काफिला ऐसा, ऑडी और फार्च्युनर जैसी लग्जरी गाड़ियां तो ट्रक और छोटा हाथी भी। सुरक्षा में 25 निजी कर्मचारियों के साथ पुलिस भी। खुद 11 किलो सोने के गहनों से लदे।
ये हैं भगवान शिव में अगाध श्रद्धा रखने वाले रेडीमेड कपड़ों के कारोबारी गोल्डन बाबा। बृहस्पतिवार रात नौ बजे ये हरिद्वार से कांवड़ लेकर दादरी गांव पहुंचे तो इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।
हर कोई उनसे हाथ मिलाने को उत्सुक नजर आया। हरिद्वार से दिल्ली तक चर्चित गोल्डन बाबा (सुधीर कुमार) आठ मोटी-मोटी अंगूठी, गले में 15 चेन, दो ब्रेसलेट के अलावा दोनों हाथों में भारी बाजूबंद समेत 11 किलो सोना पहनकर चल रहे हैं।पिछले साल इन्होंने साढ़े आठ किलो सोना पहना था। दिल्ली के शाहदरा निवासी गोल्डन बाबा का रेडीमेड कपड़े का कारोबार है। बकौल गोल्डन बाबा, मैं जब तक मेरे प्राण रहेंगे, तब तक मैं कांवड़ लाता रहूंगा।
भगवान शिव से मेरी आत्मा जुड़ी है। इस बार मैं 23वीं कांवड़ लेकर हरिद्वार से दिल्ली जा रहा हूं। शिवरात्रि पर साढ़े चार किलो की सोने की जैकेट भी पहनूंगा, जिसे विशेष इसी दिन के लिए बनवाई है।स बार उनके साथ 25 निजी गार्ड हैं। इसके अलावा 350 कांवड़ियों और 25 सेवादारों की फौज है। गोल्डन बाबा ने बताया कि जब वह पहली बार कांवड़ लेकर आए थे, तब ढाई सौ रुपये खर्च हुए थे। इस बार उनकी 23वीं कांवड़ है। इस पर करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। 11 अगस्त को वह दिल्ली पहुंचेंगे।
22 गाड़ियों का काफिला
गोल्डन बाबा के काफिले में 22 गाड़ियां हैं। इनमें एक ऑडी, दो फार्च्युनर, दो स्कॉर्पियो, दो इनोवा, दो क्वॉलिस, तीन बड़े ट्रक, पांच टेंपो, एक एंबुलेंस और चार छोटा हाथी शामिल हैं।
ये हैं भगवान शिव में अगाध श्रद्धा रखने वाले रेडीमेड कपड़ों के कारोबारी गोल्डन बाबा। बृहस्पतिवार रात नौ बजे ये हरिद्वार से कांवड़ लेकर दादरी गांव पहुंचे तो इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।
हर कोई उनसे हाथ मिलाने को उत्सुक नजर आया। हरिद्वार से दिल्ली तक चर्चित गोल्डन बाबा (सुधीर कुमार) आठ मोटी-मोटी अंगूठी, गले में 15 चेन, दो ब्रेसलेट के अलावा दोनों हाथों में भारी बाजूबंद समेत 11 किलो सोना पहनकर चल रहे हैं।पिछले साल इन्होंने साढ़े आठ किलो सोना पहना था। दिल्ली के शाहदरा निवासी गोल्डन बाबा का रेडीमेड कपड़े का कारोबार है। बकौल गोल्डन बाबा, मैं जब तक मेरे प्राण रहेंगे, तब तक मैं कांवड़ लाता रहूंगा।
भगवान शिव से मेरी आत्मा जुड़ी है। इस बार मैं 23वीं कांवड़ लेकर हरिद्वार से दिल्ली जा रहा हूं। शिवरात्रि पर साढ़े चार किलो की सोने की जैकेट भी पहनूंगा, जिसे विशेष इसी दिन के लिए बनवाई है।स बार उनके साथ 25 निजी गार्ड हैं। इसके अलावा 350 कांवड़ियों और 25 सेवादारों की फौज है। गोल्डन बाबा ने बताया कि जब वह पहली बार कांवड़ लेकर आए थे, तब ढाई सौ रुपये खर्च हुए थे। इस बार उनकी 23वीं कांवड़ है। इस पर करीब एक करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। 11 अगस्त को वह दिल्ली पहुंचेंगे।
22 गाड़ियों का काफिला
गोल्डन बाबा के काफिले में 22 गाड़ियां हैं। इनमें एक ऑडी, दो फार्च्युनर, दो स्कॉर्पियो, दो इनोवा, दो क्वॉलिस, तीन बड़े ट्रक, पांच टेंपो, एक एंबुलेंस और चार छोटा हाथी शामिल हैं।
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