Wednesday, 24 June 2015
क्यों छोड़ना पड़ा रणवीर सिंह को पेरेंट्स का घर?
मुंबई (24 जून) : बॉलिवुड अभिनेता रणवीर सिंह का अपने काम के लिए समर्पण में जवाब नहीं। रणवीर ने बांद्रा स्थित अपने पेरेंट्स का घर छोड़कर गोरेगांव में नया घर खरीद लिया है।
रणवीर को ये सब निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी की वजह से करना पड़ा है। रणवीर के कंधे की सर्जरी 4 अप्रैल को हुई थी। डॉक्टर ने उन्हें धीरे चलने और एक्शन सीन्स नहीं करने की सलाह दी है।
रणवीर का पारिवारिक घर बांद्रा में है। यहां से गोरेगांव फिल्म सिटी की दूरी करीब 20 किलोमीटर है। लेकिन ट्रैफिक और बारिश की वजह से यह दूरी तय करने में उन्हें करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है। इसलिए उन्होंने गोरेगांव में ही घर ले लिया, जहां से फिल्म सिटी की दूरी महज 5 मिनट की है।
‘बाजीराव मस्तानी’ में रणवीर के साथ दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा लीड भूमिकाओं में हैं। फिल्म अगले साल रिलीज होगी। रणवीर ने नया घर लेने की पुष्टि की है।
स्मृति ईरानी के ख़िलाफ़ याचिका कोर्ट ने स्वीकार की, 28 अगस्त को अगली सुनवाई
प्रभाकर मिश्रा, नई दिल्ली (24 जून): केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनकी डिग्री को लेकर दायर की गई एक याचिका की सुनवाई करते हुये पटियाला हाउस कोर्ट ने कहा कि मामला सुनवाई के लायक है। कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुये अगली सुनवाई की तारीख 28 अगस्ता तय की है।
कोर्ट ने आज साफ सहा कि अगली सुनवाई पर शिकायत करता पहले स्मृति पर लगाए गये आरोपों को साबित करे। कोर्ट का यह फैसला स्मृति की बढ़ी मुश्किलों के तौर पर देखा जा रहा है।
स्मृति ईरानी पर कोर्ट का फैसला
दिल्ली की पटियाला हाऊस कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ डिग्री मामले को लेकर दायर की गई याचिका की गई है। कोर्ट ने एक जून को मामले में दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा था। आज यह तय होना था कि स्मृति के खिलाफ मामला चलाया जा सकता है या नहीं।
शिकायत स्वतंत्र लेखक अहमर खान ने दायर की थी और आरोप लगाया था कि स्मृति ने लोकसभा और राज्यसभा के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय चुनाव आयोग के समक्ष तीन हलफनामे पेश किए थे, जिनमे उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में अलग-अलग ब्योरा दिया है।
विरोधीभासी दावों से घिरी स्मृति ईरानी
शिकायत स्वतंत्र लेखक अहमर खान की ओर से उपस्थित होते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता केके मनन ने अदालत को बताया कि अप्रैल 2004 में लोकसभा चुनाव के लिए अपने हलफनामे में कहा था कि उन्होंने 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार शिक्षा द्वारा बीए किया, जबकि 11 जुलाई 2011 को गुजरात से राज्यसभा चुनाव के लिए एक अन्य हलफनामे में उन्होंने कहा कि उनकी सर्वोच्च शैक्षणिक योग्यता डीयू के पत्राचार स्कूल से बीकॉम पार्ट वन है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 16 अप्रैल 2014 को उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के संबंध में अपने हलफनामे में स्मृति ईरानी ने कहा था कि उन्होंने डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट 1 पूरा किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि स्मृति ईरानी द्वारा पेश हलफनामे की विषयवस्तु से स्पष्ट है कि उनकी ओर से शैक्षणिक योग्यता के बारे में केवल एक शपथ ही सही है।
संपत्ति दावों पर भी मतभेद जारी
शिकायत में दावा किया गया है, स्मृति ईरानी के उक्त हलफनामों में अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत और अलग-अलग बयान दिया, ऐसा प्रतीत होता है कि अपने स्वामित्व की अचल संपत्ति एवं अन्य ब्यौरे के बारे में गलत या अलग बयान दिया।
याचिका में आरोप लगाया गया है, तथ्य और परिस्थितियां आरोपी की ओर से जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125ए के तहत अपराध की बात स्पष्ट करती है, साथ ही अतिरिक्त जांच के परिणामस्वरूप अन्य दंडात्मक प्रावधानों के तहत अपराध हो सकता है।
नहीं रहे कसौटी ज़िंदगी के संजीत बेदी
मशहूर टीवी कलाकार संजीत बेदी दुनिया को अलविदा कह गए. उनके फैंस उन्हें टीवी सीरीयल संजवीन के ओमी के रुप में जानते हैं.दिमागी बीमारी की वजह से संजीत कोमा में चले गए थे. इसी बीमारी ने उनकी जान ले लीसंजीत कसौटी जिंदगी की से लेकर क्या होगा निम्मो का, थोड़ी सी ज़मीं थोड़ा आसमां और जाने क्या बात हुई जैसे सीरील्स में काम कर चुके थे.उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. उनकी अंतिम संस्कार के दौरान उनकी पत्नी और अन्य लोग मौजूद थे.
अब महंगा पड़ेगा शराब पीकर गाड़ी चलाना, चुकाना होगा 10 हजार तक का जुर्माना! और भी..
शराब पीकर गाड़ी चलाने के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार इस ओर जुर्माना राशि में पांच गुना तक बढ़ोतरी का निर्णय कर सकती है. खबरों के मुताबिक, समस्या पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन मंत्रालय भारी जुर्माना वसूलने के साथ ही इस ओर सजा का सहारा लेने पर विचार कर रहा है.
इसके तहत जुर्माने की राशि को पांच गुना बढ़ाकर 10 हजार रुपये, छह महीने से एक साल तक की सजा और एक साल के लिए गाड़ी जब्त करने तक के प्रस्ताव हैं. पहली बार नियम तोड़ने वाले से 10 हजार रुपये की पेनल्टी वसूली जा सकती है और बार-बार ऐसा करने वाले के लिए सजा सख्त करते जाने का प्रस्ताव है.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, यह प्रस्ताव सड़क परिवहन और सुरक्षा बिल में शामिल हैं, जिसे परिवहन मंत्रालय ने कानून मंत्रालय के बाद राज्य सरकारों को फीडबैक के लिए भेजा है. वर्तमान में नशे की हालत में गाड़ी चलाने पर 2000 रुपये तक जुर्माना या छह महीने तक की सजा का प्रावधान है.
एक से अधिक लाइसेंस पर जुर्माना
बिल में एक से ज्यादा लाइसेंस रखने वालों या एक से ज्यादा लाइसेंस के लिए अप्लाई करने वालों के लिए भीजुर्माने की बात कही गई है. बिल को मंजूरी मिली तो बिना इंश्योरेंस वाली गाड़ी चलाने पर भी जुर्माने का प्रावधान होगा. इसके लिए दो हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक चुकाना होगा. जुर्माने की राशि गाड़ी के हिसाब से वसूली जाएगी. हाल ही यह तथ्य सामने आया था कि भारत में 70 फीसदी गाड़ियों का इंश्योरेंश नहीं है.
बिल में एक से ज्यादा लाइसेंस रखने वालों या एक से ज्यादा लाइसेंस के लिए अप्लाई करने वालों के लिए भीजुर्माने की बात कही गई है. बिल को मंजूरी मिली तो बिना इंश्योरेंस वाली गाड़ी चलाने पर भी जुर्माने का प्रावधान होगा. इसके लिए दो हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक चुकाना होगा. जुर्माने की राशि गाड़ी के हिसाब से वसूली जाएगी. हाल ही यह तथ्य सामने आया था कि भारत में 70 फीसदी गाड़ियों का इंश्योरेंश नहीं है.
इस बिल में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के साथ-साथ ऑटो कंपनियों को भी जवाबदेह बनाने की कोशिश की गई है. गलत डिजाइन या दोषपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग और गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद गाड़ियों को रिकॉल नहीं करने पर ऑटो कंपनियों के लिए जुर्माने और सजा का प्रस्ताव है. गाड़ियों के डिजाइन में गड़बड़ी पर 5 लाख रुपये तक जुर्माना और गाड़ी को रिकॉल करने से इनकार करने पर तीन महीने तक की सजा या गाड़ी की कीमत के बराबर जुर्माने का प्रस्ताव है.
निगेटिव स्कोरिंग भी
एक अधिकारी ने बताया कि रेड लाइट जंप करने, सीट बेल्ट नहीं लगाने जैसे मामलों के लिए कम जुर्माने का प्रावधान किया गया है. जबकि सड़क दुर्घटना में बच्चे की मौत जैसे मामलों में भारी जुर्माना चुकाना होगा. बिल में हर अपराध पर निगेटिव स्कोरिंग का प्रस्ताव है और एक लेवल से ज्यादा निगेटिव स्कोर होने के बाद लाइसेंस स्थगित कर दी जाएगी.
एक अधिकारी ने बताया कि रेड लाइट जंप करने, सीट बेल्ट नहीं लगाने जैसे मामलों के लिए कम जुर्माने का प्रावधान किया गया है. जबकि सड़क दुर्घटना में बच्चे की मौत जैसे मामलों में भारी जुर्माना चुकाना होगा. बिल में हर अपराध पर निगेटिव स्कोरिंग का प्रस्ताव है और एक लेवल से ज्यादा निगेटिव स्कोर होने के बाद लाइसेंस स्थगित कर दी जाएगी.
आईफोन 6 में बात करते हुए धमाका, यूजर घायल
नई दिल्ली (24 जून):गुड़गांव में iPhone 6 से बात करते वक्त फोन में धमाका होने की खबर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 18 जून को गुड़गांव में रहने वाले कृष्ण यादव ने iPhone 6 खरीदा था।
कृष्ण यादव जब iPhone से बात कर रहे थे तो उससे धुंआ और चिंगारी निकली। जिसके बाद उन्होंने तुरंत फोन नीचे फेंक दिया। नीचे फेंकते ही iPhone में धामाका हो गया।
धमाके में कृष्ण के हाथ का अंगूठा मामूली रूप से झुलस गया। कृष्ण जब ऐपल केयर गए तो वहां उनको कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज की है
मनपसंद गाना नहीं बजाया तो डीजे को गोली से उड़ाया
बरेली (23 जून): उत्तर प्रदेश के एक गांव में पार्टी के दौरान मनपसंद गाना ना बजाने पर एक युवक ने डिस्क जाॅकी (डीजे) को गोली मार दी। यह घटना मीरगंज के पास सिधौली गांव में हुई।
पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात गांव के सुनार (ज्वैलर) हरिओम गुप्ता के घर पर उनकी पोती के जन्मदिन की पार्टी चल रही थी। अरुण वाल्मीकि उस समय डीजे बजा रहा था। आशु उर्फ ईशु नाम के युवक ने जब अपने मन का गाना बजाने को कहा तो अरुण ने मना कर दिया। इसपर नाराज होकर आशु ने अरुण को गोली मार दी। अरुण को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के बाद ईशू के घर पर छापा मारा गया लेकिन तब तक वह फरार हो चुका था। मंगलवार को शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए भेजा दिया गया है।
बीते 18 सालों में सबसे बड़ी हार की ओर भारत, धोनी की साख दांव पर
दो बार की विश्व कप विजेता टीम इंडिया पिछले 18 सालों में पहली बार भारतीय उपमहाद्वीप में क्लीन स्वीप का शिकार बनने के कगार पर पहुंच गई है. भारतीय टीम बांग्लादेश में चल रही तीन वनडे मैचों की सीरीज में पहले दो मैच हारकर 0-2 से पिछड़ गई है. उसने पहली बार बांग्लादेश से वनडे सीरीज गंवाई है. भारत को बांग्लादेश से तीसरा वनडे बुधवार को खेलना है और 0-3 की क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी से बचने के लिए उसे यह मैच हर हाल में जीतना होगा1997 में श्रीलंका ने किया था टीम इंडिया का क्लीन स्वीप- भारतीय उपमहाद्वीप में टीम इंडिया ने आखिरी बार क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी 1997 में झेली थी, जब उसे श्रीलंका में तीन मैचों की सीरीज में 3-0 की पराजय मिली थी. श्रीलंका से 1997 में सीरीज हारने के बाद भारत ने पड़ोसी देशों पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश में कभी वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं झेली. वनडे इतिहास में बांग्लादेश से 31 मैचों में भारत ने सिर्फ पांच पराजय झेली हैं, लेकिन उसे इनमें से दो हार तो उसे इस सीरीज के दो मैचों में मिल गई हैं.बांग्लादेश ने बदले समीकरण- इस बार बांग्लादेश ने सभी समीकरण बदल दिए हैं. वह उपमहाद्वीप की दो बड़ी टीमों के खिलाफ लगातार 3-0 की दूसरी क्लीन स्वीप करने की दहलीज पर है. उसने हाल ही में पाकिस्तान को अपने घरेलू मैदान पर 3-0 से हराया था. यह उसकी अपने मैदान पर लगातार 10वीं जीत भी थीकुछ ऐसा रहा है एशिया में प्रदर्शन * भारत 1989-90 में पाकिस्तान के दौरे में तीन मैचों की सीरीज 2-0 से हारा था. * भारत ने 1997-98 में पाकिस्तान दौरे में तीन मैचों की सीरीज 1-2 से गंवाई थी. * भारत में 2003-04 के पाकिस्तान दौरे में पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जीती थी. * 2004-05 में भारत ने बांग्लादेश में तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से कब्जा जमाया था. * 2005-06 में भारत ने पाकिस्तान में पांच मैचों की सीरीज 4-1 से अपने नाम की. * वर्ष 2006 में श्रीलंका दौरे में तीन वनडे मैचों में कोई फैसला नहीं निकला था. * 2007 में भारत ने बांग्लादेश में तीन मैचों की सीरीज 2-0 से कब्जाई थी. * 2008 में श्रीलंका दौरे में पांच मैचों की सीरीज पर भारत का 3-2 से कब्जा रहा था. * भारत ने 2008-09 में श्रीलंका में अगली सीरीज 4-1 से जीती थी. * वर्ष 2012 में एक बार फिर भारत ने श्रीलंका में 4-1 से सीरीज जीती थी. * 2014 में भारत ने बांग्लादेश को 2-0 से शिकस्त दी थी. * 2015 में भारत के खिलाफ बांग्लादेश 0-2 की बढ़त ले चुका है.