लंदन। मैदान में भीषण टक्कर के बाद घायल मोइसेस हेनरिक्स और रॉरी बर्न्स जब अस्पताल में इलाज करा रहे थे, तब सरे के ड्रेसिंग रूम में बैठे खिलाडि़यों की आंखें गीली थी। केविन पीटरसन ने सोमवार को यह खुलासा किया।
रोरी बर्न्स और ऑस्ट्रेलिया के मोइसेस हेनरिक्स रविवार को ससेक्स के खिलाफ टी-20 मैच के दौरान क्षेत्ररक्षण के दौरान आपस में टकराकर बुरी तरह घायल हो गए थे। इस घटना में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हेनरिक्स का जबड़ा तीन जगह से टूट गया। उनके कुछ दांत भी टूट गए हैं। वहीं, इंग्लिश खिलाड़ी बर्न्स के सिर और चेहरे पर चोटें आई।
मैदान छोड़ने से पहले ही दोनों खिलाडि़यों को ऑक्सिजन इलाज की जरूरत पड़ी तथा जब तक दोनों ही खिलाड़ी होश में आए, मैदान के बाद तीन एंबुलेंस आ चुकी थी। दोनों को चीसेस्टर के सेंट रिचर्ड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।
पीटरसन ने सोमवार को कहा कि इस भयानक दृश्य ने पूर्व सरे बल्लेबाज टॉम मेनार्ड की याद ताजा कर दी, जो 2012 में लंदन में अंडरग्राउंड ट्रेन के नीचे आ गए थे। पीटरसन ने डेली टेलीग्राफ को बताया कि मैं किनारे पर खड़ा था और वहां से उनके टकराने से पहले ही मुझे हादसे का अंदेशा हो रहा था। मैं लगातार सोच रहा था कि कोई एक खिलाड़ी कॉल (चिल्लाते हुए) दौड़े। फिर आप सोचते हो कि एक खिलाड़ी रूक जाए। मगर तब तक दोनों टकरा गए। यह बहुत ही भयानक था।
जब दोनों खिलाड़ी मैदान पर गिर गए और कुछ देर बिलकुल नहीं हिले तो हमारे खिलाड़ी गंभीर चिंता में पड़ गए। वहां कुछ भावनाएं स्पष्ट रूप देखने को मिल रही थी, जिसे आप समझ सकते हैं कि साथी खिलाड़ी की मृत्यु से टीम कितनी दुख में थी।
उन्होंने आगे बताया कि जब चेयरमैन ने ड्रेसिंग रूम में आकर कहा कि दोनों ही खिलाड़ी ठीक हो जाएंगे तो इससे लोगों को राहत मिली, लेकिन उसके पहले सभी खिलाड़ी बहुत ही निराश थे।
बता दें कि हेनरिक्स और बर्न्स का मैदान में करीब 40 मिनट तक इलाज चला। इसके बाद दोनों को अस्पताल ले जाया गया। अंपायरों ने मैच रद्द कर दिया। ससेक्स ने 19 ओवर में सात विकेट खोकर 141 रन बना लिए थे।
क्रिकेट से ज्यादा जिंदगी को महत्व
पीटरसन ने बताया कि दोनों खिलाडि़यों को जल्द ही हॉस्पिटल ले जाने का फैसला बिलकुल सही था। उन्होंने कहा कि हम अपने दो खिलाडि़यों को पहले ही खो चुके हैं, बहुत खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में रो चुके हैं और यह सिर्फ क्रिकेट है, जो एक खेल है। वहां क्रिकेट से ज्यादा जिंदगी को अहमियत दी गई जो बिलकुल सही फैसला था।
ससेक्स के बल्लेबाज स्टीफन पियोलेट ने ऑफसाइड में हवा में शॉट खेला। हेनरिक्स बैकवर्ड पाइंट से गेंद लपकने दौड़े और बर्न्स बाउंड्री से दौड़ते आए, दोनों ने एक-दूसरे को नहीं देखा और गेंद लपकने की जगह आपस में भिड़ गए।
सरे के निदेशक एलेक स्टुअर्ट ने कहा कि बर्न्स जल्द ही हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो जाएंगे, लेकिन हेनरिक्स को आगे भी निगरानी की जरूरत है।
पूर्व सरे और इंग्लैंड के विकेटकीपर एलेक ने बताया कि रॉरी के जल्द घर लौटने की उम्मीद हैं और हेनरिक्स की भी, लेकिन उन्हें दांतों की सर्जरी के लिए दोबारा आना पड़ेगा। अभी उसे पेनकिलर दी गई है और वह थोड़ा मदहोश है।
बर्न्स ने हॉस्पिटल में मिले शानदार इलाज के लिए ट्विटर का सहारा लेते हुए सभी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने ट्वीट किया- कल और आज मेरी मदद करने वाले पूरे मेडिकल स्टाफ की दिल से शुक्रिया। और उन सभी का शुक्रिया जिन्होंने हमें संदेश दिए। बर्न्स ने अपनी एक फोटो भी अपलोड की है, जिसमें वे और हेनरिक्स एक-दूसरे का हाथ पकड़कर इलाज करा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया अच्छे और जल्दी से ठीक हो रहे हैं हेनरिक्स।
पहले भी हुए ऐसे हादसे
मैदान में कैच पकड़ने के चलते दो खिलाडि़यों का टकराना क्रिकेट में नया नहीं है, लेकिन इतनी गंभीर चोट कम ही खिलाडि़यों को आई है। हेनरिक्स और बर्न्स से पहले कैच लेते समय एक और गंभीर हादसा हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ और जेसन गिलेस्पी को श्रीलंका के खिलाफ 1999 में टेस्ट मैच के दौरान फील्डिंग करते समय गंभीर चोटें आईं थी। वॉ की नाक में चोट आईं थी, जबकि गिलेस्पी की पिंडली में फ्रैक्चर आया था।