट में महिला ने बताया कि बच्चे के पिता को बच्चे के बारे में कुछ भी नहीं पता है। वो नहीं जानता कि उसका कोई बच्चा भी है। बच्चे के पालन-पोषण से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
महिला का कहना था कि अगर पिता को पता भी चला तो दोनों ही पक्षों को परेशानी हो सकती है। महिला की ये दलील सुनने के बावजूद हाईकोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी।