क्या आप नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं? इसके लिए क्या आप वेबसाइटों पर बेस्ट डील देख रहे हैं या उन्हें तोलमोल कर देख रहे हैं। तो सावधान हो जाइए।
हो सकता है कि आपकी तलाश एक ऐसे स्मार्ट फोन पर आकर खत्म हो जिसे लोकल मार्केट में ही एसेंबल करके किसी बड़े ब्रांड के नाम से बेचा जा रहा हो। और जिसके कल-पुर्जे चीन के मार्केट से मंगाए गए हों।
अंग्रेजी अखबार मेल टुडे के अनुसार बीते बृहस्पतिवार को ही दिल्ली क्राइम ब्रांच ने करोल बाग के लोटस प्लाजा स्थित नामी मोबाइल विक्रेता की दुकान आकासाकी के यहां छापा मारा जिसमें इस तथ्य का खुलासा हुआ।दिल्ली पुलिस ने जिस दुकान पर छापा मारा वहां न केवल नकली आईफोन बरामद हुए बल्कि अन्य स्मार्ट फोन्स के लिए एसेंबलिंग का सामान भी बरामद किया गया। इस दुकान को सील कर दिया गया है और यहां बड़े स्कैम के घटने की आशंका जताई जा रही है।
आकासाकी न केवल बहुत बड़े मोबाइल एक्सेसरी विक्रेता के रूप में जाना जाता है बल्कि वो ऑनलाइन पोर्टल जैसे कीमत देखो डॉट कॉम, फ्लिपकार्ट, अमेजन और शॉपक्लूलेस डॉट कॉम को भी मोबाइल व उनकी एक्सेसरी उपलब्ध कराता है।
आकासाकी मोबाइल फोन्स व उनकी एक्सेसरी के आयातकों में एक बहुत बड़ा नाम है जिसके दफ्तर भारत समेत चीन और अफ्रीका में भी हैं।पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने 28 आईफोन5 और 6 आईफोन6 बरामद किया जिनमें सभी नकली निकले। क्राइम ब्रांच ने आईफोन के 4300 से भी अधिक आईफोन की एसेंबलिंग सामग्री बरामद की। इन सामग्रियों में होलोग्राम, स्टिकर, पैकेजिंग सामग्री, स्पेययर पार्ट और कवर आदि भी शामिल हैं।
इस रेड के पहले ईआईपीआर (एनफोर्समेंट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स) ने एक व्यवस्थित जांच की जिससे उन्हें कॉपीराइट के उल्लंघन के संबंध में पूरी जानकारी मिल सके। एप्पल भी इनका एक क्लायंट है। ईआईपीआर को यह जानकारी मिली थी कि एप्पल के नकली फोन दिल्ली में एसेंबल किए जा रहे हैं।
ईआईपीआर के मैनेजिंग डायरेक्टर जहीर खान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि बाजार में नकली आईफोन की बाढ़ आई हुई है। इसके बाद उन्होंने आकासाकी पर नजर रखनी शुरू की क्योंकि आकासाकी न सिर्फ भारत का बल्कि चीन और अफ्रीका जैसे देशों का भी बड़ा विक्रेता है।
जहीर तो उन ऑनलाइन पोर्टलों को भी दोषी मानते हैं जो बिना किसी जांच पड़ताल के आकासाकी जैसे विक्रेताओं से माल खरीदकर ग्राहकों को बेचते हैं।आकासाकी दुकान पर छापा मारने वाले एक पुलिसकर्मी ने बताया कि यहां बरामद आईफोन मुख्यरूप से भारत में एसेंबल किए जाते हैं और उनके अधिकतर पार्ट्स चीन और अफ्रीका जैसे देशों से आयात किए जाते हैं।
भारत में एप्पल के अधिकतर रजिस्टर्ड स्टोर रिपेयर करने का काम नहीं करते बल्कि वो उसके बदले उन्हें बदलकर नया दे देते हैं। आईफोन्स का बदला जाना ही नकली फोन के बिकने का और ऐसी दुकानों के होने का एक बड़ा कारण हैं।
पुलिसकर्मी ने बताया कि ऐसा नहीं है कि केवल आईफोन के ही नकली पार्ट और एक्सेसरी बाजार में बिक रहे हैं। ऐसा अन्य ब्रांड्स के साथ भी है लेकिन चूंकि शिकायतकर्ता ने केवल आईफोन की शिकायत की थी इसलिए पुलिस ने आईफोन और उसकी एक्सेसरी ही जब्त की है।
हो सकता है कि आपकी तलाश एक ऐसे स्मार्ट फोन पर आकर खत्म हो जिसे लोकल मार्केट में ही एसेंबल करके किसी बड़े ब्रांड के नाम से बेचा जा रहा हो। और जिसके कल-पुर्जे चीन के मार्केट से मंगाए गए हों।
अंग्रेजी अखबार मेल टुडे के अनुसार बीते बृहस्पतिवार को ही दिल्ली क्राइम ब्रांच ने करोल बाग के लोटस प्लाजा स्थित नामी मोबाइल विक्रेता की दुकान आकासाकी के यहां छापा मारा जिसमें इस तथ्य का खुलासा हुआ।दिल्ली पुलिस ने जिस दुकान पर छापा मारा वहां न केवल नकली आईफोन बरामद हुए बल्कि अन्य स्मार्ट फोन्स के लिए एसेंबलिंग का सामान भी बरामद किया गया। इस दुकान को सील कर दिया गया है और यहां बड़े स्कैम के घटने की आशंका जताई जा रही है।
आकासाकी न केवल बहुत बड़े मोबाइल एक्सेसरी विक्रेता के रूप में जाना जाता है बल्कि वो ऑनलाइन पोर्टल जैसे कीमत देखो डॉट कॉम, फ्लिपकार्ट, अमेजन और शॉपक्लूलेस डॉट कॉम को भी मोबाइल व उनकी एक्सेसरी उपलब्ध कराता है।
आकासाकी मोबाइल फोन्स व उनकी एक्सेसरी के आयातकों में एक बहुत बड़ा नाम है जिसके दफ्तर भारत समेत चीन और अफ्रीका में भी हैं।पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उन्होंने 28 आईफोन5 और 6 आईफोन6 बरामद किया जिनमें सभी नकली निकले। क्राइम ब्रांच ने आईफोन के 4300 से भी अधिक आईफोन की एसेंबलिंग सामग्री बरामद की। इन सामग्रियों में होलोग्राम, स्टिकर, पैकेजिंग सामग्री, स्पेययर पार्ट और कवर आदि भी शामिल हैं।
इस रेड के पहले ईआईपीआर (एनफोर्समेंट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स) ने एक व्यवस्थित जांच की जिससे उन्हें कॉपीराइट के उल्लंघन के संबंध में पूरी जानकारी मिल सके। एप्पल भी इनका एक क्लायंट है। ईआईपीआर को यह जानकारी मिली थी कि एप्पल के नकली फोन दिल्ली में एसेंबल किए जा रहे हैं।
ईआईपीआर के मैनेजिंग डायरेक्टर जहीर खान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि बाजार में नकली आईफोन की बाढ़ आई हुई है। इसके बाद उन्होंने आकासाकी पर नजर रखनी शुरू की क्योंकि आकासाकी न सिर्फ भारत का बल्कि चीन और अफ्रीका जैसे देशों का भी बड़ा विक्रेता है।
जहीर तो उन ऑनलाइन पोर्टलों को भी दोषी मानते हैं जो बिना किसी जांच पड़ताल के आकासाकी जैसे विक्रेताओं से माल खरीदकर ग्राहकों को बेचते हैं।आकासाकी दुकान पर छापा मारने वाले एक पुलिसकर्मी ने बताया कि यहां बरामद आईफोन मुख्यरूप से भारत में एसेंबल किए जाते हैं और उनके अधिकतर पार्ट्स चीन और अफ्रीका जैसे देशों से आयात किए जाते हैं।
भारत में एप्पल के अधिकतर रजिस्टर्ड स्टोर रिपेयर करने का काम नहीं करते बल्कि वो उसके बदले उन्हें बदलकर नया दे देते हैं। आईफोन्स का बदला जाना ही नकली फोन के बिकने का और ऐसी दुकानों के होने का एक बड़ा कारण हैं।
पुलिसकर्मी ने बताया कि ऐसा नहीं है कि केवल आईफोन के ही नकली पार्ट और एक्सेसरी बाजार में बिक रहे हैं। ऐसा अन्य ब्रांड्स के साथ भी है लेकिन चूंकि शिकायतकर्ता ने केवल आईफोन की शिकायत की थी इसलिए पुलिस ने आईफोन और उसकी एक्सेसरी ही जब्त की है।
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